Zomato Share: भारत के सबसे बड़े फूड डिलिवरी एग्रीगेटर जोमैटो (Zomato) के शेयरों में आज जबरदस्त उछाल देखने को मिला। बेहतर कमाई की उम्मीदों के दम पर कमजोर बाजार में भी इंट्रा डे ट्रेड के दौरान इसके शेयर 191.80 के लेवल पर पहुंच गए, जो पिछले एक साल का सबसे बड़ा रिकॉर्ड है।
पिछले 15 दिनों का आंकड़ा देखा जाए तो फूड एग्रीगेटर प्लेटफॉर्म जोमैटो के शेयरों में करीब 29 फीसदी का उछाल दर्ज किया गया है। जबकि एक साल का आंकड़ा देखा जाए तो इसके शेयरों में करीब 270 फीसदी का जबरदस्त उछाल देखने को मिला है। 1 साल पहले इसके शेयर 51.70 रुपये पर ट्रेड कर रहे थे और आज यानी 5 अप्रैल 2024 को NSE पर 190.80 रुपये पर बंद हुए। कैलेंडर ईयर 2024 (CY24) का डेटा देखें तो इसके शेयरों में 55 फीसदी का उछाल आया है।
मार्च 2024 तिमाही (Q4FY24) में जोमैटो का कुल राजस्व (overall revenue) 3,170 करोड़ रुपये होने की उम्मीद है, जो सालाना आधार पर (YoY) 54 फीसदी अधिक है। ऐसा इसलिए हो सकता है क्योंकि कंपनी लगातार ग्रोथ हासिल कर रही है।
एनालिस्ट एलारा कैपिटल (Elara Capital) के अनुसार, ज्यादा संख्या में रेस्तरां और व्यंजनों (restaurants and cuisine) के मौजूद होने की वजह से क्विक सर्विस रेस्तरां (QSR) प्लेटफार्मों के मुकाबले कंपनी को डिलीवरी में प्रतिस्पर्धात्मक लाभ (competitive advantage) बना हुआ है।
ब्रोकरेज फर्म को सकल ऑर्डर मूल्य (gross order value-GOV ) में जोमैटो के फूड डिलीवरी सेगमेंट में 19 फीसदी सालाना और Blinkit (qCommerce segment) में 80 फीसदी सालाना ग्रोथ की उम्मीद है। एलारा कैपिटल ने अपने तिमाही पूर्वावलोकन (quarterly preview) में कहा, ‘हमें फूड डिलीवरी में सालाना आधार पर (YoY) 35.8 फीसदी, ब्लिंकिट के लिए 84.8 फीसदी और हाइपरप्योर (Hyperpure) में 80 फीसदी के रेवेन्यू ग्रोथ की उम्मीद है।’
एनालिस्ट को उम्मीद है कि 1 जनवरी से मेजर मार्केट में 4 रुपये के प्लेटफार्म फी की शुरूआत और हायर ऐड रेवेन्यू (फूड और नॉन फूड वर्टिकल) की वजह से, सालाना आधार पर 250 बेसिस पॉइंट के हायर टेक रेट एक्सपैंसन के कारण फूड डिलिवरी रेवेन्यू में बेहतर बढ़ोतरी होगी।। यूजर एक्सपीरिएंस और स्केल की कमी के कारण, ब्रोकरेज फर्म को फिलहाल ONDC में फूड डिलिवरी की शुरुआत के कारण कोई निगेटिव असर नहीं दिख रहा है।
एनालिस्ट को उम्मीद है कि फूड डिलिवरी सेगमेंट में मार्जिन एक्सपैंसन के कारण एबिटा मार्जिन (ebitda margin) से पहले कुल कमाई 2.0 फीसदी तक बढ़ जाएगी, जो कि 40 बेसिस पॉइंट प्रति तिमाही (QoQ) है।
ब्रोकरेज फर्म ने अपनी खरीद (BUY) रेटिंग बरकरार रखी है लेकिन टारगेट प्राइस 181 रुपये से बढ़ाकर 227 रुपये कर दिया है।
एक्टिव रेस्तरां बेस में बढ़ोतरी और कमजोर मांग के माहौल के बावजूद फूड डिलीवरी मार्जिन में वृद्धि हुई। डार्क स्टोर्स में तेज वृद्धि के बावजूद, क्विक कॉमर्स में बेहतर मार्जिन देखा गया। CLSA के व्यू के मुताबिक, फूड के लिए कंसोलिडेटेड एबिटा मार्जिन धीरे-धीरे जोमैटो के 5 फीसदी से 6 फीसदी के मीडियम टर्म गाइडेंस में बढ़ना चाहिए, जबकि क्विक कॉमर्स वित्त वर्ष 2025 में कंसोलिडेटेड एबिटा ब्रेकईवन तक पहुंचने की राह पर है।