भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने समानता लाने के प्रयास में म्युचुअल फंड (एमएफ) योजनाओं के लिए मुख्य मानकों में बदलाव किया है। नियामक ने योजनाओं के मानकीकरण के लिए दो-स्तरीय ढांचा पेश किया है।
सेबी के सर्कुलर के अनुसार, फस्र्ट-टियर बेंचमार्क योजना की श्रेणी को दर्शाएगा और सेकेंड-टियर बेंचमार्क फंड प्रबंधक की निवेश शैली या रणनीति को दर्शाएगा। सर्कुलर में कहा गया, ‘सेकेंड-टियर बेंचमार्क वैकल्पिक है और इस पर निर्णय परिसंपत्ति प्रबंधन कंपनी द्वारा निवेश शैली के हिसाब से लिया जाएगा।’ बाजार कारोबारियों का कहना है कि इस कदम से यह सुनिश्चित होगा कि म्युचुअल फंड योजनाओं के प्रदर्शन की तुलना भविष्य में ज्यादा आसान हो जाएगी। सेबी ने एम्फी को फस्र्ट-टियर बेंचमार्क के तौर पर एएमसी द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले मानकों को एक महीने की अवधि के अंदर प्रकाशित करने की सलाह दी है।