शेयर बाजार

Closing Bell: उतार-चढ़ाव के बीच लाल निशान में बंद हुआ बाजार, सेंसेक्स 625 अंक टूटा; निफ्टी 24,826 पर बंद; ये 3 फेक्टर बने गिरावट की वजह

भारी भरकम वजन रखने वाले एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज और इंफोसिस जैसे शेयरों में बिकवाली ने Nifty 50 और Sensex को सबसे ज्यादा नीचे खींचा।

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जतिन भूटानी   
Last Updated- May 27, 2025 | 8:49 PM IST

Stock Market Closing Bell, Tuesday, May 27, 2025: वैश्विक बाजारों से मिलेजुले रुख के बीच भारतीय शेयर बाजार के मंगलवार (27 मई) को लाल निशान में ओपन हुए। आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी बैंक, रिलायंस और इन्फोसिस जैसी भारी भरकम शेयरों में गिरावट से बाजार को नीचे की तरफ खींचा।

तीस शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) मंगलवार को 100 अंक से ऊपर की गिरावट लेकर 82,038.20 पर खुला। खुलते ही इसमें बिकवाली हावी हो गई। हालांकि, कारोबार के दौरान यह हरे निशान में भी लौट गया था। अंत में सेंसेक्स 624.82 या 0.76% की गिरावट लेकर 81,551.63 पर बंद हुआ।

इसी तरह, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी-50 (Nifty-50) भी गिरावट के साथ 24,956.65 पर ओपन हुआ। कारोबार के दौरान यह 24,704 अंक तक फिसल गया था। अंत में यह 174.95 अंक या 0.70% गिरकर 24,826.20 पर बंद हुआ।

शेयर बाजार में मंगलवार 27 मई को गिरावट की वजह?

1. मंगलवार को शुरुआती कारोबार में एशिया के ज्यादातर शेयर बाजारों में गिरावट दर्ज की गई। अमेरिकी में बढ़ते फिस्कल डेफिसिट और अर्थव्यवस्था के लिए जोखिम की चिंताओं के कारण डॉलर इंडेक्स में गिरावट जारी रही। इसका असर घरेलू शेयर बाजार पर भी देखने को मिला।

2. इंडेक्स में भारी भरकम वजन रखने वाले एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज और इंफोसिस जैसे दिग्गज शेयर में बिकवाली ने बेंचमार्क निफ्टी 50 और सेंसेक्स को सबसे ज्यादा नीचे खींचा।

3. कमजोर वैश्विक संकेतों ने निवेशकों को मुनाफावसूली के लिए प्रेरित किया है। जापान के निक्केई और कोरिया के कोस्पी सहित एशिया के प्रमुख बाजारों में गिरावट आई। निवेशकों में इस बात की चिंता थी कि अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के टैक्स कटौती बिल से अमेरिका का फिस्कल डेफिसिट बढ़ जाएगा।

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सेंसेक्स की कंपनियों में अल्ट्राटेक सीमेंट, आईटीसी, एनटीपीसी, महिंद्रा एंड महिंद्रा और एक्सिस बैंक में सबसे ज्यादा गिरावट रही। दूसरी तरफ, इंडसइंड बैंक, सन फार्मा, अडाणी पोर्ट्स और एशियन पेंट्स बढ़त में बंद होने में कामयाब रहे।

स्मॉलकैप और मिडकैप का बेहतर प्रदर्शन

प्रमुख इंडेक्सिस से बेहतर प्रदर्शन करते हुए निफ्टी स्मॉलकैप 100 में मामूली 0.09 प्रतिशत की गिरावट आई और मिडकैप 100 में 0.08 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। निफ्टी ऑटो, आईटी, फाइनेंशियल सर्विसेज, तेल एवं गैस तथा एफएमसीजी में 0.5 प्रतिशत तक की गिरावट के साथ रिजलनल इंडेक्सिस में मिलाजुला रुझान देखने को मिला। निफ्टी एनर्जी, मीडिया, मेटल, फार्मा, रियल्टी और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स में बढ़त दर्ज की गई।

सोमवार को कैसी थी Stock Market की चाल?

इस बीच, कंपनियों के चौथी तिमाही के नतीजे (Q4 Results), अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप (Donald Trump) की टैरिफ योजनाएं और वैश्विक बाजारों में मिलाजुला रुख मंगलवार को बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स और निफ्टी 50 की चाल को तय करेंगे।

इंस्टीट्यूशनल गतिविधियों के मोर्चे पर विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) ने सोमवार को 135.98 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। इसी तरह, घरेलू संस्थागत निवेशकों (DIIs) ने 26 मई को 1,745.72 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।

वैश्विक बाजारों से क्या संकेत ?

एशियाई बाजारों में मंगलवार को मिलाजुला रुख रहा। निवेशकों ने यूरोपीय संघ के आयात पर 50 प्रतिशत टैरिफ टालने के ट्रम्प के फैसले पर विचार किया। जापान का निक्केई 0.15 प्रतिशत नीचे था। जबकि ब्रोडर टॉपिक्स इंडेक्स स्थिर था। कोस्पी 0.32 प्रतिशत फिसला। यह सोमवार को तीन महीने के उच्चतम स्तर से नीचे फिसल गया। वहीं, एएसएक्स 200 ट्रेंड के उलट 0.16 प्रतिशत बढ़ा।

सोमवार को मेमोरियल डे के कारण अमेरिकी बाजार बंद रहे। लेकिन ट्रम्प के टैरिफ में देरी के बाद फ्यूचर्स में उछाल आया। डॉव जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज से जुड़े फ्यूचर्स में 1 प्रतिशत की वृद्धि हुई। एसएंडपी 500 फ्यूचर्स में 1.1 प्रतिशत की वृद्धि हुई और नैस्डैक 100 फ्यूचर्स में 1.3 प्रतिशत की वृद्धि हुई। इससे पहले शुक्रवार को अमेरिकी बाजार गिरावट के साथ बंद हुए। एसएंडपी 0.67 प्रतिशत नीचे बंद हुआ, डौ जोन्स 0.61 प्रतिशत नीचे रहा और नैस्डैक 1 प्रतिशत नीचे आया।

First Published : May 27, 2025 | 8:14 AM IST