भारत की दूसरी सबसे बड़ी आईटी (IT) कंपनी इंफोसिस के फाउंडर नारायणमूर्ति (N. R. Narayana Murthy) अक्सर सुर्खियों में बने रहते हैं। हाल ही में उन्होंने भारत के कर्मचारियों को हफ्ते में 70 घंटे काम करने की वकालत की थी तो आज उन्होंने एक ऐसा काम कर दिया जो पूरे देश में चर्चा का मुद्दा बन गया। आज नारायणमूर्ति ने अपने चार महीने के पोते (grandson) एकाग्रह रोहन मूर्ति (Ekagrah Rohan Murthy) को 240 करोड़ रुपये की शेयरों में हिस्सेदारी देकर भारत का सबसे कम उम्र वाला करोड़पति बना दिया।
BSE की फाइलिंग के मुताबिक, भारत में सबसे कम उम्र में करोड़पति बनने वाले एकाग्रह रोहन सिंह की इंफोसिस कंपनी में 15 लाख शेयरों की हिस्सेदारी हो गई है। इसके साथ ही एकाग्रह अब इंफोसिस के 0.04 फीसदी हिस्सेदार होंगे।
6.65 लाख करोड़ रुपये के मार्केट कैप वाली कंपनी यानी इंफोसिस के शेयरों में आज के दिन गिरावट देखने को मिली। 3:20 बजे इसके शेयर 2.05 फीसदी लुढ़ककर 1601.40 रुपये पर कारोबार कर रहे थे। माना जा रहा है कि इन दिनों विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) और घरेलू संस्थागत निवेशकों (DIIs) जमकर शेयरों की बिकवाली कर रहे हैं, जिसका असर IT शेयरों पर भी देखने को मिलेगा।
Infosys के शेयरों की बात की जाए तो इसने निवेशकों को एक साल में करीब 14 फीसदी का रिटर्न दिया है। कंपनी के शेयर पिछले एक महीने से बढ़िया परफॉर्मेंस नहीं दिखा रहे हैं। कंपनी के शेयर 1 सप्ताह में 5.72 फीसदी तक गिर गए हैंं।
गौरतलब है कि नारायणमूर्ति और उनकी पत्नी सुधा मूर्ति की दो संतानें हैं। एक बेटा रोहन मूर्ति और एक बेटी अक्षता मूर्ति, जिनके पति इंगलैंड के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक हैं। एकाग्रह रोहन मूर्ति रोहन मूर्ति और अपर्णा कृष्णन (Aparna Krishnan) के बेटे हैं। नवंबर 2023 में ही उनका जन्म हुआ था।
हाल ही में एकाग्रह रोहन मूर्ति की दादी मां और नारायण मूर्ति की पत्नी सुधा मूर्ति राज्यसभा से सांसद बनी हैं। वह राष्ट्रपति के द्वारा मनोनीत सांसद हैं। इससे पहले से ही भारत की जानी मानी लेखिका और समाजसेविका भी हैं। उन्होंने वाइज ऐंड अदरवाइज: ए सैल्यूट टु लाइफ (Wise and Otherwise: A salute to Life ) और Here, There and Everywhere जैसी काफी फेमस किताबें लिखी है।