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International Holidays: भारतीयों पर चढ़ा इंटरनेशनल ट्रिप का खुमार, 1 से 6 लाख खर्च करने को तैयार

अंतरराष्ट्रीय डेस्टिनेशन में दुबई टॉप पर है, उसके बाद मालदीव, सिंगापुर, स्विट्जरलैंड और बाली हैं।

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सुनयना चड्ढा   
Last Updated- July 11, 2023 | 5:17 PM IST

एक सर्वे में पाया गया कि भारत से कई लोग 2023 में देश से बाहर छुट्टियों पर जाने की योजना बना रहे हैं। इनमें से लगभग आधे यात्री विदेश यात्रा के लिए एक से तीन लाख रुपये के बीच खर्च करने को तैयार हैं। दूसरी ओर, ज्यादातर लोग जो भारत के अंदर घरेलू ट्रिप की योजना बना रहे हैं, उनके पास अपनी छुट्टियों के लिए 30,000 रुपये से 50,000 रुपये का बजट है।

YouGov के सहयोग से टेक-फर्स्ट बीमा कंपनी एको द्वारा किए गए एक सर्वे से पता चला है कि कम से कम 50 प्रतिशत इस साल अंतरराष्ट्रीय यात्राओं की योजना बना रहे हैं, और तीन में से दो ने कुल बजट 1 से 6 लाख रुपये के बीच बताया है।

अंतरराष्ट्रीय डेस्टिनेशन में दुबई टॉप पर है, उसके बाद मालदीव, सिंगापुर, स्विट्जरलैंड और बाली हैं। भारत में घरेलू घूमने की जगहों में, गोवा यात्रियों के लिए सबसे लोकप्रिय पसंद था, इसके बाद हिमाचल प्रदेश (शिमला और मनाली), केरल, उत्तराखंड और राजस्थान थे।

यह आश्चर्य की बात है कि बहुमत, 37 प्रतिशत, एडवेंचर हॉलिडे पर जाना चाहते थे, इसके बाद सुंदर पर्वत और समुद्र तटीय छुट्टियों पर जाना चाहते थे। कम से कम 29 प्रतिशत लोग शॉपिंग को प्राथमिकता देते हैं जबकि 26 प्रतिशत लोग थीम पार्क देखना चाहते हैं। केवल 16 प्रतिशत विभिन्न प्रकार के भोजन का जायका लेने के लिए “गैस्ट्रोनॉमिक अवकाश” पर जाना चाह रहे थे।

रिपोर्ट में भारत के सात बड़े शहरों के 1000 लोगों से, जिनकी उम्र 24 से 45 वर्ष के बीच थी, उनकी यात्रा प्राथमिकताओं के बारे में पूछा गया। इसमें महत्वपूर्ण पैटर्न पाए गए कि भारतीय अपनी यात्राओं के बारे में कैसे सोचते हैं और उनकी योजना कैसे बनाते हैं।

रिपोर्ट में पाया गया कि क्योंकि ज्यादा से ज्यादा लोग यात्रा करना चाहते हैं, लगभग 48 प्रतिशत भारतीय अगले साल अपनी यात्राओं के लिए ज्यादा पैसा बचाकर रखेंगे। इसके अलावा, उनमें से 37 प्रतिशत लोग छुट्टियों पर ज्यादा समय बिताकर अपनी यात्राओं को लंबा करने की योजना बनाते हैं।

सर्वे के नतीजे बताते हैं कि महामारी के बाद, कम से कम 44 प्रतिशत भारतीय अपनी यात्रा पर ज्यादा पैसा खर्च करने की योजना बना रहे हैं। इसके अलावा, 31 प्रतिशत लोग वर्ष 2023-24 में भारत के भीतर अधिक यात्राएं करना चाहते हैं, और 30 प्रतिशत ज्यादा समय तक रहकर अपनी यात्राओं को लंबा करने की योजना बना रहे हैं।

रिपोर्ट में कहा गया है कि यात्रियों ने अपनी यात्रा की योजना बनाने का तरीका बदल दिया है। अब उनके लिए सबसे महत्वपूर्ण चीज़ है साफ़-सफ़ाई, यानी वे चाहते हैं कि हर चीज़ एकदम साफ़ सुथरी हो। वे यह भी चाहते हैं कि उनकी यात्राएं आसान और सुविधाजनक हों। इसके अतिरिक्त, वे भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचना चाहते हैं क्योंकि वे अपनी यात्राओं के लिए कम भीड़-भाड़ वाले इलाकों को पसंद करते हैं।

