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सेंसेक्स ने दिन के निचले स्तर से 1,200 अंकों की छलांग क्यों लगाई, निफ्टी कैसे पहुंचा 24,000 के पार?

मंगलवार को मेटल सेक्टर में जोरदार तेजी देखने को मिली, जिसमें निफ्टी मेटल इंडेक्स 3 प्रतिशत से अधिक की बढ़त के साथ 9,525.30 पर पहुंचा।

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कुमार गौरव   
सिराली गुप्ता   
तन्मय तिवारी   
Last Updated- November 05, 2024 | 8:24 PM IST

शेयर बाजार में मंगलवार को एक दिलचस्प मोड़ देखने को मिला जब बीएसई सेंसेक्स और एनएसई निफ्टी50 शुरुआती गिरावट से उबरकर हरे निशान में ट्रेड करने लगे। बीएसई सेंसेक्स ने दिन के निचले स्तर से 1,226.43 अंक यानी 1.62 प्रतिशत की बढ़त के साथ 79,523.13 के उच्चतम स्तर को छुआ और अंत में 79,476.63 पर बंद हुआ।

इसी तरह, निफ्टी50 ने भी 386.30 अंक यानी 1.62 प्रतिशत की बढ़त के साथ 24,229.05 का उच्चतम स्तर छुआ और सत्र का अंत 24,213.30 पर किया। निफ्टी 50 में शामिल 50 में से 39 शेयरों में बढ़त दर्ज की गई, जिनमें मुख्य रूप से JSW Steel, Tata Steel, Hindalco, Bajaj Auto और Axis Bank का नाम शामिल रहा।

सेंसेक्स और निफ्टी में इस रिकवरी के मुख्य कारण इस प्रकार रहे:

मेटल और फाइनेंशियल सेक्टर में तेजी

मंगलवार को मेटल सेक्टर में जोरदार तेजी देखने को मिली, जिसमें निफ्टी मेटल इंडेक्स 3 प्रतिशत से अधिक की बढ़त के साथ 9,525.30 पर पहुंचा। इस तेजी में JSW Steel, SAIL और Hindalco का अहम योगदान रहा। वहीं, वित्तीय सेवाओं के शेयरों में भी मजबूती आई, जिसमें निफ्टी फाइनेंशियल सर्विसेज इंडेक्स 2.17 प्रतिशत की बढ़त के साथ 24,174 के उच्च स्तर पर पहुंचा। इस बढ़त में Axis Bank, Cholamandalam Investment & Finance और ICICI Lombard General Insurance का प्रमुख योगदान रहा।

एचडीएफसी सिक्योरिटीज के रिटेल रिसर्च प्रमुख दीपक जसानी ने मंगलवार के दूसरे हिस्से में बेंचमार्क्स में रिकवरी के चलते मेटल और वित्तीय शेयरों में तेजी का कारण बताया। जसानी के अनुसार, “मेटल शेयरों में तेजी की वजह चीन सरकार द्वारा संभावित प्रोत्साहन उपायों की उम्मीद है, जो शुक्रवार को देश की संसद की बैठक समाप्त होने के बाद आ सकती है।”

अमेरिकी फेडरल रिजर्व की नीति का प्रभाव

आज अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान समाप्त हो गया है। मौजूदा उपराष्ट्रपति कमला हैरिस और पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के बीच मुकाबला कड़ा है। एरिजोना, जॉर्जिया, मिशिगन, नेवाडा, नॉर्थ कैरोलाइना, पेंसिल्वेनिया, और विस्कॉन्सिन जैसे सात स्विंग स्टेट्स इस चुनाव के नतीजे में अहम भूमिका निभाने वाले हैं।

अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के नतीजों से पहले, निवेशकों का अनुमान है कि फेडरल रिजर्व गुरुवार को अपनी नीति बैठक में ब्याज दरों में 25 बेसिस पॉइंट की कटौती कर सकता है। CME का फेडवॉच टूल 98 प्रतिशत संभावना दिखा रहा है कि कटौती होगी, जबकि 2 प्रतिशत संभावना है कि दरें स्थिर रहेंगी।

