रोसारी बायोटेक के शेयर का गुरुवार को एक्सचेंज पर आगाज हुआ और इस दौरान शेयर में 77 फीसदी की भारी-भरकम उछाल दर्ज हुई। स्पेशियलिटी केमिकल बनाने वाली कंपनी के शेयरों की आईपीओ में भारी मांग के कारण बाजार में शानदार लिस्टिंग हुई। यह आईपीओ पिछले हफ्ते बंद हुआ था। कंपनी का शेयर अपने इश्यू प्राइस 425 रुपये के मुकाबले 77 फीसदी की उछाल के साथ 752 रुपये पर बंद हुआ। इससे पहले 16 मार्च को बाजार में एसबीआई काड्र्स का शेयर सूचीबद्ध हुआ था। तब से बाजार में काफी उठापटक देखने को मिली। पहले बाजार करीब 40 फीसदी टूट गया, लेकिन उसके बाद वह नुकसान की भरपाई कर रहा है।
बाजार के प्रतिभागियों ने कहा कि रोसारी की अच्छी लिस्टिंग से उन कंपनियों की अवधारणा पर असर होगा जो अपना आईपीओ पेश करना चाहती हैं। यूटीआई म्युचुअल फंड और कंप्यूटर ऐज मैनेजमेंट सर्विसेज (कैम्स) कुछ ऐसी कंपनियां हैं, जिनके आईपीओ आने वाले हैं। माइंडस्पेस बिजनेस पाक्र्स रीट भी अगले हफ्ते आईपीओ लाएगी।
सूचीबद्ध कंपनियोंं के शेयरों पर इस साल मोटे तौर पर अवरोध नहीं देखने को मिला है। लेकिन आईपीओ बाजार कोविड-19 महामारी के कारण सुस्त पड़ गया था।
रोसारी के शेयरों की ट्रेडिंग एनएसई पर 554 और 803 रुपये के बीच हुई, वहीं 2,600 करोड़ रुपये का कारोबार हुआ। बीएसई पर 220 करोड़ रुपये के शेयरों का कारोबार हुआ। आईपीओ का आकार 500 करोड़ रुपये से कम का था, जो इस शेयर में काफी ज्यादा सटोरिया दांव का संकेत देता है।
बाजार के प्रतिभागियों ने कहा कि धनाढ्य निवेशकों ने रोसारी के आईपीओ में कमाई की क्योंकि यह उनकी अधिग्रहण लागत से ऊपर चली गई। इन विनेशकों ने उधार लेकर आईपीओ में करीब 18,000 करोड़ रुपये लगाए थे और 550 रुपये से ऊपर सूचीबद्ध होने पर ही कमाई कर सकते थे।
रोसारी बायोटेक केमिकल बनाती है, जिसका इस्तेमाल एफएमसीजी, अपैरल, पोल्ट्री और पशुचारा उद्योगों में होता है। मार्च 2020 में समाप्त वर्ष में रोसारी बायोटेक ने 65 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ अर्जित किया था जबकि उसका राजस्व करीब 603 करोड़ रुपये रहा था। गुरुवार के बंद भाव पर कंपनी का बाजार पूंजीकरण 3,855 करोड़ रुपये बैठता है।
