देश में रियल एस्टेट के शेयरों के प्रदर्शन को मापने वाले बीएसई रियल्टी सूचकांक में सोमवार को 4.2 फीसदी की बढ़त दिखी। मार्च को खत्म हुई तिमाही (वित्त वर्ष 2023 की चौथी तिमाही) में रियल्टी डेवलपरों की तेज बिक्री के बलबूते यह तेजी देखी गई। गुरुवार को इस सूचकांक में 2.9 फीसदी की तेजी देखी गई थी जब भारतीय रिजर्व बैंक ने ब्याज दरों में बढ़ोतरी को टालने का फैसला किया था।
गुरुवार को गोदरेज प्रॉपर्टीज ने घोषणा की थी कि इसने अब तक की सबसे ज्यादा तिमाही और सालाना बिक्री दर्ज की है। कंपनी के शेयरों की कीमत में 9.1 फीसदी की बढ़ोतरी हुई और यह बीएसई रियल्टी सूचकांक पर सबसे बेहतर प्रदर्शन करने वाले शेयरों में शामिल रहा।
शोभा डेवलपर्स ने वित्त वर्ष 2022-23 में 5,198 करोड़ रुपये की सबसे ज्यादा सालाना बिक्री दर्ज की है। कंपनी ने कहा कि इसने चौथी तिमाही में अब तक की सबसे ज्यादा तिमाही बिक्री दर्ज की है और इसमें वित्त वर्ष 2023 की तीसरी तिमाही की तुलना में 2.7 फीसदी और अंतिम वित्त वर्ष की समान अवधि की तुलना में 31.9 फीसदी की तेजी आई।
इसी तरह मैक्रोटेक डेवलपर्स ने कहा कि इसने 12,064 करोड़ रुपये की सालाना प्री बिक्री की है। इसने लगातार तीसरी तिमाही में 3,000 करोड़ रुपये से अधिक की बिक्री दर्ज की है।
वहीं मुंबई के अजमेरा रियल्टी ने कहा कि इसने वित्त वर्ष 2023 की चौथी तिमाही में करीब 140 करोड़ रुपये की बिक्री की है। इसने कहा कि वित्त वर्ष 2023 में इसने अब तक की सबसे अधिक बिक्री की है और इसका प्रदर्शन पिछले वित्त वर्ष की तुलना में लगभग दोगुना है।
इन मजबूत आंकड़ों से आवासीय क्षेत्र में तेजी की उम्मीदें बढ़ीं हैं। विश्लेषकों का कहना है कि रियल्टी कंपनियों को महंगाई का फायदा मिला जिसकी वजह परिसंपत्तियों की कीमतों में तेजी आई।
इक्विनॉमिक्स के संस्थापक जी चोक्कालिंगम का कहना है, ‘मुद्रास्फीति रियल एस्टेट के लिए सकारात्मक है क्योंकि जमीन की कीमतों में तेजी आई है। कई रियल्टी कंपनियों के पास ज्यादा इन्वेंट्री है और इसमें जमीन से लेकर आंशिक तौर पर तैयार मकान तक शामिल हैं। पिछले छह महीने में रियल एस्टेट की कीमतों में करीब 10-20 फीसदी की तेजी आई। मैं रियल्टी शेयरों में 15-20 फीसदी की तेजी देख रहा हूं।’