Gold ETF: देश के कुल 17 गोल्ड ETF (Gold Exchange Traded Fund) में मार्च 2024 के दौरान 373.36 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश (inflow) हुआ। जबकि पिछले महीने यानी फरवरी 2024 के दौरान इसमें 997.22 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश (inflow) हुआ था। इस तरह से कैलेंडर ईयर 2024 के पहले तीन महीनों (जनवरी-मार्च) के दौरान गोल्ड ईटीएफ में कुल 2028.04 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश हुआ है।
तिमाही आधार पर देखें तो यह लगातार चौथी तिमाही है जब गोल्ड ईटीएफ में निवेश बढ़ा है। (जनवरी-मार्च 2024) तिमाही से पहले की लगातार तीन तिमाहियों (अक्टूबर-दिसंबर 2023, जुलाई-सितंबर 2023, अप्रैल-जून 2023) के दौरान गोल्ड ईटीएफ में निवेश देखने को मिला था। जबकि इससे ठीक पहले की लगातार तीन तिमाहियों जनवरी-मार्च 2023, अक्टूबर-दिसंबर 2022 और जुलाई-सितंबर 2022 के दौरान गोल्ड ईटीएफ से निकासी देखने को मिली थी।
अक्टूबर-दिसंबर 2023: +1,262.91 करोड़ रुपये
जुलाई-सितंबर 2023: +1,659.50 करोड़ रुपये
अप्रैल-जून 2023: + 297.98 करोड़ रुपये
जनवरी-मार्च 2023: – 300.58 करोड़ रुपये
अक्टूबर-दिसंबर 2022: -320.54 करोड़ रुपये
जुलाई-सितंबर 2022: -164.65 करोड़ रुपये
अप्रैल-जून 2022: +1,438.58 करोड़ रुपये
(स्रोत: AMFI)
वहीं वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान गोल्ड ईटीएफ में निवेश 5,248.46 करोड़ रुपये बढ़ा। इससे पहले किसी भी वित्त वर्ष के दौरान गोल्ड ईटीएफ में निवेश में इतनी बढ़ोतरी नहीं देखी गई थी। पिछले वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान गोल्ड ईटीएफ में निवेश में 652.81 करोड़ रुपये का इजाफा हुआ था।
एसोसिएशन ऑफ म्युचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) के आंकड़ों के अनुसार यह लगातार 12वां महीना है जब गोल्ड ईटीएफ में शुद्ध निवेश देखने को मिला है। इससे पहले कैलेंडर ईयर 2023 में सिर्फ दो महीने यानी जनवरी और मार्च के दौरान गोल्ड ईटीएफ से निकासी (outflow) दर्ज की गई थी। जनवरी 2023 और मार्च 2023 के दौरान क्रमश: 199.43 करोड़ रुपये और 266.57 करोड़ रुपये की निकासी हुई थी। जबकि अन्य 10 महीनों के दौरान निवेश हुआ।
कैलेंडर ईयर 2023 के दौरान भारत में गोल्ड ईटीएफ में 2,923.81 करोड़ रुपये का नेट (शुद्ध) निवेश हुआ। जो कैलेंडर ईयर 2022 के मुकाबले 6 गुना ज्यादा है। कैलेंडर ईयर 2022 के दौरान 11 गोल्ड ईटीएफ (Gold ETF) में कुल 458.79 करोड़ रुपये का निवेश हुआ था।
जानकारों के अनुसार सोने की कीमतों में तेजी के आसार के बीच गोल्ड ईटीएफ में निवेश बढ़ा है। अमेरिका में जून 2024 से ब्याज दरों में कटौती की संभावना से गोल्ड की कीमतों में रिकॉर्ड तेजी आई है। केंद्रीय बैंकों की तरफ से सोने की लगातार हो रही खरीदारी, ग्लोबल लेवल पर महंगाई दर के ऊंची बने रहने और वैश्विक अर्थव्यवस्था में सुस्ती की वजह से भी सोने को सपोर्ट मिल रहा है। भू-राजनीतिक तनाव खासकर इजरायल-हमास और रूस- यूक्रेन के बीच जारी सैन्य संघर्ष के मद्देनजर भी निवेश के सुरक्षित विकल्प के तौर पर येलो मेटल की मांग बढ़ गई है ।
कैलेंडर ईयर 2024 में गोल्ड ईटीएफ में निवेश/निकासी (inflow/outflow)
जनवरी : +997.22 करोड़ रुपये
फरवरी: + 657.46 करोड़ रुपये
मार्च: +373.36 करोड़ रुपये
कैलेंडर ईयर 2023 में गोल्ड ईटीएफ में निवेश/निकासी (inflow/outflow)
जनवरी : -199.43 करोड़ रुपये
फरवरी: +165.42 करोड़ रुपये
मार्च: -266.57 करोड़ रुपये
अप्रैल: +124.54 करोड़ रुपये
