प्रतीकात्मक तस्वीर | फाइल फोटो
वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) में महत्त्वाकांक्षी सुधार की सरकार की योजना और वैश्विक रेटिंग एजेंसी द्वारा लंबे अंतराल के बाद भारत की सॉवरिन रेटिंग बढ़ाए जाने से अर्थव्यवस्था के प्रति निवेशकों का हौसला बढ़ा और शेयर बाजार तथा रुपये में आज शानदार तेजी आई। मगर जीएसटी में प्रस्तावित कटौती से राजकोषीय चिंता बढ़ने से सरकारी बॉन्ड की यील्ड में तेजी देखी गई।
कारोबार के दौरान सेंसेक्स 1,168 अंक तक चढ़ गया था मगर कारोबार की समाप्ति पर उसने थोड़ी बढ़त गंवा दी और 676 अंक की तेजी के साथ 81,274 पर बंद हुआ। निफ्टी भी 246 अंक या 1 फीसदी के लाभ में 24,877 पर बंद हुआ। बंद स्तर के हिसाब से दोनों सूचकांकों का 26 जून के बाद यह सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। इंट्राडे में 15 मई के बाद सबसे तेज बढ़त देखी गई। बंबई स्टॉक एक्सचेंज पर सूचीबद्ध कंपनियों का कुल बाजार पूंजीकरण 6 लाख करोड़ रुपये बढ़कर 451 लाख करोड़ रुपये पहुंच गया।
शेयर बाजार में तेजी के बीच डॉलर के मुकाबले रुपया 21 पैसे की बढ़त के साथ 87.35 प्रति डॉलर पर बंद हुआ। गुरुवार को रुपया 87.56 पर बंद हुआ था। विश्लेषकों का मानना है कि निकट अवधि में रुपया 87.00 से 87.75 के दायरे में कारोबार कर सकता है।
10 वर्षीय सरकारी बॉन्ड की यील्ड 10 आधार अंक बढ़कर 6.50 फीसदी पर बंद हुई। भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा 6 जून को नीतिगत रीपो दर में 50 आधार अंक की कटौती के बाद से बेंचमार्क बॉन्ड की यील्ड में 21 आधार अंक की वृद्धि हुई है। गुरुवार को एसऐंडपी द्वारा सॉवरिन रेटिंग बढ़ाए जाने से बॉन्ड में जो सुधार हुआ था, उसने गंवा दिया।
केंद्र सरकार ने जीएसटी के तहत दो कर स्लैब 5 फीसदी और 18 फीसदी रखने का प्रस्ताव किया है और कुछ अहितकर वस्तुओं पर 40 फीसदी की उच्च दर से कर वसूला जाएगा। सरकार के इस कदम से मौजूदा 12 फीसदी और 28 फीसदी कर स्लैब समाप्त हो जाएंगी जिससे कई उपभोक्ता वस्तुओं की कीमतें कम होने की संभावना है। जीएसटी घटाने और फरवरी में घोषित आयकर रियायतों से मांग में तेजी आने की बदौलत अमेरिका द्वारा लगाए गए शुल्क के प्रभाव को कम करने में मदद मिल सकती है।
एसऐंडपी ग्लोबल रेटिंग्स ने 18 वर्षों में पहली बार भारत की दीर्घकालिक सॉवरिन क्रेडिट रेटिंग बढ़ाई है जिससे वैश्विक निवेशकों के बीच भारत को लेकर आकर्षण बढ़ने की उम्मीद है। रेटिंग एजेंसी ने मजबूत वृद्धि संभावनाओं का हवाला देते हुए भारत के 10 वित्तीय संस्थानों की भी रेटिंग बढ़ाई है जिससे बैंकिंग और वित्तीय शेयरों को लेकर भरोसा बढ़ा है। मोतीलाल ओसवाल फाइनैंशियल सर्विसेज में शोध (वेल्थ मैनेजमेंट) प्रमुख सिद्धार्थ खेमका ने कहा, ‘ प्रधानमंत्री द्वारा स्वतंत्रता दिवस के संबोधन में दूसरी पीढ़ी के जीएसटी सुधारों की घोषणा के बाद शेयर बाजार में जोरदार उछाल देखा गई। इससे निफ्टी वाहन और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स क्षेत्र में व्यापक खरीदारी देखने को मिली। एसऐंडपी द्वारा भारत की सॉवरिन क्रेडिट रेटिंग में सुधार से बाजार की धारणा और मजबूत हुई।’
आईटी और फार्मा को छोड़कर सभी प्रमुख सूचकांक बढ़त के साथ बंद हुए। निफ्टी वाहन में सबसे ज्यदा 4.2 फीसदी और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स सूचकांक में 3.4 फसदी की तेजी आई।