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Vande Bharat स्लीपर ट्रेनों के लिए खास स्टेनलेस स्टील सप्लाई कर रही यह कंपनी, 3 साल में शेयरों ने दिया 100, 200 नहीं… बल्कि 345% का रिटर्न

उच्च शक्ति वाले टेम्पर्ड 301LN ग्रेड ऑस्टेनिटिक स्टेनलेस स्टील अपनी उच्च क्रैश और अग्नि प्रतिरोधक क्षमता के कारण यात्रियों की सुरक्षा भी बढ़ाता है।

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अंशु   
Last Updated- September 08, 2024 | 4:41 PM IST

Vande Bharat sleeper coaches: भारत की प्रमुख स्टेनलेस स्टील मैन्युफैक्चरिंग कंपनी, जिंदल स्टेनलेस (Jindal Stainless) ने वंदे भारत ट्रेन के स्लीपर कोच (Vande Bharat train’s sleeper coaches) बनाने के लिए आवश्यक स्टेनलेस स्टील की सप्लाई की है। शेयर बाजार को दी सूचना में कंपनी ने बताया कि रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव (Ashwini Vaishnaw) ने हाल ही में ट्रेन के कोच के प्रोटोटाइप का अनावरण किया, जिसके लिए कंपनी ने उच्च शक्ति वाले टेम्पर्ड 301LN ग्रेड ऑस्टेनिटिक स्टेनलेस स्टील की सप्लाई की। वंदे भारत ट्रेन के स्लीपर कोच को रात भर की यात्रा के लिए डिजाइन किया गया है।

जानें टेम्पर्ड 301LN ऑस्टेनिटिक स्टेनलेस स्टील की खासियत, बढ़ेगी वंदे भारत ट्रेनों की सुरक्षा

एक्सचेंज फाइलिंग में कंपनी ने कहा कि बेहतर प्रदर्शन और टिकाऊपन के अलावा, इन कोचों के निर्माण में उपयोग किया गया टेम्पर्ड 301LN ऑस्टेनिटिक स्टेनलेस स्टील अपनी जंग प्रतिरोधक विशेषताओं के कारण जीवन-चक्र लागत को कम करता है, जिससे यह लंबे समय तक विश्वसनीय रहता है। यह स्टील अपनी उच्च क्रैश और अग्नि प्रतिरोधक क्षमता के कारण यात्रियों की सुरक्षा भी बढ़ाता है, जिससे रेलवे परिवहन में सुरक्षा मानकों का पालन सुनिश्चित होता है।

Jindal Stainless के MD का दावा, भारत में लंबी दूरी की यात्रा में आएगा क्रांतिकारी बदलाव

जिंदल स्टेनलेस के प्रबंध निदेशक (MD) अभ्युदय जिंदल ने कहा, “वंदे भारत स्लीपर ट्रेन भारतीय रेलवे में इनोवेशन के एक नए युग को चिह्नित करने के लिए तैयार है, और हमें इस परिवर्तनकारी परियोजना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने पर गर्व है जो भारत में लंबी दूरी की यात्रा में क्रांतिकारी बदलाव लाएगी।”

उन्होंने आगे कहा, “टेम्पर्ड 301LN ऑस्टेनिटिक स्टेनलेस स्टील के उपयोग से प्रत्येक कोच का वजन लगभग 2 टन कम हो जाएगा। वजन में कमी से ऊर्जा दक्षता में सुधार होगा और कार्बन फुटप्रिंट में कमी आएगी, जो आधुनिक रेल परिवहन के सतत विकास लक्ष्यों के अनुरूप है। इस नए ट्रेन की उन्नत सुरक्षा (enhanced safety) और आकर्षक डिजाइन (aesthetic appeal) भारतीय रेलवे की इनोवेशन और इंजीनियरिंग उत्कृष्टता का प्रतीक है।”

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Jindal Stainless ने निवेशकों को बनाया मालामाल, 3 साल में दिया 345% का रिटर्न

शुक्रवार को बाजार बंद होने के बाद जिंदल स्टेनलेस का शेयर NSE पर, 1.45 प्रतिशत बढ़कर 730.05 रुपये के भाव पर बंद हुआ। जबकि पिछले दिन यह 719.65 रुपये के भाव पर था। वहीं BSE पर, शेयर 0.90 प्रतिशत की बढ़त के साथ 725.95 रुपये प्रति शेयर के भाव पर बंद हुआ था।

जिंदल स्टेनलेस ने लॉन्ग टर्म में शेयर बाजार में शानदार प्रदर्शन किया है। आज से तीन साल पहले यानी 8 सितंबर 2021 को इस शेयर की कीमत 163.75 रुपये थी। आज इस शेयर की कीमत 725.95 रुपये है। इस तरह से पिछले तीन साल में इस शेयर ने निवेशकों को लगभग 345.37 प्रतिशत का रिटर्न दिया है। वहीं, पिछले एक साल में जिंदल स्टेनलेस ने निवेशकों को लगभग 50.63 प्रतिशत का रिटर्न दिया है।

160 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलेगी वंदे भारत स्लीपर ट्रेन, जानें खासियत

वंदे भारत स्लीपर ट्रेन को 160 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने के लिए डिजाइन किया गया है। इस नए ट्रेन में कुल 16 कोच हैं, जिसमें 11 एसी थ्री-टियर कोच, चार एसी टू-टियर कोच और एक एसी प्रथम श्रेणी कोच शामिल हैं। इस ट्रेन में कुल 823 यात्री बैठेंगे। यह नई ट्रेन तेज, आरामदायक और आधुनिक सुविधाओं से लैंस है। कोचों का पहला सेट इस महीने के अंत में भेजा जाना तय है और 2024 के अंत तक इसके आधिकारिक तौर पर लॉन्च होने की उम्मीद है। इन कोचों का निर्माण इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (ICF) और भारत अर्थ मूवर्स लिमिटेड (BEML) द्वारा किया जा रहा है।

First Published : September 8, 2024 | 4:39 PM IST