देश के शेयर बाजारों में लगातार दूसरे दिन मुनाफावसूली का जोर रहा। इसकी वजह से बंबई स्टॉक एक्सचेंज का सेंसेक्स 238.15 अंक नीचे 14,662.61 के स्तर पर बंद हुआ।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 68.45 अंक टूट कर 4,400.25 के स्तर पर बंद हुआ। बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में भी करीब एक फीसदी की नरमी देखी गई। एशियाई बाजारों की बात करें, तो वहां मिला-जुला रुख रहा। चीन और दक्षिण कोरिया के बाजारों में तेजी का रुख रहा, जबकि जापान, सिंगापुर और इंडोनेशियाई बाजार गिरावट के साथ बंद हुए।
बीएसई में सबसे ज्यादा गिरावट पर धातु सूचकांक रहा, जिसमें करीब 5.5 फीसदी की कमजोरी दर्ज की गई। तेल-गैस सूचकांक में 2 फीसदी, जबकि ऊर्जा, सार्वजनिक क्षेत्र, अचल संपत्ति सूचकांक में करीब एक फीसदी की गिरावट दर्ज की गई।
सबसे ज्यादा करीब 11.5 फीसदी की गिरावट पर स्टरलाइट के शेयर रहे, जबकि टाटा स्टील के शेयरों में 5 फीसदी की कमजोरी दर्ज की गई। इसके अलावा, टाटा पावर, रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर, भारती एयरटेल, ओएनजीसी, जेपी एसोसिएट्स और भेल के शेयरों में करीब 2 से 3 फीसदी की गिरावट आई।
मारुति सुजुकी, टीसीएस, आईसीआईसीआई बैंक और हिंडाल्कों के शेयरों में भी एक फीसदी की कमजोरी देखी गई। सेंसेक्स में बढ़त पर रहने वाले शेयरों में इन्फोसिस, रैनबैक्सी और एसीसीसी प्रमुख रहे।