Adani Group: बीमा क्षेत्र में 60 फीसदी मार्केट शेयर रखने वाली सरकारी कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) लगातार अदाणी ग्रुप के शेयरों (Adani Group share) में निवेश बढ़ा रही है। बीमा कंपनी को अदाणी ग्रुप के शेयरों में अपने निवेश से पर्याप्त फायदा देखने को मिला है।
अदाणी ग्रुप की कंपनियों में LIC की हिस्सेदारी की वैल्यू शुक्रवार यानी 31 मई 2024 को बाजार बंद होने तक 51.6 फीसदी या कहें तो 22,591 करोड़ बढ़कर 66,388 करोड़ तक पहुंच गया। स्टॉक एक्सचेंज के आंकड़ों के मुताबिक, पिछले साल की समान अवधि यानी 31 मई 2023 को यह 43,797 करोड़ रुपये था।
इंश्योरेंस कंपनी ने शेयर कीमतों में बढ़ोतरी का मुनाफा कमाने के लिए बड़े स्ट्रेटेजिक तरीके निवेश किया। कंपनी ने अदाणी ग्रुप की कुछ कंपनियों में अपनी हिस्सेदारी को कम कर दी है।
LIC ने पिछले साल ग्रुप के प्रमुख सब्सिडियरी अदानी एंटरप्राइजेज (Adani Enterprises) में अपनी हिस्सेदारी 4.26 प्रतिशत से घटाकर 3.93 प्रतिशत कर दी। स्टॉक एक्सचेंजों को दिए गए आंकड़ों के अनुसार, इसने अदाणी पोर्ट्स (Adani Ports) में अपनी हिस्सेदारी 9.12 प्रतिशत से घटाकर 7.86 प्रतिशत और अंबुजा सीमेंट्स (Ambuja Cements ) में 6.3 प्रतिशत से घटाकर 5.69 प्रतिशत कर दी है।
मगर इन कटौतियों के बावजूद, अदाणी ग्रुप में LIC के निवेश का मूल्य बढ़ गया है। 31 मई को, अदाणी ग्रुप की 10 लिस्टेड कंपनियों के बाजार पूंजीकरण (Adani Group mcap) में 84,000 करोड़ जुड़े। इस वजह से अदाणी ग्रुप का कुल मार्केट कैप 17.9 ट्रिलियन (17.9 लाख करोड़) रुपये हो गया।
अदाणी ग्रुप का यह मार्केट कैप 24 जनवरी, 2023 के बाद से सबसे ज्यादा है। इस दिन अमेरिका के शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च (Hindenburg Research) ने अदाणी ग्रुप पर रिपोर्ट जारी की थी और यह अदाणी एंटरप्राइजेज के 20,000 करोड़ के फॉलो-ऑन पब्लिक ऑफर (FPO) से ठीक पहले आई थी।
ग्रुप ने हिंडनबर्ग की रिपोर्टों का खंडन किया और जीक्यूजी कैपिटल (GQG Capital), कतर इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी (Qatar Investment Authority) और अबू धाबी के IHC समेत कई विदेशी निवेशकों को शेयर बेचे। GQG, IHC और कतर इन्वेस्टमेंट की तरफ से खरीदे गए शेयरों की कीमत एक साल में दोगुनी हो गई है।
अदाणी ग्रुप की कंपनियों में घरेलू संस्थागत निवेशकों (domestic institutional investor/DIIs) की हिस्सेदारी का कीमत में भी जबरदस्त तरीके से इजाफा हुआ। शेयरों की कीमत, जो 31 मई 2023 को 20,688 करोड़ थी, वह 31 मई 2024 को बढ़कर 47,792 करोड़ हो गई। इस लिहाज से DIIs के शेयरों में एक साल में 131 प्रतिशत का इजाफा देखने को मिला है।
अमेरिका की इन्वेस्टमेंट बैंक और फाइनेंशियल सर्विस फर्म जेफरीज (Jefferies) की एक रिपोर्ट के मुताबिक, शॉर्ट-सेलर रिपोर्ट से मिले झटके के बावजूद अदाणी ग्रुप रेजिलिएंट बना हुआ है और इसने ‘झटके को वापसी में बदल दिया है।’
रिपोर्ट में वित्त वर्ष 2024 में कामकाजी मुनाफे (EBITDA यानी एबिटा) में 40 प्रतिशत की सालाना आधार पर (YoY) बढ़ोतरी दर्ज की गई। ग्रुप लेवल पर लेवरेज रेश्यो में भी कई सालों के निचले स्तर पर सुधार हुआ।
रिपोर्ट में कहा गया है, ‘FY24 के दौरान, ग्रुप ने कर्ज पर काबू पाने और फाउंडर्स की शेयरों को कम करने पर फोकस किया। वित्त वर्ष 2024 में समूह का कुल एबिटा सालाना आधार पर 40 फीसदी बढ़कर 66,000 करोड़ हो गया, जबकि इसने कई समूह कंपनियों में इक्विटी और स्ट्रैटेजिक इन्वेस्टमेंमट से फ्रेश फंड जुटाए।
अदाणी एंटरप्राइजेज और अदाणी एनर्जी सॉल्यूशंस ने शेयरों के योग्य संस्थागत प्लेसमेंट (QIP) के जरिए 29,100 करोड़ तक जुटाने की योजना की घोषणा की। समूह अब एक अहम विस्तार योजना पर काम कर रहा है, जिसका लक्ष्य अगले दशक में 90 बिलियन डॉलर (75,114 करोड़ रुपये के करीब) पूंजीगत खर्च करना है।
नए बिजनेस में पांव पसार रही अदाणी एंटरप्राइजेज ग्रीन हाइड्रोजन, एयरपोर्ट, डेटा सेंटर्स और पेट्रोकेमिकल बिजनेस में निवेश कर रही है।
जेफरीज (Jefferies) ने कहा कि कंपनी वित्त वर्ष 27 (FY27) तक ग्रीन हाइड्रोजन के प्रोडक्शन की दिशा में अपनी मैन्युफैक्चरिंग क्षमता को बढ़ा रही है और अगले साल मार्च तक नवी मुंबई एयरपोर्ट को चालू कर रही है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि समूह के डेटा सेंटर प्रोजेक्ट्स पर काम चल रहा है और अदाणी फैमिली के स्वामित्व वाली अंबुजा सीमेंट (Ambuja Cement) 2030 तक उत्पादन क्षमता को हर साल 70 मिलियन टन (mtpa) से बढ़ाकर 140 mtpa तक विस्तार का लक्ष्य रख रही है।
अदाणी पोर्ट्स (Adani Ports ) ने हाल ही में अपने पांच साल के बिजनेस का रोडमैप तैयार की, जिसमें वित्त वर्ष 24-29 (FY24-29) तक 18 प्रतिशत सालाना एबिटा वृद्धि (annual Ebitda growth ) का लक्ष्य रखा गया है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि विस्तार और रैंप-अप प्रयासों से बंदरगाह (पोर्ट) की एबिटा सालाना 16 प्रतिशत बढ़ने की उम्मीद है। कंपनी ने 2030 तक 1 बिलियन टन कार्गो वॉल्यूम का लक्ष्य रखा है।
इस बीच, अदाणी ग्रीन (Adani Green ) ने अपने 2030 बिजली क्षमता लक्ष्य को 45 गीगावॉट से बढ़ाकर 50 गीगावॉट कर दिया है, जिसमें पंप वाली पनबिजली परियोजनाओं (pumped hydro projects) से 5 गीगावॉट शामिल है।
अदाणी टोटल गैस (Adani Total Gas ) ट्रांसपोर्ट और खनन क्षेत्र (mining sector) के साथ-साथ इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग फैसिलिटी के लिए LNG स्टेशन नेटवर्क सहित अपने नए व्यापार क्षेत्रों का विस्तार करने की योजना बना रही है।