पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (पीपीसीबी) ने जालंधर की करीब 21 टेनरियों (चमड़ा इकाई) को बंद करने का आदेश दिया है।
जालंधर को पंजाब का लेदर हब कहा जाता है। उद्योगों को इसलिए बंद करने का आदेश दिया गया है क्योंकि वे पीपीसीबी के दिशा-निर्देशों का ठीक से पालन नहीं कर रहे थे।
बोर्ड के प्रवक्ता ने बताया कि इन चमड़ाशोधन इकाइयों में पानी का इस्तेमाल किया जाता है और उसके औद्योगिक अपशिष्ट का निस्तारण तय मानकों के मुताबिक नहीं किया जा रहा था।
प्रवक्ता ने यह भी बताया कि पंजाब राज्य विद्युत बोर्ड को भी उन औद्योगिक इकाइयों को बिजली आपूर्ति बंद करने का निर्देश दिया गया है।