HDFC Bank Share Price: एचडीएफसी बैंक के शेयर सोमवार (21 अप्रैल) को ऑल टाइम हाई पर पहुंच गए। देश के सबसे बड़े प्राइवेट सेक्टर बैंक के शेयरों में यह तेजी मार्च तिमाही के नतीजों के चलते देखने को मिल रही है। एचडीएफसी बैंक का मुनाफा जनवरी-मार्च 2025 तिमाही में 6.7% बढ़कर 17,616 करोड़ रुपये हो गया। एनालिस्ट्स के अनुसार, बैंक ने Q4FY25 में बेहतर क्रेडिट ग्रोथ दिखाई है। साथ ही बीते एक साल की ग्रोथ कैलिब्रेशन के बाद कोर मार्जिन भी स्थिर रहे हैं। इसके अलाव बैंक ने लोन-डिपॉजिट रेशियो (LDR) को नीचे लाने और प्रायोरिटी सेक्टर लेंडिंग (PSL) को मैनेज करने के दबाव के बीच भी अच्छा प्रदर्शन किया है।
एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank) के शेयर सोमवार को BSE पर इंट्रा-डे ट्रेड में 2.5% की बढ़त के साथ ₹1,950 प्रति शेयर के नए रिकॉर्ड लेवल पर पहुंच गए। दोपहर 12:10 बजे बैंक के शेयर 1928 रुपये के भाव पर ट्रेड कर रहे थे।
चौथी तिमाही के नतीजों के बाद ज्यादातर ब्रोकरेज कंपनियों ने दिग्गज बैंक स्टॉक पर पॉजिटिव आउटलुक अपनाया है। साथ ही स्टॉक पर अपने टारगेट प्राइस को अपडेट भी किया है।
ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल ने एचडीएफसी बैंक पर अपनी रेटिंग को ‘BUY’ पर बरकरार रखा है। ब्रोकरेज ने एचडीएफसी बैंक शेयर पर अपने टारगेट प्राइस को बढ़ाकर 2200 रुपये कर दिया है। पहले यह 1950 रुपये था। ऐसे में शेयर निवेशकों को 15% का अपसाइड रिटर्न मिल सकता है। शेयर गुरुवार को 1907 रुपये के भाव पर बंद हुए।
नुवामा इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज ने एचडीएफसी बैंक पर ‘BUY’ रेटिंग मैंटेन की है। ब्रोकरेज ने स्टॉक पर टारगेट प्राइस 1950 रुपये से बढ़ाकर 2195 रुपये कर दिया है। इस तरह शेयर आगे चलकर 15% का अपसाइड दिखा सकता है।
एमके ग्लोबल ने भी एचडीएफसी बैंक पर ‘BUY’ रेटिंग दी है। साथ ही टारगेट प्राइस को 2100 रुपये से बढाकर 2,200 रुपये कर दिया है। ऐसे में शेयर भविष्य में निवेशकों को 15% का रिटर्न दे सकता है।
एचडीएफसी बैंक के शेयर सोमवार 17 अप्रैल को बीएसई पर इंट्रा-डे ट्रेड में 1950 रुपये के ऑल टाइम हाई पर पहुंच गए। एक महीने में शेयर 9% चढ़ गया है। तीन महीने में शेयर में 17.44% की तेजी आई है। एक साल में स्टॉक ने 25.91% का रिटर्न दिया है। बीएसई पर एचडीएफसी बैंक का मार्केट कैप 14,62,091 करोड़ रुपये है।
HDFC बैंक ने वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही (Q4FY25) में लगभग उम्मीद के मुताबिक नतीजे पेश किए। बैंक का नेट प्रॉफिट सालाना आधार पर 7% बढ़कर ₹17,620 करोड़ रहा। नेट इंटरेस्ट इनकम (NII) 10.3% की सालाना बढ़त के साथ ₹32,060 करोड़ पर पहुंच गई। कोर नेट इंटरेस्ट मार्जिन (NIM) में तिमाही आधार पर 3 बेसिस पॉइंट की वृद्धि हुई और यह 3.46% रहा।
बैंक की प्रोविज़निंग (आरक्षित राशि) में भी बड़ी गिरावट दर्ज की गई। यह सालाना आधार पर 76% घटकर ₹3,190 करोड़ रह गई। इसका मुख्य कारण एसेट क्वालिटी में सुधार रहा। चौथी तिमाही में ग्रॉस NPA (GNPA) अनुपात तिमाही आधार पर 9 बेसिस पॉइंट सुधरकर 1.33% पर आ गया, जबकि नेट NPA (NNPA) अनुपात 3 बेसिस पॉइंट घटकर 0.43% रहा। इसके अलावा, बैंक की नई स्लिपेज (फंसे कर्ज की नई प्रविष्टियां) भी Q4 में घटकर ₹7,500 करोड़ रही, जो Q3FY25 में ₹8,800 करोड़ थी।
(डिस्क्लेमर: यहां शेयर में खरीदारी की सलाह ब्रोक्रेजीज ने दी है। बाजार में निवेश जोखिमों के अधीन है। निवेश संबंधी फैसला करने से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें।