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Credit Score Tips: अगर आप आसानी से और कम ब्याज पर लोन लेना चाहते हैं, तो आपका CIBIL स्कोर मजबूत होना बहुत जरूरी है। CIBIL स्कोर आपकी क्रेडिट हिस्ट्री को दिखाता है और बैंक या फाइनेंस कंपनियां इसी के आधार पर लोन अप्रूव करती हैं।
एक सर्वे के मुताबिक, भारत की दो-तिहाई आबादी ने कभी न कभी लोन लिया है। कर्ज लेना अब आम हो चुका है और इसका चलन दिन-प्रतिदिन बढ़ रहा है। लेकिन लोन मिलने या न मिलने में सबसे अहम भूमिका CIBIL स्कोर की होती है।
मार्केट एक्सपर्ट सुशील जैन के मुताबिक, लोन देने वाले बैंक और NBFCs के लिए CIBIL स्कोर ‘क्रेडिटवर्थनेस’ यानी ग्राहक की वित्तीय स्थिति को जानने का एक तरीका है। वहीं, उधार लेने वालों के लिए यह स्कोर यह समझने में मदद करता है कि उन्हें लोन मिलेगा या नहीं।
अगर CIBIL स्कोर अच्छा हो तो लोन मिलने की संभावना बढ़ जाती है और कम ब्याज दर पर लोन मिलने में मदद मिलती है।
CIBIL स्कोर एक 3 अंकों की रेटिंग होती है, जो 300 से 900 के बीच होती है। यह आपके क्रेडिट हिस्ट्री और लोन भुगतान की आदतों के आधार पर तय किया जाता है। आमतौर पर 700 या उससे ज्यादा का स्कोर अच्छा माना जाता है।
भारत में क्रेडिट स्कोर जारी करने वाले प्रमुख क्रेडिट ब्यूरो हैं: TransUnion CIBIL, Equifax, Experian, CRIF Highmark
हर क्रेडिट ब्यूरो का स्कोर अलग हो सकता है, क्योंकि इनके गणना करने का तरीका अलग-अलग होता है। बैंक और लोन देने वाली कंपनियां भी अपने हिसाब से किसी एक या ज्यादा क्रेडिट ब्यूरो का स्कोर चेक करके लोन अप्रूवल का फैसला करती हैं।
बैंक और NBFCs CIBIL स्कोर को देखकर ये तय करते हैं:
लोन मंजूर होगा या नहीं
कितनी रकम का लोन मिलेगा
किस ब्याज दर पर लोन दिया जाएगा
अच्छे CIBIL स्कोर से क्या फायदे हैं?
अगर CIBIL स्कोर अच्छा हो तो उधार लेने वाला इन शर्तों पर बैंक से मोलभाव कर सकता है:
कम ब्याज दर
लोन अप्रूवल जल्दी हो
ज्यादा लोन राशि मिले
अगर आप चाहते हैं कि आपका CIBIL स्कोर बेहतर हो, तो इन 5 टिप्स को अपनाएं:
1. सभी बिल समय पर भरें
अगर आपने क्रेडिट कार्ड लिया है या लोन लिया है, तो उसकी EMI और बिल हमेशा समय पर भरें। अगर समय पर भुगतान नहीं करते, तो आपका CIBIL स्कोर खराब हो सकता है।
2. पुरानी क्रेडिट हिस्ट्री को बनाए रखें
अगर आपके पास पुराना क्रेडिट कार्ड या लोन अकाउंट है, तो उसे बंद न करें। लंबी क्रेडिट हिस्ट्री होने से आपका स्कोर बेहतर दिखता है।
3. क्रेडिट कार्ड का सही इस्तेमाल करें
क्रेडिट कार्ड की लिमिट का 30-40% से ज्यादा इस्तेमाल न करें। अगर आप पूरी लिमिट खर्च करते हैं, तो बैंक को लगेगा कि आपको पैसों की बहुत जरूरत है और यह आपकी क्रेडिट प्रोफाइल के लिए ठीक नहीं होगा।
