Stock Market Wrap: हालिया गिरावट के बीच घरेलू शेयर बाजारों के लिए यह हफ्ता (3 मार्च-7 मार्च) राहत भरा रहा। सप्ताह के पांच ट्रेडिंग सेशन में तीन सेशन में बाजार हरे निशान में बंद हुआ। इस सप्ताह निफ्टी50 में लगभग 1.9% की वृद्धि हुई। यह पिछले तीन महीने में इसकी सबसे बड़ी वीकली वृद्धि है। बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) में इस सप्ताह 1.6% की वृद्धि हुई जो जनवरी के अंत के बाद से इसकी सबसे अच्छी साप्ताहिक वृद्धि है।
बीएसई सेंसेक्स इस सप्ताह चढ़कर चढ़ा। सेंसेक्स शुक्रवार (28 फरवरी) को 73,198 अंक पर बंद हुआ था। यह इस शुक्रवार (7 मार्च) 74,332 पर बंद हुआ। इस तरह सेंसेक्स साप्ताहिक आधार पर 134 अंक चढ़ा है। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी50 भी इस हफ्ते 428 अंक चढ़ा। निफ्टी पिछले हफ्ते 22,124 पर बंद हुआ था। यह इस वीक 22,552 के लेवल पर बंद हुआ।
एक्सचेंज के सभी 13 प्रमुख सेक्टर्स में सप्ताह का अंत बढ़त के साथ हुआ। इसमें मिड-कैप (Midcap) और स्मॉल-कैप (Smallcap) शेयरों में क्रमशः 2.66% और 5.5% की वृद्धि आई।
चीन से और अधिक प्रोत्साहन पैकेज की उम्मीद तथा स्टील प्रोडक्शन में कटौती की उसकी योजना के कारण मेटल सेक्टर (Metal Sector) में इस सप्ताह 8.6% की वृद्धि हुई, जो लगभग चार वर्षों में उनका सबसे अच्छा सप्ताह रहा।
इस सप्ताह बाजार में रही बढ़त से निवेशकों की वेल्थ 14 लाख करोड़ रुपये के करीब बढ़ गई। बीएसई में लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप शुक्रवार (28 फरवरी) को 384,60,048 करोड़ रुपये था। इस शुक्रवार (7 मार्च) को यह बढ़कर 398,26,597 करोड़ रुपये रह गया। इस हिसाब से कंपनियों का मार्केट कैप (Mcap) 13,66,549 लाख करोड़ रुपये बढ़ा है।
1. इस सप्ताह वैश्विक स्तर पर अनिश्चताओं और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रम्प की टैरिफ घोषणाओं से बाजार में घबराहट का माहौल देखने को मिला।
2. इस हफ्ते मुख्य रूप से निचले स्तरों पर खरीदार देखी गई। इसके चलते बाजार हरे निशान में रहा। एशियाई बाजारों में तेजी से घरेलू बाजारों पर पॉजिटिव असर पड़ा। इसके अलावा इंडेक्स में हैवी वेटेज रखने वाले आईटी स्टॉक्स में उछाल ने भी बाजार को ऊपर खींचा है।
3. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने मेक्सिको और कनाडा के ऑटोमोबाइल पर टैरिफ को एक महीने के लिए टालने का फैसला किया है। इससे वैश्विक बाजारों ने आज राहत की सांस ली है।
4. इसके अलावा मांग में नरमी और चीन से आगे आर्थिक प्रोत्साहन पैकेज से कच्चे तेल की कीमतों में कमी आई। इससे एनर्जी और मेटल सेक्टर के शेयरों में जोरदार तेजी देखने को मिली।