अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार (foreign exchange market) में मंगलवार को अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले रुपया 12 पैसे की गिरावट के साथ 82.82 (अस्थायी) प्रति डॉलर पर बंद हुआ। गिरावट का कारण अमेरिकी मुद्रास्फीति का आंकड़ा आने से पहले कारोबारियों द्वारा बाजार से किनारा किए रहना था।
बाजार सूत्रों ने कहा कि कच्चे तेल कीमतों में नरमी और कमजोर डॉलर इंडेक्स रुपये को समर्थन दे पाने में विफल रहा।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 82.59 पर खुला और कारोबार के अंत में अपने पिछले बंद भाव की तुलना में 12 पैसे की गिरावट के साथ 82.82 (अस्थायी) प्रति डॉलर पर बंद हुआ। इससे पिछले कारोबारी सत्र में रुपया 12 पैसे की ही गिरावट के साथ 82.70 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ था।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के शोध विश्लेषक दिलीप परमार के अनुसार, घरेलू शेयर बाजार से विदेशी धन की निकासी के बीच एशियाई मुद्राओं के बीच भारतीय रुपये का प्रदर्शन कमजोर रहा।
परमार ने कहा, ‘‘कच्चे तेल की कम कीमतें, घरेलू शेयर बाजार की मजबूती और कमजोर डॉलर इंडेक्स भी अधिक मुद्रास्फीति, व्यापार घाटे पर चिंता के बीच रुपये को बढ़त की ओर ले जाने में असमर्थ रहा।’’
परमार ने कहा कि महत्वपूर्ण अमेरिकी मुद्रास्फीति के आंकड़ों के पहले विदेशी मुद्रा व्यापारी सतर्क रहे। इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.35 प्रतिशत घटकर 102.98 रह गया।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 0.81 प्रतिशत घटकर 85.91 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर था। घरेलू शेयर बाजार के मोर्चे पर 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 600.42 अंक की तेजी के साथ 61,032.26 अंक पर बंद हुआ।
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक (FII) पूंजी बाजार में शुद्ध लिवाल (net buyers) रहे और उन्होंने सोमवार को शुद्ध रूप से 1,322.39 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।