Equinomics Research के फाउंडर और हेड ऑफ रिसर्च जी. चोक्कलिंगम का मानना है कि अमेरिकी चुनाव में डोनाल्ड ट्रम्प की संभावित जीत से जुड़ी सकारात्मक भावनाएं भी बाजार की रिकवरी में सहायक हो सकती हैं।

एशियाई बाजारों में मजबूती

एशिया-प्रशांत क्षेत्र के बाजारों में आज मजबूती देखी गई, जिससे घरेलू शेयर बाजारों में पॉजिटिव सेंटिमेंट को बल मिला। जापान का निक्केई 1.11 प्रतिशत की बढ़त के साथ बंद हुआ, चीन का मुख्य CSI 300 इंडेक्स 2.52 प्रतिशत चढ़ा, शंघाई कंपोजिट 2.32 प्रतिशत ऊपर रहा, और हांगकांग का हैंग सेंग 2.14 प्रतिशत की वृद्धि के साथ बंद हुआ।

जापान के बाजार में ‘कल्चर डे’ अवकाश के बाद तेजी आई, जबकि चीन के सूचकांकों में उछाल का कारण एक निजी सर्वेक्षण था, जिसने अक्टूबर में चीन के सेवा क्षेत्र की तीन महीनों में सबसे तेज़ वृद्धि दर्शाई। Caixin/S&P Global Services Purchasing Managers’ Index अक्टूबर में 52.0 पर पहुंच गया, जो सितंबर में 50.3 था। यह वृद्धि भविष्य के उत्पादन में बढ़ते विश्वास और हाई बिजनेस गतिविधि के कारण हुई। 50 से ऊपर की रीडिंग विस्तार को दर्शाती है, जबकि 50 से नीचे की रीडिंग संकुचन को इशारा करती है।

टेक्निकल इंडिकेटर्स

निफ्टी इंडेक्स ने आज के निचले स्तर से मजबूत रिकवरी के बाद 24,000 का स्तर फिर से हासिल कर लिया। खास बात यह रही कि इंडेक्स ने कल के निचले स्तर 23,816 को बनाए रखा, जबकि आज का न्यूनतम स्तर 23,842 रहा। आनंद राठी शेयर्स एंड स्टॉक ब्रोकर्स के सीनियर मैनेजर और तकनीकी रिसर्च एनालिस्ट, जिगर एस पटेल के अनुसार, “तकनीकी रूप से, डेली आरएसआई में बुलिश डाइवर्जेंस दिखा, क्योंकि इंडेक्स दिन के निचले स्तर से उछला।” पटेल का कहना है कि आने वाले दिनों में 24,500 का स्तर बहुत महत्वपूर्ण रहेगा।

अगर निफ्टी इस स्तर को पार कर लेता है, तो यह बाजार में एक मजबूत आधार बनने का संकेत हो सकता है। इसके अलावा, अगर आज निफ्टी 24,200 के ऊपर बंद होता है, तो यह एक बुलिश संकेत बनेगा, जो बाजार में तेजी का संकेत देगा। आने वाले समय में 23,800 से 24,500 के बीच के स्तर पर खास नजर रखना जरूरी होगा।

मोनार्क नेटवर्थ कैपिटल के सीईओ गौरव भंडारी के अनुसार, बाजार शॉर्ट-कवरिंग रैली शुरू करने के लिए किसी वजह की तलाश में था, और अमेरिकी चुनाव के संभावित नतीजों ने इसे आज बढ़ावा दिया। एफआईआई ने इंडेक्स में भारी शॉर्ट पोजिशन ली हुई थी, और लॉन्ग-टू-शॉर्ट का अनुपात सिर्फ 20 प्रतिशत था। भंडारी कहते हैं, “जब भी यह अनुपात 20 प्रतिशत या उससे कम होता है, तो अक्सर एक बड़ी शॉर्ट-कवरिंग रैली देखने को मिलती है।” उनका मानना है कि यह रैली अभी शुरू हुई है और आने वाले दिनों में और भी शॉर्ट-कवरिंग हो सकती है।

First Published : November 5, 2024 | 8:24 PM IST