facebookmetapixel
2026 में डेट फंड में निवेश कैसे करें? ज्यादा रिटर्न के लालच से बचें, शॉर्ट और मीडियम-ड्यूरेशन फंड्स पर रखें फोकसलंदन पार्टी वीडियो पर हंगामा, ललित मोदी ने भारत सरकार से मांगी माफीटायर स्टॉक पर Motilal Oswal बुलिश, कहा– वैल्यूएशन सपोर्टिव; ₹600 तक जाएगा शेयर!2025 में डर और लालच ने निवेशकों को क्या सिखाया और 2026 में इसमें क्या बदलाव कर सकते हैं?Aravalli Hills Row: सुप्रीम कोर्ट ने अरावली हिल्स फैसले को रोका, नए विशेषज्ञ पैनल से समीक्षा का आदेशNew Year 2026: 8वें वेतन आयोग से पैन-आधार तक, नए साल में बदलने वाले हैं ये बड़े नियमUnnao rape case: कुलदीप सेंगर की जमानत पर सुप्रीम कोर्ट की रोक, जेल में ही रहेंगे50% रिटर्न देगा ये IT Stock! ब्रोकरेज बोले – खरीद लो, अमेरिकी कंपनी की खरीद से बदलेगा गेम2025 में बदला भारत का रिटेल गेम: 10 मिनट से 30 मिनट डिलीवरी तक, क्विक कॉमर्स बना नया नॉर्म2025 का कॉर्पोरेट ड्रामा: इंडिगो से जेएसडब्ल्यू तक संचालन की कसौटी

Small Cap Funds: स्मॉलकैप योजनाओं में सहज हो रहा स्ट्रेस का स्तर

बड़े आकार वाली ज्यादातर स्मॉलकैप योजनाओं ने मार्च में गिरावट के बीच बाजारों में नकदी झोंकी

Last Updated- April 15, 2024 | 11:00 PM IST
FoF returned to glory, benefited from tax adjustment; Raised Rs 6,000 crore FOF में लौटी रौनक, टैक्स एडजस्टमेंट का मिला फायदा; 6,000 करोड़ रुपये जुटाए

एसबीआई, ऐक्सिस और क्वांट जैसे फंडों की स्मॉलकैप योजनाओं ने स्ट्रेस टेस्ट के हालिया दौर में नकदी के मोर्चे पर सुधार देखा है। स्मॉलकैप फंड पोर्टफोलियो के 50 फीसदी हिस्से को बेचने के जरूरी दिनों की संख्या मार्च में 12 अग्रणी योजनाओं के मामले में घटकर औसतन 26.7 रह गई जो फरवरी में 27.2 थी।

एसबीआई और ऐक्सिस स्मॉलकैप फंडों ने अपना-अपना नकदी मानक सुधारने में कामयाबी पाई। स्मॉलकैप में उनका निवेश फरवरी के मुकाबले मार्च में बढ़ा। एसबीआई के स्मॉलकैप फंड की स्मॉलकैप होल्डिंग 81 फीसदी से बढ़कर 82 फीसदी हो गई।

ऐक्सिस स्मॉलकैप फंड ने भी निवेश में एक फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की। हालांकि निप्पॉन इंडिया, एचडीएफसी और कोटक जैसे फंडों की योजनाओं ने अपने पोर्टफोलियो के 50 फीसदी हिस्से को नकदी में बदलने के लिए जरूरी दिनों की संख्या में बढ़ोतरी दर्ज की।

मार्च में स्मॉलकैप में गिरावट आई और निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 4.5 फीसदी फिसल गया। 30 महीने में मार्च पहला ऐसा महीना रहा जब स्म़ॉलकैप फंड श्रेणी ने निवेश निकासी का सामना किया। निवेशकों ने पिछले महीने इन फंडों से 94 करोड़ रुपये निकाले।

ज्यादातर स्मॉलकैप योजनाओं ने गिरावट का इस्तेमाल अपनी योजनाओं में नकद निवेश में किया। हालांकि निप्पॉन इंडिया, एचडीएफसी, क्वांट, कोटक और फ्रैंकलिन टेम्पलटन की नकदी में कमी आई लेकिन 10 अग्रणी फंडों में एसबीआई, एचएसबीसी और डीएसपी ने अपनी नकदी होल्डिंग में बढ़ोतरी दर्ज की।

नकदी के आंकड़े उस नए डिस्क्लोजर का हिस्सा हैं जिसे बाजार नियामक सेबी ने अनिवार्य बनाया है। नियामक ने उच्च मूल्यांकन के बावजूद स्मॉलकैप व मिडकैप फंडों में आ रहे मजबूत निवेश को देखते हुए ऐसे टेस्ट की बात कही थी ताकि निवेशकों के बेहतर तरीके से सूचित रखा जा सके।

स्ट्रेस टेस्ट में परिसंपत्तियों को नकदी में बदलने के लिए जरूरी दिनों की संख्या का आकलन किया जाता है, जो अंतर्निहित स्टॉक के हालिया ट्रेडिंग वॉल्यूम पर आधारित होता है। उद्योग निकाय एम्फी की तरफ से तैयार फॉर्मेट में अन्य विशिष्ट शर्तें मसलन कम से कम 10 फीसदी लिक्विड होल्डिंग हटाने के बाद लिक्विडेशन के लिए प्रो-राटा को आधार बनाए जाने को शामिल किया गया है।

First Published - April 15, 2024 | 11:00 PM IST

संबंधित पोस्ट