Stock Market Today
Stock Market Closing Bell, March 28: ग्लोबल मार्केट से मिले-जुले संकेतों के बीच बेंचमार्क भारतीय इक्विटी इंडेक्स शुक्रवार (28 मार्च) को चालू वित्त वर्ष (वित्त वर्ष 25) के अंतिम ट्रेडिंग सेशन में नेगेटिव दायरे में बंद हुए। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप (Donald Trump) की टैरिफ समयसीमा नजदीक आने के साथ निवेशकों ने सतर्क रुख अपनाया।
तीस शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) आज 77,690 पर खुला। कारोबार के दौरान यह 500 से ज्यादा अंक गिरकर 77,185.62 तक चला गया था। अंत में सेंसेक्स 191.51 अंक या 0.25% गिरकर 77,414.92 पर बंद हुआ।
50 शेयरों वाला एनएसई (NSE) का निफ्टी50 (Nifty-50) 23,600.40 पर ओपन हुआ। दिन के कारोबार के दौरान यह 23,450.20 तक गिर गया था। अंत में निचले स्तर से कुछ रिकवरी करते हुए निफ्टी 72.60 या 0.31% की गिरावट के साथ 23,519.35 पर क्लोज हुआ।
इसके साथ ही सेंसेक्स और निफ्टी-50 ने वित्त वर्ष 2024-25 का समापन लगभग 5 प्रतिशत की बढ़त के साथ किया। दूसरी ओर, निफ्टी मिडकैप 100 और निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स ने वित्त वर्ष 2024-25 के दौरान क्रमशः 5.4 प्रतिशत और 7.48 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की।
फाइनेंशियल सर्विज, एफएमसीजी, निजी बैंकों और चुनिंदा हेल्थ केयर को छोड़कर एनएसई पर अन्य सभी इंडेक्स नीचे बंद हुए। विशेष रूप से निफ्टी आईटी इंडेक्स 1.76 प्रतिशत नीचे बंद हुआ। इसे विप्रो, एलटीआईमाइंडट्री, एचसीएल टेक और पर्सिस्टेंट सिस्टम्स ने नीचे खींचा।
दुनियाभर के शेयर बाजारों में भी मिला-जुला रुख देखने को मिला है। एशियाई बाजारों में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ चेतावनियों को लेकर निवेशकों की धारणा प्रभावित हुई है।
गुरुवार को अमेरिका के तीनों प्रमुख शेयर बाजार गिरावट के साथ बंद हुए। डाओ जोंस 0.37 फीसदी टूटा। एसएंडपी 500 में 0.33 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई। नैस्डैक 0.53 फीसदी फिसला।
घरेलू मोर्चे पर विदेशी निवेशकों की लिवाली का सिलसिला लगातार जारी है। 27 मार्च को एफआईआई ने ₹11,111.25 करोड़ की इक्विटी खरीदी। इससे पहले के छह कारोबारी सत्रों में एफआईआई ने कुल ₹32,488.63 करोड़ की नेट खरीदारी की है। वहीं, डोमेस्टिक इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (DII) ने 27 मार्च को ₹2,517.70 करोड़ की बिकवाली की।
सेबी ने इक्विटी डेरिवेटिव्स के एक्सपायरी दिन को सीमित कर सभी एक्सचेंजों पर सिर्फ मंगलवार या गुरुवार तय करने का प्रस्ताव दिया है। इससे ट्रेडिंग स्ट्रैटजी में बदलाव आ सकता है।