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ITR Filing 2025: इस बार Form 16 में हुए कई बड़े बदलाव – अब टैक्स फाइलिंग पहले से और आसान व पारदर्शी

FY 2024-25 के लिए Form 16 में स्टैंडर्ड डिडक्शन, NPS, दूसरी आय और TCS जैसे अहम बदलाव किए गए हैं, जिससे ITR फाइलिंग पहले से ज्यादा आसान और पारदर्शी हो गई है।

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ऋषभ राज   
Last Updated- June 06, 2025 | 4:37 PM IST

ITR filing 2025: हर साल की तरह इस साल भी अभी देश में इनकम टैक्स रिटर्न (ITR) फाइल करने का दौर चल रहा है। लेकिन इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करने के लिए नौकरीपेशा कर्मचारियों के लिए सबसे जरूरी डॉक्यूमेंट है Form 16। इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने वित्त वर्ष 2024-25 (AY 2025-26) के लिए Form 16 में कुछ अहम बदलाव किए गए हैं, जो टैक्सपेयर्स को उनकी टैक्स फाइलिंग में मदद करेंगे। ये बदलाव जुलाई 2024 के बजट में किए गए ऐलानों का ही हिस्सा हैं, जिनका मकसद लोगों के लिए टैक्स सिस्टम को और पारदर्शी व आसान बनाना है। आइए, यह जानने की कोशिश करते हैं कि ITR फाइल करने के दौरान ये बदलाव टैक्सपेयर्स के लिए क्या मायने रखते हैं।

Form 16 क्या है और क्यों जरूरी है?

Form 16 एक ऐसा डॉक्यूमेंट है, जो हर सैलरीड कर्मचारी को उसका एम्प्लॉयर देता है। ये एक तरह का सर्टिफिकेट है, जिसमें आपकी सैलरी, उस पर काटा गया टैक्स (TDS यानी टैक्स डिडक्टेड एट सोर्स) और दूसरी जरूरी टैक्स-संबंधी सभी जानकारी का पूरा हिसाब किताब होता है। इसे इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के नियमों के तहत हर साल 15 जून तक कर्मचारियों को देना जरूरी होता है। इस साल, यानी वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए एम्पलॉयर द्वारा Form 16 को 15 जून 2025 तक जारी करना होगा। अगर आपका एम्पलॉयर ऐसा करने में देरी करता है, तो उसे हर दिन के लिए 100 रुपये का जुर्माना देना पड़ सकता है।

Form 16 न सिर्फ टैक्स रिटर्न फाइल करने में मदद करता है, बल्कि ये आपकी आय और टैक्स की जानकारी को साफ-साफ दिखाता है। इसकी मदद से आप ये चेक कर सकते हैं कि आपकी सैलरी से कितना टैक्स काटा गया और वो सरकार के पास जमा हुआ या नहीं। इसके अलावा, यह डॉक्यूमेंट वीजा अप्लाई करने या लोन लेने जैसे कामों में भी काम आता है, क्योंकि ये आपकी फाइनेंशियल स्टेबिलिटी का सबूत होता है।

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Standard Deduction में हुई बढ़ोतरी

इस साल Form 16 में सबसे बड़ा बदलाव स्टैंडर्ड डिडक्शन को लेकर है। अगर आप न्यू टैक्स रिजीम को चुनते हैं, तो आपके लिए अच्छी खबर है। जुलाई 2024 के बजट में न्यू टैक्स रिजीम के तहत स्टैंडर्ड डिडक्शन को 50,000 रुपये से बढ़ाकर 75,000 रुपये कर दिया गया है। इसका मतलब है कि आपकी टैक्सेबल इनकम अब 75,000 रुपये तक कम हो सकती है, जिससे आपका टैक्स बोझ भी कम होगा। ये बदलाव खास तौर पर उन सैलरीड कर्मचारियों के लिए फायदेमंद है, जो न्यू टैक्स रिजीम चुन रहे हैं, क्योंकि इसमें पहले की तुलना में कम डिडक्शंस मिलते थे।

न्यू टैक्स रिजीम में स्टैंडर्ड डिडक्शन का फायदा उन लोगों को मिलेगा, जिनकी सालाना आय 7 लाख रुपये तक है। अगर आपकी आय इस सीमा से ज्यादा है, तो भी आपको 75,000 रुपये का डिडक्शन मिलेगा, लेकिन टैक्स बचत का फायदा आय के आधार पर कम हो सकता है। Form 16 में अब ये डिडक्शन साफ तौर पर दिखाया जाएगा, ताकि टैक्सपेयर्स को अपनी टैक्स कैलकुलेशन में कोई कन्फ्यूजन न हो।

NPS में डिडक्शन बढ़ा

नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS) में निवेश करने वालों के लिए भी एक अच्छी खबर है। Form 16 में अब NPS के तहत बढ़े हुए डिडक्शन को शामिल किया गया है। जुलाई 2024 के बजट में न्यू टैक्स रिजीम के तहत NPS कॉन्ट्रीब्यूशन के लिए डिडक्शन की सीमा को बढ़ाकर 14% कर दिया गया है। पहले ये सीमा 10% थी। इसका मतलब है कि अगर आप NPS में ज्यादा निवेश करते हैं, तो आपकी टैक्सेबल इनकम और कम होगी।

