शेयर बाजार

Stock Market: बाजार में थमी गिरावट, सेंसेक्स 599 अंक चढ़ा; एनालिस्ट ने बताई निवेशकों की घबराहट की वजह

Stock Market: सूचकांक में आज ज्यादातर तेजी एचडीएफसी बैंक के शेयरों की बदौलत आई। HDFC Bank के तिमाही नतीजे आने से पहले आज उसका शेयर 2.5 फीसदी बढ़त पर बंद हुआ।

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सुन्दर सेतुरामन   
Last Updated- April 19, 2024 | 11:18 PM IST

शेयर बाजार में चार दिन से चल रही गिरावट पर आज विराम लगा और शॉर्ट कवरिंग तथा एचडीएफसी बैंक में तेजी के कारण बेंचमार्क सूचकांक बढ़त पर बंद हुआ। ईरान ने इजरायल के हमले पर ज्यादा प्रतिक्रिया नहीं जताई, जिससे भू-राजनीतिक तनाव की चिंता भी कुछ कम हुई है।

सेंसेक्स सुबह के कारोबार में गिरावट के साथ खुला था मगर बाद में यह 599 अंक की बढ़त के साथ 73,088 पर बंद हुआ। निफ्टी भी 151 अंक चढ़कर 22,147 पर बंद हुआ। आज की तेजी के बावजूद तीन हफ्तों में यह पहला हफ्ता है, जब सूचकांक कुल मिलाकर नीचे बंद हुए। इस हफ्ते सेंसेक्स 1.6 फीसदी और निफ्टी 1.7 फीसदी नुकसान पर बंद हुए।

सूचकांक में आज ज्यादातर तेजी एचडीएफसी बैंक के शेयरों की बदौलत आई। एचडीएफसी बैंक के तिमाही नतीजे कल आएंगे और उनसे पहले आज उसका शेयर 2.5 फीसदी बढ़त पर बंद हुआ।

इजरायल और ईरान के बीच तनाव बढ़ने से अधिकतर बाजारों में गिरावट आई है। कुछ दिन पहले के ईरानी हमले का जवाब देते हुए आज इजरायल ने भी उस पर हमला किया मगर ईरान ने तत्काल जवाबी कार्रवाई नहीं करने की बात कही, जिससे निवेशकों को थोड़ी राहत मिली है। ब्रेंट क्रूड आज 90 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया था, लेकिन बाद में थोड़ा नरम होकर 87 डॉलर प्रति बैरल पर था।

अल्फानीति फिनटेक के सह-संस्थापक यूआर भट्ट ने कहा, ‘अमेरिका ने हमलों की पुष्टि की और ईरान ने कहा कि जवाबी हमले का उसका फिलहाल कोई इरादा नहीं है। इन दोनों बातों के बीच बाजार में काफी उतार चढ़ाव देखा गया। निवेशक यह सोचकर घबरा रहे हैं कि शनिवार-रविवार को क्या होगा। इसीलिए उन्होंने जोखिम वाला निवेश बेचा है। निवेशक अभी यही समझने में लगे हैं कि इजरायल का हमला पूरा हो गया है या यह जवाबी कार्रवाई की शुरुआत है।’

बीते हफ्ते उच्चतम स्तर पर पहुंचने के बाद इस हफ्ते बाजार में खासी गिरावट आई है। मजबूत आर्थिक आंकड़े और अमेरिकी फेडरल रिजर्व के सतर्क रुख से निवेशकों को लग रहा है कि दर में कटौती देर से होगी।

विश्लेषकों ने कहा कि मुद्रास्फीति ऊंची रहने के कारण केंद्रीय बैंकों को दरें लंबे अरसे तक ऊंची रखने पर मजबूर होना पड़ रहा है। इस बीच न्यूयॉर्क फेड के चेयरमैन जॉन विलियम्स सहित फेडरल रिजर्व के कई अधिकारियों ने आगाह किया कि दरों में इजाफा भी हो सकता है। मगर अटलांटा फेड के राफेल बॉस्टिक ने कहा कि दरें 2024 के अंत में घटाना सही रहेगा। विश्लेषकों ने कहा कि कंपनियों के तिमाही नतीजों से बाजार को आगे दिशा मिल सकती है।

First Published : April 19, 2024 | 11:18 PM IST