यात्रा की योजना बनाते समय, लोगों के लिए सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि यात्रा शुरू से अंत तक आरामदायक हो। 50 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने कहा कि सुविधा सबसे महत्वपूर्ण फैक्टर है। उसके बाद, वे सस्ती टिकट, आसानी से टिकट बुक करने और जिस प्लेन, ट्रेन या बस में यात्रा कर रहे हैं उसमें साफ माहौल होने की परवाह करते हैं।

अपनी यात्रा के दौरान ठहरने के लिए जगह चुनते समय लोगों के लिए सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि आवास साफ सुथरा हो। साफ़-सफ़ाई के बाद, उन्हें इस बात की परवाह होती है कि वहां रहना कितना सुविधाजनक है, कितना सुरक्षित है और उस स्थान तक पहुंचना कितना आसान है।

अपनी यात्रा के दौरान करने के लिए चीजों पर निर्णय लेते समय, लोगों के लिए सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि गतिविधियां सुविधाजनक और करने में आसान हों। इसके अलावा, वे स्वच्छता का बहुत ध्यान रखते हैं, यह सुनिश्चित करते हुए कि वे जिन स्थानों पर जा रहे हैं वे साफ सुथरे हों।

क्या भारतीय यात्रा बीमा का महत्व समझते हैं?

सर्वे में 67 प्रतिशत लोगों ने कहा कि अपनी यात्रा की योजना बनाते समय यात्रा बीमा बहुत जरूरी है। इनमें से 62 प्रतिशत समझते हैं कि ट्रैवल इंश्योरेंस, मेडिकल इमरजेंसी और दुर्घटनाओं के लिए कवरेज देता है, जो पॉलिसी चुनते समय उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता है। उनमें से लगभग 49 प्रतिशत यह भी जानते हैं कि ट्रैवल इंश्योरेंस खोए हुए सामान को कवर करता है, और वे ट्रिप इमरजेंसी, छूटी या विलंबित उड़ानों के लिए कवरेज और अपने ट्रेवल प्लान में बदलाव पर भी विचार करते हैं।

जब लोगों से बीमा पॉलिसियों के लिए उनकी प्राथमिकताओं के बारे में पूछा गया, तो 48 प्रतिशत ने कहा कि उन्हें व्यापक यात्रा बीमा (comprehensive travel insurance) पसंद है, जो कई चीजों को कवर करता है। हालांकि, 39 प्रतिशत ने यह भी कहा कि वे ज्यादा आसान और पसंद के मुताबिक बीमा पॉलिसी चाहते हैं जो उनकी जरूरत के मुताबिक हो। केवल 13 प्रतिशत ने कहा कि वे कोई यात्रा बीमा नहीं चाहते।

जब यात्रा बीमा खरीदने की बात आती है, तो 45 प्रतिशत लोगों ने कहा कि वे अपनी रिसर्च करने और खरीदारी करने के लिए ऑनलाइन वेबसाइटों का उपयोग करते हैं। इस बीच, 43 प्रतिशत निर्णय लेने से पहले अपने ट्रैवल एजेंटों से सलाह लेना पसंद करते हैं। केवल 12 प्रतिशत लोग बीमा खरीदते समय अपने परिवार और दोस्तों से सलाह मांगते हैं।

यात्री अब यात्रा के दौरान अपनी भलाई के बारे में अधिक परवाह करते हैं और ऐसा बीमा चाहते हैं जो उनकी खास आवश्यकताओं को पूरा करता हो। वे ऐसे बीमा प्रोडक्ट चाहते हैं जो उन्हें आश्वस्त करें और किसी भी अप्रत्याशित स्थिति के लिए तैयार रहें।

ऑफलाइन v ऑनलाइन

अपनी यात्राओं की योजना बनाते समय, ज्यादातर भारतीय जानकारी के ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों स्रोतों का उपयोग करते हैं। उदाहरण के लिए, 45 प्रतिशत लोग यह चुनने के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों जानकारी का उपयोग करते हैं कि वे लोकल में अपनी डेस्टिनेशन तक कैसे यात्रा करेंगे। इसी तरह, 44 प्रतिशत लोग कहां ठहरना है यह तय करते समय दोनों स्रोतों पर भरोसा करते हैं, और 43 प्रतिशत अपनी डेस्टिनेशन तक पहुंचने का तरीका जानने के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों स्रोतों से अपनी रिसर्च का उपयोग करते हैं।

यात्रा पर जाते समय 36 प्रतिशत भारतीय अपने दोस्तों के साथ जाना चाहते हैं, 35 प्रतिशत अपने जीवनसाथी या साथी के साथ जाना चाहते हैं और केवल 14 प्रतिशत अकेले जाना पसंद करते हैं। कुछ लोग (4 प्रतिशत) अपने पालतू जानवरों के साथ यात्रा करना भी पसंद करते हैं।

First Published : July 11, 2023 | 5:17 PM IST