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TATA Group के स्टॉक पर ब्रोकरेज ने बढ़ाया टारगेट प्राइस, अगले 12 महीनों में ₹1,200 तक जाने का अनुमान; रेटिंग को भी किया अपग्रेड

ब्लूमबर्ग के मुताबिक, ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म गोल्डमैन सैक्स ने (Goldman Sachs) टाटा कंज़्यूमर के शेयर रेटिंग को 'Neutral' से अपग्रेड 'BUY' कर दिया है।

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बीएस वेब टीम   
Last Updated- April 02, 2025 | 12:24 PM IST

टाटा कंज़्यूमर प्रोडक्ट्स (Tata Consumer Products) के शेयरों में बुधवार (2 अप्रैल) को 8.1% की जोरदार तेज़ी देखी गई। एनएसई पर शेयर 1,073.15 रुपये प्रति शेयर के इंट्रा-डे हाई तक पहुंच गए। दोपहर 12 बजे टाटा कंज़्यूमर के शेयर 7.03% की बढ़त के साथ ₹1061.65 पर कारोबार कर रहा थे। वही, इसी समय एनएसई निफ्टी 0.41% चढ़कर 23,260.85 पर था। शेयरों में जोरदार तेजी के साथ टाटा कंज्यूमर का मार्केट कैप भी बढ़ गया। यह बढ़कर1,03,585.19 करोड़ हो गया।

ब्लूमबर्ग के मुताबिक, ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म गोल्डमैन सैक्स ने (Goldman Sachs) टाटा कंज़्यूमर के शेयर रेटिंग को ‘Neutral‘ से अपग्रेड ‘BUY‘ कर दिया है। साथ ही नया टारगेट प्राइस ₹1,040 से बढ़ाकर ₹1,200 प्रति शेयर कर दिया है। ब्रोकरेज का मानना है कि FY25 से FY27 के बीच कंपनी की प्रति शेयर आय (EPS) में तेज़ बढ़ोतरी की संभावना है।

गोल्डमैन सैक्स ने क्यों अपग्रेड की टाटा कंज्यूमर की रेटिंग?

गोल्डमैन सैक्स (Goldman Sachs) के अनुसार, अधिग्रहण से जुड़े खर्च कम होने से नेट इंटरेस्ट कॉस्ट घटेगी और चाय की कीमतों में बढ़ोतरी के चलते मार्जिन में सुधार देखने को मिलेगा। हालांकि प्रतिस्पर्धा एक चुनौती बनी हुई है, लेकिन ब्रोकरेज का मानना है कि सबसे बुरा दौर निकल चुका है।

इस बीच, नोमुरा (Nomura) ने भी टाटा कंज़्यूमर पर ‘BUY’ रेटिंग दोहराया है और शेयर का टारगेट ₹1,250 प्रति शेयर रखा है। हालांकि, CLSA ने रेटिंग ‘Hold’ पर बरकरार रखी है और टारगेट प्राइस ₹1,049 से घटाकर ₹992 प्रति शेयर कर दिया है।

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कैसे रहे टाटा कंज्यूमर के Q3 नतीजे?

31 दिसंबर 2024 को समाप्त तीसरी तिमाही में टाटा कंज़्यूमर प्रोडक्ट्स का कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट ₹279 करोड़ रहा, जो एक साल पहले ₹278.87 करोड़ था। तिमाही के दौरान कंपनी की आय ₹4,443.56 करोड़ रही, जबकि पिछले साल इसी अवधि में यह ₹3,803.92 करोड़ थी।

‘Tetley’ चाय और टाटा नमक जैसे ब्रांड्स के लिए जानी जाने वाली टाटा कंज़्यूमर ने बताया कि घरेलू चाय की लागत बढ़ने से मुनाफे पर असर पड़ा। यह प्रोडक्ट कंपनी की कुल आय का लगभग 60% योगदान करता है। भारतीय कारोबार, जो दाल, मसाले समेत पैकेज्ड प्रोडक्ट बेचता है और कुल मुनाफे में 56% हिस्सेदारी रखता है, ने इस तिमाही में 43% की गिरावट दर्ज की। इसका मुख्य कारण चाय की कीमतों में तेज़ उछाल रहा। इसके चलते Q3 में कंपनी के कंसोलिडेटेड Ebitda मार्जिन में सालाना आधार पर 210 बेसिस प्वाइंट की गिरावट आई।

 

 

(डिस्क्लेमर: यहां शेयर में खरीदारी की सलाह ब्रोकरेज ने दी है। बाजार में निवेश जो​खिमों के अधीन है। निवेश संबंधी फैसला करने से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें।)

First Published : April 2, 2025 | 12:23 PM IST