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4. अपनी CIBIL रिपोर्ट चेक करें
हर कुछ महीने में अपनी CIBIL रिपोर्ट चेक करें। अगर उसमें कोई गलती हो, तो उसे सही करवाएं। कई बार गलत एंट्री से भी स्कोर गिर सकता है।
5. क्रेडिट यूटिलाइजेशन रेश्यो (CUR) कम रखें
अगर आप क्रेडिट कार्ड इस्तेमाल कर रहे हैं, तो क्रेडिट यूटिलाइजेशन रेश्यो (CUR) कम रखने की कोशिश करें। इससे आपका क्रेडिट स्कोर अच्छा बना रहेगा। अगर आपके खर्च ज्यादा हो रहे हैं, तो बैंक से क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाने का अनुरोध कर सकते हैं। इससे आपको ज्यादा खर्च करने की सुविधा मिलेगी और CUR कम रहेगा। जब CUR कम होता है, तो CIBIL स्कोर बेहतर होता है, जिससे भविष्य में लोन मिलने में आसानी हो सकती है।
हालांकि, CIBIL स्कोर अच्छा होने के बावजूद लोन मंजूर हो, यह जरूरी नहीं है। बैंक अपनी नीतियों और शर्तों के आधार पर लोन आवेदन को खारिज भी कर सकते हैं।
मार्केट एक्सपर्ट सुशील जैन का कहना है कि आमतौर पर लोग CIBIL स्कोर को सिर्फ बैंकों के लिए जरूरी मानते हैं, लेकिन यह उधार लेने वालों के लिए भी बेहद फायदेमंद है। इससे वे अपना लोन बेहतर तरीके से प्लान कर सकते हैं और बेहतर शर्तों पर लोन के लिए मोलभाव भी कर सकते हैं।
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Mr. Roy को 10.29 लाख रुपये की कार खरीदनी थी। उनके पास 4 लाख रुपये थे और बाकी 6.29 लाख रुपये के लिए उन्होंने ऑटो लोन के लिए अप्लाई किया। उन्होंने पहले Bank A से संपर्क किया, जिसने उन्हें 11.70% ब्याज दर पर 5 साल के लिए लोन ऑफर किया। इस पर उनकी EMI 13,897 रुपये बन रही थी।
इसके बाद, Mr. Roy ने Bank B से भी ऑफर मांगा। Bank B ने उनका CIBIL स्कोर चेक किया और उनकी अच्छी क्रेडिट हिस्ट्री देखते हुए उन्हें 11.30% की कम ब्याज दर ऑफर कर दी, जिससे उनकी EMI 126 रुपये कम होकर 13,771 रुपये रह गई।
Mr. Roy ने Bank A को उनका ऑफर रिजेक्ट करने की जानकारी दी। यह सुनकर Bank A ने भी अपनी ब्याज दर घटाकर 10.34% कर दी, जिससे उनकी नई EMI सिर्फ 13,470 रुपये रह गई। इससे उन्हें 5 साल में कुल 25,604 रुपये की बचत हुई।
Mr. Roy की अच्छी क्रेडिट हिस्ट्री, हाई CIBIL स्कोर और फाइनेंशियल डिसिप्लिन की वजह से उन्हें लगभग 3% कम ब्याज दर पर लोन मिल सका। इसलिए, अगर आपका क्रेडिट स्कोर अच्छा है, तो आपको कम ब्याज दर पर लोन मिलने के मौके बढ़ जाते हैं।
*डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। लोन, ब्याज दर और CIBIL स्कोर से जुड़ा फैसला लेने से पहले संबंधित बैंक या वित्तीय विशेषज्ञ से सलाह लेना जरूरी है। क्रेडिट स्कोर और लोन अप्रूवल नीतियां अलग-अलग हो सकती हैं।