भव्य राम मंदिर के निर्माण के साथ ही उत्तर प्रदेश सरकार अयोध्या के हवाई अड्डे को और बड़ा बनाएगी। अब इस हवाई अड्डे का विस्तार 600 एकड़ में किया जाएगा। अयोध्या में प्रदेश सरकार अंतरराष्ट्रीय स्तर के हवाई अड्डे का निर्माण करा रही है। पहले इस हवाई अड्डे के निर्माण के लिए कुल 285 एकड़ जमीन का अधिग्रहण होना था।
बुधवार को अयोध्या पहुचे नागरिक उड्डयन एवं अल्पसंयक कल्याण मंत्री नंद गोपाल गुप्ता ‘नंदी’ ने कहा कि यहां बन रहे हवाई अड्डे का अब 600 एकड़ में विस्तार किया जाएगा। इसका नाम श्रीराम एयरपोर्ट रखा गया है। उन्होंने बताया यह हवाई अड्डा 777 एक्स और डबल डेकर विमान के उड़ान की क्षमता वाला होगा। इस हवाई अड्डे पर देश विदेश के विमान उतर सकेंगे। हवाई अड्डे का निर्माण पूरा होने के बाद यहां से देश व विदेश के अनेक शहरों के लिए सीधी विमान सेवाएं शुरू होगी। अयोध्या में मौजूद हवाई पट्टी को ही विस्तार देकर इसे पूरे हवाई अड्डे के तौर पर विकसित किया जा रहा है। पहले के मुकाबले और ज्यादा जमीन अधिग्रहण कर इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर का बनाया जा रहा है।
नागरिक उड्डयन मंत्री ने बताया कि अयोध्या में हवाई अड्डे के लिए अब तक 525 करोड़ रुपये स्वीकृत हो चुके हैं जिसमें से अब तक 300 करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके हैं। प्रदेश सरकार ने इस साल के बजट में हवाई अड्डे के लिए 500 करोड़ रुपये का आवंटन किया था। इससे पहले इस हवाई अड्डे के लिए जमीन के अधिग्रहण के मद में 200 करोड़ रुपये जारी किए गए थे। नंदी ने बताया कि हवाई अड्डे के विस्तार के लिए जमीन के अधिग्रहण की प्रक्रिया जारी है। राम मंदिर के निर्माण के साथ ही अयोध्या में हवाई अड्डे के निर्माण का पहला चरण पूरा कर लिया जाएगा। इसके साथ ही प्रदेश सरकार आजमगढ़, सोनभद्र और अलीगढ़ में बड़े स्तर पर हवाई अड्डे को विकसित कर रही है। वहीं कुशानगर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से जल्द ही सेवाएं शुरू होगी।
गौरतलब है कि पिछले साल उत्तर प्रदेश सरकार ने केंद्र को क्षेत्रीय संपर्क योजना के तहत अयोध्या में हवाई अड्डा विकसित करने संबंधी प्रस्ताव भेजा था। अब इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर का हवाई अड्डा बनाए जाने का फैसला लिया गया है। राम मंदिर बनने के साथ ही अयोध्या के हवाई अड्डे, बस स्टेशन व रेलवे स्टेशन को संवारा जा रहा है। अयोध्या को वाराणसी से जोडऩे के लिए 192 किलोमीटर लंबा राजमार्ग भी बनाया जा रहा है।
