सेंसेक्स और निफ्टी अपने रिकॉर्ड के बहुत करीब हैं और निफ्टी मिडकैप 100 भी नया हाई बना चुका है। लेकिन निफ्टी SmallCap 100 अभी भी अपने पुराने हाई से लगभग 9.2% नीचे है। विशेषज्ञों का कहना है कि स्मॉलकैप शेयर इसलिए पीछे रह गए हैं क्योंकि रिटेल और बड़े निवेशक इस समय ज्यादा आईपीओ में पैसा लगा रहे हैं। साथ ही स्मॉलकैप शेयरों की कीमतें काफी बढ़ गई थीं, लेकिन उनकी कमाई पिछले पांच तिमाहियों से कमजोर रही है। यानी कीमतें तेजी से बढ़ीं लेकिन कमाई उतनी नहीं बढ़ी, इसलिए स्मॉलकैप शेयर अभी जल्दी रिकवर नहीं कर पा रहे हैं।
कई हफ्तों तक लगातार ज्यादा आईपीओ आने के बाद इस हफ्ते रफ्तार थोड़ी धीमी दिख रही है। इस बार सिर्फ सुदीप फार्मा और एक्सेलसॉफ्ट टेक्नोलॉजीज के लिस्ट होने की उम्मीद है, और मीशो भी अपना आईपीओ प्लान बता सकती है। लेकिन दिसंबर में फिर बहुत तेजी दिख सकती है, क्योंकि करीब दर्जनभर कंपनियां अपना आईपीओ लाने की तैयारी में हैं। पहले दिसंबर का महीना धीमा रहता था, लेकिन महामारी के बाद घरेलू निवेश बढ़ने से अब ऐसा नहीं है। इसी वजह से पिछले चार में से तीन साल दिसंबर में 10 से ज्यादा आईपीओ आए हैं।
पिछले हफ्ते सेंसेक्स में 0.8% और निफ्टी में 0.6% की बढ़त हुई। यह बढ़त इसलिए दिखी क्योंकि एआई से जुड़े शेयरों में सुधार आया, जुलाई–सितंबर 2025-26 के नतीजे अच्छे रहे और अमेरिका के साथ ट्रेड डील की उम्मीदें बढ़ीं।
लेकिन Nvidia के अच्छे नतीजों के बाद कई निवेशकों ने मुनाफा कमा कर बेच दिया, जिससे तेजी थोड़ी धीमी हो गई। विशेषज्ञों का कहना है कि इस समय बाजार की तेजी सिर्फ कुछ ही बड़े शेयरों में दिख रही है, पूरे बाजार में नहीं।
उनके मुताबिक निफ्टी के लिए 25,750–25,800 मजबूत सपोर्ट है। वहीं 26,100–26,150 का स्तर निफ्टी के लिए बड़ा रुकावट वाला जोन है। अगर निफ्टी इस रेंज के ऊपर एक-दो दिन बंद होता है, तभी बाजार में मजबूत और पक्की तेजी मानी जाएगी।