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Maruti और Mahindra पर दांव, Tata पर सतर्क – Auto sector पर मोतीलाल ओसवाल की रिपोर्ट चर्चा में

ब्रोकरेज हाउस मोतीलाल ओसवाल ने कहा कि जीएसटी कटौती के बाद ऑटो सेक्टर में मांग बढ़ी है।

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बीएस वेब टीम   
Last Updated- October 24, 2025 | 9:49 AM IST

Motilal Oswal Auto Stocks Picks: ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज (MOFSL) ने कहा है कि वह मारुति सुजुकी इंडिया (MSIL) को पैसेंजर व्हीकल (PV) सेगमेंट में अपनी पसंदीदा कंपनी मानती है। कंपनी का मानना है कि मजबूत एक्सपोर्ट ग्रोथ और नए लॉन्च की मजबूत पाइपलाइन से मारुति की कमाई में तेजी आएगी।

यूटीलिटी व्हीकल (UV) सेगमेंट में, महिंद्रा एंड महिंद्रा (M&M) MOFSL की पहली पसंद है। इसका कारण है कंपनी की बढ़ती ट्रैक्टर बिक्री और यूवी सेगमेंट में लगातार अच्छी ग्रोथ। वहीं, ऑटो पार्ट्स बनाने वाली कंपनियों में एंड्योरेंस टेक्नोलॉजीज और हैपी फोर्जिंग्स को लेकर भी ब्रोकरेज हाउस का रुख बेहतर है।

ऑटो सेक्टर में मांग क्यों बढ़ी?

MOFSL ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि जीएसटी दरों में कटौती के बाद ऑटो सेक्टर की मांग में हर सेगमेंट में सुधार देखा गया है। कंपनी के मुताबिक, दो-पहिया और पैसेंजर व्हीकल के एंट्री लेवल मॉडल्स की बिक्री में तेजी आई है। MOFSL का अनुमान है कि फेस्टिव सीजन के बाद डिस्काउंट्स धीरे-धीरे कम होंगे और मांग स्थिर रह सकती है।

FII का नजरिया: ऑटो सेक्टर पर उम्मीदें बढ़ीं

सिंगापुर में आयोजित तीन दिन के एशिया रोडशो के दौरान MOFSL के विश्लेषकों ने करीब 15 विदेशी निवेशकों (FIIs) से मुलाकात की। इनमें से ज्यादातर ने जीएसटी कटौती के बाद भारतीय ऑटो सेक्टर पर अच्छा रुख दिखाया। हालांकि, निवेशक यह देखना चाहते हैं कि त्योहारी सीजन के बाद भी मांग बनी रहती है या नहीं और क्या एंट्री-लेवल वाहनों की बिक्री टिकेगी।

रिपोर्ट के अनुसार, मारुति सुजुकी निवेशकों की पसंदीदा कंपनी बनकर उभरी, जबकि अन्य ऑटो कंपनियों पर राय मिली-जुली रही। ऑटो पार्ट्स कंपनियों में निवेशकों की दिलचस्पी भारत फोर्ज, सोना कॉमस्टार, बॉश, संधार टेक्नोलॉजीज और मदरसन सुमी वायरिंग जैसी कंपनियों में रही।

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निवेशकों की नजर पैसेंजर व्हीकल सेगमेंट पर

ब्रोकरेज हाउस के मुताबिक, निवेशक फिलहाल यह देखना चाहते हैं कि त्योहारों के बाद पैसेंजर व्हीकल की मांग बनी रहती है या नहीं। MOFSL का कहना है कि दिसंबर 2025 तक बिक्री मजबूत रह सकती है, लेकिन 2026 में मांग की स्थिरता पर अभी भी सवाल है क्योंकि मौजूदा ग्रोथ डिस्काउंट्स पर निर्भर है।

रिपोर्ट में कहा गया है कि एमएंडएम और टाटा मोटर्स पर BYD की भारत में एंट्री को लेकर निवेशक चिंतित हैं। MOFSL ने बताया कि Maruti Suzuki सबसे पसंदीदा कंपनी बनी हुई है, जबकि M&M और हुंडई पर राय बंटी हुई है। कुछ निवेशक टाटा मोटर्स को भी सुधार के बाद एक अच्छा विकल्प मानते हैं।

टू-व्हीलर सेगमेंट में सतर्क नजरिया

दो-पहिया वाहनों की शुरुआती मांग में हल्की सुधार के संकेत हैं। हीरो मोटोकॉर्प में तेजी के बाद निवेशक थोड़े सतर्क हैं, जबकि टीवीएस मोटर को लॉन्ग-टर्म निवेश के लिए मजबूत कंपनी माना जा रहा है, भले ही वैल्यूएशन ऊंचा हो। रॉयल एनफील्ड बनाने वाली आइशर मोटर्स पर निवेशक यह जानना चाहते हैं कि हाल की वॉल्यूम ग्रोथ टिकाऊ है या नहीं। वहीं, बजाज ऑटो पर घरेलू और निर्यात बाजार हिस्सेदारी को लेकर चिंताएं बनी हुई हैं।

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कमर्शियल व्हीकल और ऑटो पार्ट्स कंपनियां

निवेशक अब यह जानना चाहते हैं कि कमर्शियल व्हीकल की मांग में सुधार के शुरुआती संकेत दिख रहे हैं या नहीं, और डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (DFC) का क्या असर होगा। MOFSL ने कहा कि कीमतों में अनुशासन और मजबूत बैलेंस शीट अच्छे संकेत हैं, लेकिन कुल मिलाकर रिकवरी में अभी समय लगेगा।

टैरिफ से जुड़ी अनिश्चितता अभी भी बनी हुई है, जिससे ऑटो एंसिलरी सेक्टर, खासकर सीवी कंपोनेंट्स और नॉन-ऑटो एक्सपोर्ट्स, पर असर पड़ रहा है। MOFSL के टॉप पिक्स – एंड्योरेंस टेक्नोलॉजीज और हैपी फोर्जिंग्स पर निवेशकों ने किसी तरह का विरोध नहीं जताया, जबकि भारत फोर्ज, सोना कॉमस्टार, बॉश, संधार टेक्नोलॉजीज और मदरसन सुमी वायरिंग में निवेशकों की रुचि बढ़ती दिखी।

First Published : October 24, 2025 | 9:39 AM IST