उदाहरण के लिए, अगर आपकी सैलरी का 14% हिस्सा NPS में जाता है, तो उस पूरे अमाउंट पर आपको टैक्स छूट मिल सकती है। ये बदलाव खास तौर पर उन कर्मचारियों के लिए फायदेमंद है, जो रिटायरमेंट के लिए लंबे समय तक निवेश करना चाहते हैं। Form 16 में अब इस बढ़े हुए डिडक्शन को अलग से दिखाया जाएगा, ताकि कर्मचारी आसानी से चेक कर सकें कि उनका NPS कॉन्ट्रीब्यूशन सही तरीके से टैक्स कैलकुलेशन में शामिल हुआ है या नहीं।

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दूसरी आय और TCS का खुलासा

Form 16 में इस बार एक और बड़ा बदलाव किया गया है, जो उन लोगों को प्रभावित करेगा जिनकी सैलरी के अलावा दूसरी आय भी है। अगर आपने अपने एम्प्लॉयर को Form 12BBA के जरिए अपनी दूसरी आय (जैसे बैंक ब्याज, डिविडेंड, या किराए से होने वाली कमाई) की जानकारी दी है, तो उस पर काटा गया TDS अब Form 16 में दिखाया जाएगा। इसके अलावा, अगर आपने विदेश यात्रा या लग्जरी सामान खरीदने जैसे हाई-वैल्यू खर्चों पर टैक्स कलेक्टेड एट सोर्स (TCS) चुकाया है, तो वो भी Form 16 में शामिल होगा।

ये बदलाव इसलिए किया गया है ताकि टैक्सपेयर्स को अपनी सभी आय और टैक्स से जुड़ी जानकारी एक ही जगह मिल सके। पहले, दूसरी आय और TCS की जानकारी के लिए आपको Form 26AS या AIS चेक करना पड़ता था। लेकिन अब Form 16 में ये सब शामिल होने से ITR फाइल करना और आसान हो जाएगा। इससे टैक्स कैलकुलेशन में गलतियों की संभावना भी कम होगी।

Agnipath Scheme के लिए बदलाव

अग्निपथ स्कीम के तहत काम करने वाले अग्निवीरों के लिए भी Form 16 में बदलाव किए गए हैं। फाइनेंस एक्ट 2023 के तहत सैलरी की परिभाषा में अब केंद्र सरकार की तरफ से अग्निवीर कॉर्पस फंड में किए गए कॉन्ट्रीब्यूशन को शामिल किया गया है। इसका मतलब है कि अगर आप अग्निवीर हैं, तो आपके Form 16 में इस कॉन्ट्रीब्यूशन को दिखाया जाएगा, और इसके लिए आपको सेक्शन 80CCH के तहत टैक्स बेनिफिट भी मिलेगा। ये बदलाव अग्निवीरों को टैक्स में राहत देने के लिए किया गया है, और Form 16 में इसे साफ तौर पर दिखाया जाएगा ताकि टैक्स फाइलिंग में कोई दिक्कत न हो।

इन बदलावों का क्या है मकसद?

इन सभी बदलावों का मकसद टैक्स सिस्टम को और पारदर्शी बनाना है। पहले Form 16 में सिर्फ बेसिक जानकारी होती थी, जैसे सैलरी और TDS की डिटेल्स। लेकिन अब इसमें स्टैंडर्ड डिडक्शन, NPS कॉन्ट्रीब्यूशन, दूसरी आय, TCS, और अग्निपथ स्कीम जैसे नए कॉलम जोड़े गए हैं। इससे टैक्सपेयर्स को अपनी पूरी टैक्स-संबंधी जानकारी एक ही डॉक्यूमेंट में मिल जाएगी।

इन बदलावों की वजह से कर्मचारियों को अपने Form 16 को ध्यान से चेक करना चाहिए। अगर कोई गलती या कमी दिखती है, तो तुरंत अपने एम्प्लॉयर के HR या फाइनेंस डिपार्टमेंट से संपर्क करें। गलत जानकारी की वजह से आपका ITR रिजेक्ट हो सकता है या आपको बाद में टैक्स नोटिस मिल सकता है। इसके अलावा, Form 16 को अपने मासिक पेस्लिप्स और Form 26AS के साथ मिलाकर देखें, ताकि कोई डिस्क्रेपेंसी न रहे।

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ITR फाइलिंग की तारीखें और सावधानियां

वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए ITR फाइल करने की आखिरी तारीख 15 सितंबर 2025 तक बढ़ा दी गई है। पहले ये तारीख 31 जुलाई 2025 थी, लेकिन Form 16 और ITR Forms में हुए बदलावों की वजह से CBDT ने इसे बढ़ाया है। अगर आप इस तारीख तक ITR फाइल नहीं करते, तो आपको 31 दिसंबर 2025 तक बिलेटेड रिटर्न फाइल करने का मौका मिलेगा, लेकिन इसके लिए पेनल्टी और ब्याज देना पड़ सकता है।

Form 16 को डाउनलोड करने के लिए आप अपने एम्प्लॉयर के HR पोर्टल या इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की वेबसाइट (TRACES पोर्टल) का इस्तेमाल कर सकते हैं। डाउनलोड करने से पहले सुनिश्चित करें कि Form डिजिटली साइन किया गया है और उसमें आपका PAN नंबर सही है। अगर आपने जॉब बदली है, तो अपने सभी एम्प्लॉयर्स से Form 16 लेना न भूलें।

इन सभी बदलावों के साथ, Form 16 अब पहले से कहीं ज्यादा विस्तृत और उपयोगी हो गया है। टैक्सपेयर्स के लिए ये जरूरी है कि वे इन बदलावों को समझें और अपनी टैक्स फाइलिंग को समय पर और सही तरीके से पूरा करें।

First Published : June 6, 2025 | 4:37 PM IST