आईटी सेक्टर की दिग्गज कंपनी एक्सेंचर (Accenture) द्वारा चालू वित्त वर्ष (2023-24) के लिए अपना रेवेन्यू अनुमान कम करने की खबरों के बीच शुक्रवार को शुरुआती कारोबार में आईटी शेयरों (IT Stocks) में गिरावट आई।
बीएसई (BSE) पर एचसीएल टेक्नोलॉजीज (HCL Tech) का शेयर 5.62 प्रतिशत, विप्रो का शेयर 4.24 प्रतिशत, एलटीआईमाइंडट्री का शेयर 4.17 प्रतिशत और एलएंडटी टेक्नोलॉजी सर्विसेज का शेयर 4.13 प्रतिशत गिरा।
इंफोसिस के शेयर (Infosys Share) में 3.70 प्रतिशत की गिरावट आई, टेक महिंद्रा के शेयर में 3.57 प्रतिशत की गिरावट आई और टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज के शेयर में 2.97 प्रतिशत की गिरावट आई।
सेंसेक्स और निफ़्टी में भी गिरावट
बीएसई आईटी इंडेक्स 1.63 प्रतिशत की गिरावट पर कारोबार कर रहा है। बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स (Sensex) 413.36 अंक टूटकर 72,227.83 अंक पर आ गया। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी (Nifty) 86.8 अंक फिसलकर 21,925.15 अंक पर आ गया।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी के विजयकुमार ने कहा, “एक्सेंचर के खराब अनुमान के कारण आईटी पर दबाव बने रहने की संभावना है।”
रिपोर्ट के अनुसार, वैश्विक अनिश्चितता और परामर्श सेवाओं पर कमजोर ग्राहक खर्च के कारण एक्सेंचर ने वित्त वर्ष 2023-24 के लिए अपने राजस्व अनुमान को कम कर दिया है। अब उसे पूरे साल की राजस्व वृद्धि 1-3 प्रतिशत के बीच रहने का अनुमान है, जो पूर्व के 2-5 प्रतिशत के अनुमान से कम है। भाषा अनुराग
एक्सेंचर ने क्यों घटाया अपना रेवेन्यू अनुमान ?
आईटी सेक्टर की दिग्गज कंपनियों में से एक एक्सेंचर (Accenture) ने गुरुवार को वित्त वर्ष 2024 के लिए अपने कमाई के अनुमान को घटा दिया है।
समाचार एजेंसी रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अर्थव्यवस्था में अनिश्चितता के माहौल के कारण ग्राहक परामर्श सेवाओं पर खर्च में कटौती के लिए प्रेरित हो सकते हैं। इस कारण से आईटी कंपनी ने अपने रेवेन्यू के अनुमान में कटौती की है।
Accenture को रेवेन्यू ग्रोथ 1 से 3 फीसदी के बीच रहने की उम्मीद
आईटी सर्विस प्रोवाइडर एक्सेंचर को अब पूरे साल की राजस्व वृद्धि 1 से 3 फीसदी के बीच होने की उम्मीद है, जबकि पहले इसका पूर्वानुमान 2 से 5 फीसदी था। प्रीमार्केट ट्रेडिंग में इसके शेयरों में लगभग 5.6 फीसदी की गिरावट आई।
कंपनी अपनी आईटी और परामर्श सेवाओं के लिए सुस्त मांग से जूझ रही है क्योंकि उच्च ब्याज दरें और अनिश्चित आर्थिक दृष्टिकोण ग्राहकों को खर्च रोकने के लिए प्रेरित कर रहे हैं।