facebookmetapixel
घूमना-फिरना और बाहर खाना पसंद है? इस कार्ड पर मिलेगा 6% का कैशबैक और कोई जॉइनिंग फीस भी नहींVeg Oil Import: वनस्पति तेल आयात की सुस्त शुरुआत, पहले महीने 28 फीसदी की आई कमी₹3 लाख प्रति किलो जाएगी चांदी? तेजी के पीछे की असली वजह और जोखिम5 साल में भारत-जॉर्डन व्यापार 5 अरब डॉलर तक पहुंचाने का प्रस्ताव, PM मोदी ने दिया बड़ा संदेशभारत में भी शुरू होगा 4 दिन काम और 3 दिन छुट्टी वाला प्लान? सरकार ने बताई इसको लेकर पूरी योजनाअनिल अग्रवाल की वेदांता का होगा डीमर्जर: कंपनी को NCLT से मिली पांच इकाइयों में बंटवारे की मंजूरीबैंकर्स का दावा: डॉलर मुकाबले रुपये की लगातार गिरती कीमत के चलते RBI ले सकता है बड़ा फैसलाEternal के शेयर में 7 महीने की सबसे बड़ी गिरावट, निवेशकों में क्यों मची घबराहट?8th Pay Commission: रिटायर्ड कर्मचारियों को DA और दूसरे लाभ नहीं मिलेंगे? सरकार ने बताई सच्चाईहिंदी नाम वाले बिलों पर चिदंबरम क्यों भड़के? जानिए पूरा विवाद

एलआईसी आईपीओ के लिए खुलेंगे रिकॉर्ड डीमैट खाते

Last Updated- December 11, 2022 | 7:28 PM IST

भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) का आईपीओ भारतीय पूंजी बाजारों के लिए सबसे अच्छे महीनों में से एक साबित होगा जबकि पिछले एक महीने से इक्विटी बाजारों में व्यापक बिकवाली हो रही है। यह कहना है पेटीएम मनी के सीईओ वरुण श्रीधर का। उन्होंने कहा, एलआईसी का आईपीओ पेश होने वाला है, ऐसे में मेरा मानना है कि मई के महीने में डीमैट खाते रिकॉर्ड स्तर पर खुलेंगे। भारतीय पूंजी बाजार के लिए यह काफी अहम घटनाक्रम होगा और उम्मीद है कि लाखों नए निवेशक पूंजी बाजार से जुड़ेंगे।
अब सबकी नजरें जीवन बीमा दिग्गज के आईपीओ पर है, जो 2 मई को एंकर निवेशकों के लिए और 4 मई को खुदरा निवेशकों के लिए खुलने जा रहा है। इस आईपीओ में एलआईसी 3.5 फीसदी हिस्सेदारी बेचकर 21,000 करोड़ रुपये जुटाएगी। इसका कीमत दायरा 902 से 949 रुपये प्रति शेयर तय किया गया है।
श्रीधर ने कहा, एलआईसी के पॉलिसीधारकों को 60 रुपये की छूट मिलेगी, वहीं कर्मचारियों व खुदरा निवेशकों को 45 रुपये की छूट मिलेगी, ऐसे में छोटे शहरों से काफी नए निवेशक सिर्फ एलआईसी के आईपीओ में आवेदन करने के लिए डीमैट खाते खुलवा रहे हैं।
देश में सक्रिय डीमैट खातों की संख्या वित्त वर्ष 22 में 63 फीसदी की उछाल के साथ 8.97 करोड़ पर पहुंच गई। डिपॉजिटरीज के आंकड़ों से यह जानकारी मिली।
स्मार्टफोन के बढ़ते इस्तेमाल, ग्राहकों को डिजिटल जरिये से आसानी से जोडऩा और इक्विटी बाजारों के आकर्षक रिटर्न के कारण यह बढ़ोतरी देखने को मिली है। 31 मार्च को सीडीएसएल 6.3 करोड़ खाते का प्रबंधन कर रही थी और ऐसेट अंडर कस्टडी 37.2 लाख करोड़ रुपये की थी।

First Published - April 28, 2022 | 12:54 AM IST

संबंधित पोस्ट