देश की सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) पर दलाल स्ट्रीट के एक्सपर्ट्स का भरोसा और बढ़ा है। CLSA ब्रोकरेज ने 25 जून को जारी एक रिपोर्ट में कहा है कि कंपनी के सभी बिजनेस में पहली तिमाही (Q1) से “जबरदस्त सुधार” देखने को मिलेगा।
रिटेल बिजनेस में तगड़ी ग्रोथ देखने को मिल सकती है, जहां Ebitda (कमाई) सालाना आधार पर 15-20% तक बढ़ने की उम्मीद है। वहीं, टेलीकॉम यूनिट Jio ने अप्रैल में 26 लाख नए मोबाइल ग्राहक जोड़े। साथ ही, ऑयल-टू-केमिकल (O2C) सेगमेंट को भी ग्रॉस रिफाइनिंग मार्जिन (GRM) में $1.1 प्रति बैरल की बढ़त का फायदा मिल सकता है। CLSA ने रिलायंस पर ‘Buy’ रेटिंग दी है और इसका टारगेट प्राइस ₹1,650 रखा है।
Citi Research की रिपोर्ट (24 जून) में कहा गया है कि रिलायंस को आने वाले समय में होम ब्रॉडबैंड और एंटरप्राइज बिजनेस से बड़ा फायदा होगा। साथ ही, Jio के जरिए टेलीकॉम सेगमेंट में डबल डिजिट ग्रोथ एक स्थायी ट्रेंड के रूप में देखा जा रहा है।
Citi ने भी रिलायंस पर ‘Buy’ रेटिंग बरकरार रखी है और टारगेट प्राइस ₹1,690 कर दिया है।
ब्रोकरेज फर्म Nuvama ने कहा है कि रिलायंस का हाई एफिशिएंसी सोलर मॉड्यूल का एक्सटर्नल सेल्स बिजनेस और न्यू एनर्जी सेक्टर में उसका विस्तार आने वाले सालों में कंपनी की कमाई का नया स्तंभ बन सकता है।
रिलायंस पहले ही गाइड कर चुका है कि आने वाले 5-7 सालों में न्यू एनर्जी बिजनेस की प्रॉफिटेबिलिटी O2C के बराबर हो जाएगी। Nuvama ने रिलायंस पर ‘Buy’ रेटिंग बरकरार रखी है और टारगेट प्राइस बढ़ाकर ₹1,801 कर दिया है। यह मिराए एसेट के ₹1,950 के बाद दूसरी सबसे ऊंची टारगेट प्राइस है।
विशेषज्ञों के मुताबिक, रिलायंस की सालाना जनरल मीटिंग (AGM), जो अगस्त-सितंबर 2025 में संभावित है, एक बड़ा इवेंट साबित हो सकती है। CLSA का मानना है कि इस AGM में JioStar, क्विक कॉमर्स और FMCG विस्तार को लेकर अपडेट्स शेयर हो सकते हैं, जो स्टॉक के वैल्यूएशन को ऊपर ले जा सकते हैं।
Nuvama ने भी कहा है कि AGM में न्यू एनर्जी प्रोजेक्ट्स जैसे इलेक्ट्रोलाइज़र और बैटरी यूनिट्स की टाइमलाइन के अलावा अगर Jio के IPO की कोई झलक मिलती है, तो यह शेयर के लिए बड़ा ट्रिगर हो सकता है।
Nuvama के अनुसार, जहां Waaree Energies और Premier Energies की वैल्यू करीब $10 अरब और $6 अरब है, वहीं रिलायंस की पूरी तरह इंटीग्रेटेड सोलर इक्विपमेंट यूनिट का वैल्यू $20 अरब तक जा सकता है, अगर उसे FY27 में EV/Ebitda के आधार पर 15x रेटिंग मिले।
इससे रिलायंस के शेयरों में वैल्यूएशन रेटिंग का बड़ा उछाल संभव है, जैसा कि 2017 में Jio लॉन्च के बाद देखने को मिला था। न्यू एनर्जी बिजनेस कंपनी की कमाई को 50% से ज्यादा बढ़ा सकता है और O2C समेत बाकी सेगमेंट्स में भी रेटिंग को ऊपर ले जा सकता है।
CLSA ने यह भी कहा है कि रिटेल सेगमेंट में steady growth के चलते ज्यादातर लिस्टेड कंपनियों ने इस साल बेंचमार्क से 4-17% बेहतर प्रदर्शन किया है। यही ट्रेंड रिलायंस रिटेल के वैल्यूएशन को भी पॉजिटिव तरीके से प्रभावित कर सकता है, खासकर जब Q1 से प्रॉफिट ग्रोथ लौटती दिख रही है।
डिस्क्लेमर: यह खबर ब्रोकरेज की रिपोर्ट के आधार पर है, निवेश संबंधित फैसले लेने से पहले एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें।