मंदी के बावजूद टाटा कैपिटल महीने के अंत से पहले 17,000 करोड़ का अपना आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) बाजार में उतारने के लिए तैयार है। निवेश बैंकरों ने यह जानकारी दी। भारतीय रिजर्व बैंक के नियमों के अनुसार, उच्च-स्तरीय श्रेणी की किसी भी गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी को 30 सितंबर तक सूचीबद्ध होना अनिवार्य है, जब तक कि उसे नियामक से कोई विशेष छूट न मिल जाए। कंपनी ने आईपीओ दस्तावेज गोपनीय रूप से दाखिल किया था, जिसे भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड ने जून में मंज़ूरी दे दी थी।
एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स के नियोजित आईपीओ समेत कई बड़े निर्गम बाजार में उतार-चढ़ाव के कारण रुके हुए हैं, ऐसे में टाटा कैपिटल की शेयर बिक्री पर सबकी नज़र रहेगी। यह आईपीओ (जिससे फर्म का संभावित मूल्यांकन 1.5 लाख करोड़ रुपये होगा) भारत का चौथा सबसे बड़ा और किसी एनबीएफसी द्वारा पेश अब तक का सबसे बड़ा आईपीओ होगा।
नैशनल स्टॉक एक्सचेंज निफ्टी-50 इंडेक्स पिछले हफ्ते 1.3 फीसदी बढ़कर 24,741 पर पहुंच गया, जिसे एफएमसीजी उत्पादों पर वस्तु एवं सेवा कर में कटौती से मदद मिली। इस कदम से आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है।
लाइवलॉन्ग वेल्थ के संस्थापक हरिप्रसाद के ने कहा, मौजूदा रुझान तटस्थ से लेकर हल्के तेजी वाले हैं। 24,800 से ऊपर जाने पर 25,000 का रास्ता खुल सकता है जबकि समर्थन का तात्कालिक स्तर 24,600 है, उसके बाद 24,350-24,400 का क्षेत्र है।
एलकेपी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ तकनीकी विश्लेषक रूपक डे ने कहा, अगर निफ्टी निर्णायक रूप से 24,750 से ऊपर जाता है तो रफ्तार बढ़ सकती है, जो अल्पावधि में 25,150-25,250 का लक्ष्य रखता है। नीचे की ओर समर्थन का स्तर 24,500 है।
इस हफ़्ते आने वाले तीन आरंभिक सार्वजनिक निर्गमों (आईपीओ) के लिए ग्रे मार्केट प्रीमियम (जीएमपी) 12 से 20 फीसदी के बीच है, जिसमें तकनीक सक्षम घरेलू और सौंदर्य सेवा प्रदाता अर्बन कंपनी का प्रीमियम सबसे ज्यादा है।
टाइगर ग्लोबल समर्थित इस कंपनी का लक्ष्य 14,800 करोड़ रुपये के घटे मूल्यांकन पर 1,900 करोड़ रुपये जुटाना है। इसकी तुलना में लचीले कार्यस्थल बनाने वाली कंपनी देव एक्सेलरेटर का 143 करोड़ रुपये का आईपीओ 15 फीसदी जीएमपी पर कारोबार कर रहा है।
जबकि आभूषण विक्रेता श्रृंगार हाउस ऑफ मंगलसूत्र का 400 करोड़ रुपये का आईपीओ करीब 12 फीसदी प्रीमियम पर है। इसके अलावा अमंता हेल्थकेयर (जिसे 82 गुना आवेदन मिले थे) के करीब 7 फीसदी की बढ़त के साथ सूचीबद्ध होने की उम्मीद है।