सुबह के कारोबार में रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंचने के बाद बेंचमार्क सूचकांकों में तेज गिरावट दर्ज की गई। मुनाफावसूली और शेयरों के मूल्यांकन को लेकर चिंता से बाजार में गिरावट बढ़ी है।
सेंसेक्स 695 अंक गिरकर 43,828 पर बंद हुआ। निफ्टी 196 अंक नीचे 12,858 पर बंद हुआ। दिन के कारोबार के दौरान सेंसेक्स 44,825 अंक के उच्चतम स्तर को छू गया था, वहीं निफ्टी 13,146 के स्तर पर पहुंच गया था।
विश्लेषकों ने कहा कि डेरिवेटव अनुबंधों के निपटान से पहले निवेशकों ने सतर्क रुख दिखाते हुए मुनाफावसूली की है।
रेलिगेयर ब्रोकिंग में उपाध्यक्ष-शोध अजीत मिश्रा ने कहा, ‘बीच-बीच में गिरावट का रुझान सामान्य है और आगे भी मुनाफावसूली हो सकती है। डेरिवेटिव निपटान से पहले उतार-चढ़ाव बनी रहती है।’
विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों की लिवाली के दम पर बुधवार को गिरावट से पहले बेंचमार्क सूचकांक इस महीने करीब 12 फीसदी चढ़ चुका है। कोविड टीके को लेकर सकारात्मक खबर, अमेरिका में निर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन के कमान संभालने और जेनेट ऐलन को अमेरिका में वित्त मंत्री बनाए जाने की अटकलों से भी बाजार को दम मिला है।
हालांकि महामारी और संक्रमण को रोकने के लिए कुछ जगहों पर आंशिक पाबंदियों से आर्थिक परिदृश्य को लेकर चिंता बढ़ी है जिसकी वजह से निवेशकों ने आज मुनाफावसूली की।
जियोजित फाइनैंशियल सर्विसेज में शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘कारोबार के दूसरे सत्र में जमकर मुनाफावसूली देखी गई। निकट अवधि में घरेलू बाजार में और मुनाफावसूली देखी जा सकती है क्योंकि सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंचने के बाद तरलता आधारित बाजार की तेजी थोड़ी ठहर सकती है। एफआईआई भी अमेरिका एवं यूरोप में नीतियों के अगले चरण के इंतजार में अपना निवेश थोड़ा कम कर सकते हैं।’
विश्लेषकों का कहना है कि निवेशक केंद्रीय बैंकों और सरकारों की ओर से आर्थिक संकेतकों का आने का इंतजार कर रहे हैं। इसके साथ ही निवेशक महामारी के बाद आर्थिक सुधार के लिए आर्थिक प्रोत्साहन पर भी स्पष्टता का इंतजार करेंगे। बीएसई पर 1,126 शेयर बढ़त पर बंद हुए जबकि 1,662 नुकसान में रहे। सेंसेक्स में 6 शेयरों को छोड़कर सभी में गिरावट दर्ज की गई। कोटक महिंद्रा बैंक में सबसे ज्यादा 3.2 फीसदी की गिरावट आई। एचडीएफसी बैंक 2.6 फीसदी गिरावट पर बंद हुआ। रियल्टी और दूरसंचार सूचकांकों में 2.2 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई।
