सूचकांक दिग्गज रिलायंस इंडस्ट्रीज (आरआईएल) और टेलीकॉम क्षेत्र की प्रमुख कंपनी भारती एयरटेल के शेयरों में बढ़त के कारण शुक्रवार को बेंचमार्क सूचकांकों में 1 फीसदी का इजाफा हुआ। विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) की बिकवाली में नरमी से भी रिकवरी में मदद मिली।
पिछले सत्र में एफपीआई की 11,756 करोड़ रुपये की निकासी के बीच सेंसेक्स और निफ्टी में 1.5 फीसदी की गिरावट आई थी। शुक्रवार को विदेशी फंडों ने 4,384 करोड़ रुपये के शेयर बेचे जबकि घरेलू संस्थानों ने 5,700 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश किया। सेंसेक्स 759 अंक यानी 0.96 फीसदी चढ़कर 79,803 पर बंद हुआ। निफ्टी-50 इंडेक्स 223 अंक यानी 0.93 फीसदी की बढ़त के साथ 24,138 पर बंद हुआ।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के मजबूत प्रदर्शन और एमएससीआई के पुनर्संतुलन के चलते मिले लाभ के कारण दोनों सूचकांक सप्ताह के अंत में लगभग 1 फीसदी की बढ़त के साथ बंद हुए। नवंबर के निचले स्तर से 3.7 फीसदी की उछाल के बावजूद निफ्टी ने फरवरी 2023 के बाद पहली बार लगातार दूसरे महीने घाटा दर्ज किया और नवंबर में इसमें 0.3 फीसदी की गिरावट आई। सेंसेक्स, निफ्टी मिडकैप 100 और निफ्टी स्मॉलकैप 100 सूचकांक महीने की समाप्ति मामूली बढ़त के साथ करने में कामयाब रहे।
घरेलू ब्रोकरेज आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज के अपग्रेड के बाद भारती एयरटेल के शेयर में 4.3 फीसदी की बढ़ोतरी हुई। टेलीकॉम क्षेत्र की प्रमुख कंपनी शुक्रवार को सेंसेक्स और निफ्टी दोनों की बढ़त में शीर्ष पर रही और बढ़त में इसका योगदान भी सबसे ज्यादा रहा जिसके बाद आरआईएल रहा जिसमें 1.7 फीसदी का इजाफा हुआ।
इस महीने निफ्टी 27 सितंबर को दर्ज की गई अपनी रिकॉर्ड ऊंचाई से 10 फीसदी की फिसलन के साथ गिरावट वाले जोन में चला गया था। तेज गिरावट कंपनियों की कमजोर आय वृद्धि और निरंतर एफपीआई की निकासी कीर चिंताओं के कारण हुई थी।
वालफोर्ट पीएमएस के सह-संस्थापक प्रबंधक देवांग काबरा ने कहा कि बाजार में मौजूदा उथल-पुथल तकनीकी सुधार के साथ-साथ एफपीआई की अत्यधिक बिक्री के बावजूद घरेलू म्यूचुअल फंडों के अस्थिर निवेश के कारण हुआ है। घरेलू फंड मैनेजर शायद बेहतर भावों का इंतजार कर रहे हैं जो इस समय मुश्किल हो सकता है। इसलिए हम अगले 6-12 महीनों तक सीमित दायरे वाला बाजार देखना जारी रख सकते हैं ताकि कमाई मूल्यांकन के बराबर हो जाए।
अदाणी समूह के 10 शेयरों में से नौ शुक्रवार को बढ़त के साथ बंद हुए। इनमें अदाणी ग्रीन 22 फीसदी और अदाणी एनर्जी 16 फीसदी चढ़ा। समूह की अधिकांश कंपनियों ने समूह के प्रमुख अधिकारियों के खिलाफ अमेरिका के आरोपों के कारण हुए घाटे की भरपाई कर ली है। समूह ने किसी भी गलत काम से इनकार किया है। बाजार में चढ़ने व गिरने वाले शेयरों का अनुपात सकारात्मक रहा और 2,347 शेयर चढ़े जबकि 1,606 में गिरावट आई।