बाजार में ताजा तेजी को पूंजीगत वस्तु (capital goods), PSU बैंकों, FMCG और ऑटोमोबाइल जैसे क्षेत्रों के शानदार प्रदर्शन से मदद मिली है। वहीं मीडिया, आईटी और हेल्थकेयर क्षेत्रों के शेयरों पर दबाव दर्ज किया गया।
1 दिसंबर से निफ्टी-50 शेयरों के प्रदर्शन से पता चलता है कि FMCG और वाहन कंपनियों के शेयरों में ज्यादा तेजी दर्ज की गई है। वहीं दूसरी तरफ, इन्फोसिस और रिलायंस इंडस्ट्रीज पर दबाव देखने को मिला है।
निफ्टी-50 सूचकांक शुक्रवार को पिछले सर्वाधिक ऊंचे स्तर 18,813 को पार कर गया। यह सूचकांक शुक्रवार को 18,826 पर बंद हुआ। सूचकांक ने 134 कारोबारी सत्रों में पिछले ऊंचे स्तरों को छुआ है। इस अवधि के दौरान निफ्टी 10 प्रतिशत से ज्यादा गिरकर 23 मार्च को 16,945 पर आ गया था।
जहां यह सूचकांक 1 दिसंबर से काफी मजबूत हुआ है, वहीं इसके कई शेयरों की चाल अलग अलग रही है। मौजूदा समय में, निफ्टी के 15 शेयर अभी भी पिछले ऊंचे स्तरों के मुकाबले नीचे बने हुए हैं। 1 दिसंबर के बाद से सर्वाधिक कमजोरी दर्ज करने वाले शेयरों में अदाणी एंटरप्राइजेज (-36 प्रतिशत), इन्फोसिस (-22 प्रतिशत) और अदाणी पोर्ट्स ऐंड सेज (-16 प्रतिशत) मुख्य रूप से शामिल हैं। इन्फोसिस ने 1 दिसंबर से सूचकांक में अपने भारांक में कमजोरी दर्ज की है। भारी गिरावट के बावजूद अदाणी समूह का 87 अंक का योगदान रहा है।
इस बीच, ITC ने निफ्टी में 253 अंक तक के भारांक (वेटेज) के साथ मजबूती प्रदान की है। सूचकांक में ज्यादा भारांक रखने वाली अन्य बड़ी कंपनियों में लार्सन ऐंड टुब्रो (80 आधार अंक), टाटा मोटर्स (52 अंक) और ऐक्सिस बैंक (50 अंक) शामिल हैं।
निफ्टी का मूल्यांकन मौजूदा समय में दिसंबर 2022 के स्तरों के मुकाबले नीचे है। आय में सुधार की वजह से इस सूचकांक का मूल्यांकन भी मजबूत हुआ है। निफ्टी मौजूदा समय में अपनी अनुमानित 12 महीने आगामी आय के 19.9 गुना पर कारोबार कर रहा है, जो दिसंबर के 21 गुना की तुलना में कम है।
मोतीलाल ओसवाल ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा है, ‘निफ्टी-50 मूल्यांकन एक वर्षीय आगामी और पिछली आय, दोनों पर आधारित है, लेकिन यह अभी भी अक्टूबर 2021 और दिसंबर 2022 में दर्ज किए गए ऊंचे स्तरों से नीचे है।’
दिसंबर से अब तक, शीर्ष कंपनियों की रैंकिंग भी बदली है। ITC का शेयर दिसंबर के 11वें पायदान से चढ़कर मौजूदा समय में छठे स्थान पर पहुंच गया है, जबकि ICICI Bank 6 से सुधरकर चौथे पायदान पर आया है। इस बीच, इन्फोसिस और एचडीएफसी की रैंकिंग घटकर सातवें और नौवें पायदान पर रह गई है।
इसके अलावा, प्रमुख सूचकांकों में इस साल अच्छी तेजी दर्ज की है। इस साल के निचले स्तर से निफ्टी 10 प्रतिशत चढ़ा है, लेकिन मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में करीब 20-20 प्रतिशत तेजी दर्ज की गई है।