मई: +103.12 करोड़ रुपये
जून: +70.32 करोड़ रुपये
जुलाई: +456.15 करोड़ रुपये
अगस्त: +1,028.06 करोड़ रुपये
सितंबर: +175.29 करोड़ रुपये
अक्टूबर: +841.23 करोड़ रुपये
नवंबर: +337.37 करोड़ रुपये
दिसंबर: +88.31 करोड़ रुपये
(स्रोत: AMFI)
ग्लोबल लेवल पर आउटफ्लो अभी भी जारी
गोल्ड की कीमतों में रिकॉर्ड तेजी के बावजूद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गोल्ड ईटीएफ में निवेश रफ्तार नहीं पकड़ सका है। इससे पहले जब 2020 में सोने ने रिकॉर्ड बनाया था तो कीमतों को सबसे ज्यादा सपोर्ट इन्वेस्टमेंट डिमांड यानी गोल्ड ईटीएफ से मिला था। लेकिन स्थिति फिलहाल अलग है। कीमतों में तूफानी तेजी तो है लेकिन इन्वेस्टमेंट डिमांड सुस्त पड़ी है। मार्च-मई 2023 की अवधि को निकाल दें तो अप्रैल 2022 से इन्वेस्टमेंट डिमांड लगातार नेगेटिव जोन में है।
वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (World Gold Council) के आंकड़े भी इसी बात की ओर इशारा करते हैं। WGC की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक ग्लोबल लेवल पर लगातार 10वें महीने मार्च फरवरी 2024 के दौरान गोल्ड ईटीएफ से निकासी (outflow) जारी रही।
इससे पहले 2020 में जब सोने की कीमतों ने 2020 में रिकॉर्ड बनाया था, गोल्ड ईटीएफ में निवेश 49.4 बिलियन डॉलर (892.1 टन) बढ़ा था। हालांकि उसके बाद 2021 और 2022 में यह क्रमश: 8.9 बिलियन डॉलर (188.8 टन) और 2.9 बिलियन डॉलर (109.5) टन घटा। पिछले कैलेंडर ईयर के दौरान गोल्ड ईटीएफ से कुल 14.7 बिलियन डॉलर (244.2) की निकासी हुई थी।
Gold ETF flows year-wise (tonnes/ USD)
2023 : -14.7 बिलियन डॉलर (-244.2 टन)
2022 : -2.9 बिलियन डॉलर (-109.5 टन)
2021 : -8.9 बिलियन डॉलर (-188.8 टन)
2020 : +49.4 बिलियन डॉलर (+892.1 टन)
2019 : +19.6 बिलियन डॉलर (+403.6 टन)
2018 : +3.9 बिलियन डॉलर (+70.2 टन)
(Source: World Gold Council)
मार्च 2024 के दौरान ग्लोबल लेवल पर गोल्ड ईटीएफ से 0.8 बिलियन डॉलर (13.6 टन सोने की वैल्यू के बराबर) की निकासी हुई जबकि फरवरी में 2.9 बिलियन डॉलर (48.7 टन) की निकासी की गई थी। इससे पहले जनवरी, दिसंबर, नवंबर, अक्टूबर, सितंबर, अगस्त, जुलाई और जून के दौरान क्रमश: 2.8 बिलियन डॉलर (50.9 टन), 1.1 बिलियन डॉलर (9.5 टन), 0.9 बिलियन डॉलर (9.4 टन), 2.1 बिलियन डॉलर (36.5 टन), 3.2 बिलियन डॉलर (58.7 टन), 2.5 बिलियन डॉलर (45.7 टन), 2.3 बिलियन डॉलर (34.7 टन) और 3.7 बिलियन डॉलर (55.9 टन) की निकासी की गई थी। इससे पहले मई 2023 में गोल्ड ईटीएफ में 1.7 बिलियन डॉलर (19.3 टन सोने) का शुद्ध निवेश (inflow) हुआ था। मार्च और अप्रैल में भी गोल्ड ईटीएफ में निवेश क्रमश: 1.9 बिलियन (32.1 टन) और 0.8 बिलियन डॉलर (15.4 टन) बढ़ा था। हालांकि इससे पहले अप्रैल 2022 से लेकर फरवरी 2023 तक लगातार 11 महीने गोल्ड ईटीएफ में निवेश घटा था।
Gold ETF flows month-wise (tonnes/ USD)
मार्च 2024: -0.8 बिलियन डॉलर (13.6 टन)
फरवरी 2024: -2.9 बिलियन डॉलर (48.7 टन)
जनवरी 2024: -2.8 बिलियन डॉलर (50.9 टन)
दिसंबर 2023: -1.1 बिलियन डॉलर (9.5 टन)
नवंबर2023: -0.9 बिलियन डॉलर (9.4 टन)
अक्टूबर 2023: -2.1 बिलियन डॉलर (36.5 टन)
सितंबर 2023: -3.2 बिलियन डॉलर (58.7 टन)
अगस्त 2023: -2.5 बिलियन डॉलर (45.7 टन)
जुलाई 2023: -2.3 बिलियन डॉलर (34.7 टन)
जून 2023: -3.7 बिलियन डॉलर (55.9 टन)
मई 2023: -1.7 बिलियन डॉलर (19.3 टन)
अप्रैल 2023: -0.8 बिलियन डॉलर (15.4 टन)
मार्च 2023: -1.9 बिलियन (32.1 टन)
(Source: World Gold Council)