कोविड के बाद भारतीय अर्थव्यवस्था में काफी सुधार आया है। साल 2023 में जिस तेजी से जीएसटी और कर संग्रह बढ़ा है वह अच्छी अर्थव्यवस्था का सूचक है।
दीपावली की रोशनी ने निर्यात व घरेलू बाजार में रौनक ला दी। सभी पर्यटक स्थल पूरे साल पैक रहे। होटल, रियल एस्टेट, सोना चांदी, वाहन, कपड़ा, सॉफ्टवेयर, धातु आदि सभी क्षेत्रों में अच्छा व्यापार रहा। तमाम वैश्विक चुनौतियों के बावजूद भारत साल 2023 में अपनी मजबूत वृद्धि दर बनाए रखने में सफल रहा है।
साल 2023 में देश की अर्थव्यवस्था एक नए मुकाम की ओर बढ़ी, भारत को विकासशील देश से विकसित देश बनाने की यात्रा शुरू हो गई है। वैश्विक आर्थिक चुनौतियों के बावजूद जीडीपी और महंगाई के मोर्चे पर साल 2023 में भारत का प्रदर्शन सराहनीय रहा है।
साल 2023 में भारत ने जी20 का सफल आयोजन कर दुनिया को नई राह दिखाई। केंद्र में मजबूत सरकार होने से आर्थिक सुधार तेजी से लागू करने चाहिए। श्रम कानून भी लचीले होने चाहिए।
धनाढ्य वर्ग देश में ही सभी आयोजन करे व बहुत जरूरी होने पर विदेश जाए क्योंकि विदेश में खर्च करने से काफी पैसा सिस्टम से बाहर चला जाता है। भारतीय शेयर बाजार ने साल 2023 में लगातार नए रिकॉर्ड बनाए।
एक्सप्रेसवे और हाईवे निर्माण देश की दशा एवं दिशा बदल रहा है। एक बार फिर विदेशी मुद्रा भंडार 600 अरब डॉलर के पार पहुंच गया है, जो भविष्य के लिए भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए मजबूती के संकेत दे रहे हैं।
कुल मिलाकर भारत एक चमकता सितारा बन चुका है और इसके प्रदर्शन को आने वाले साल में बने रखने की उम्मीद है।