Pine Labs IPO: फिनटेक फर्म पाइन लैब्स ने अपने आगामी आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) के आकार को कम कर दिया है। इसकी वजह मौजूदा शेयरधारकों का अपनी हिस्सेदारी का छोटा हिस्सा बेचने का विकल्प चुनना है। साथ ही कंपनी ने अपनी वर्तमान वित्तीय स्थिति के मद्देनजर ऋण का प्रबंधन करने के लिए अपनी शुद्ध प्राप्ति को कम करने का फैसला किया है। कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अमरीश राव ने यह जानकारी दी।
पहले कंपनी नए निर्गम के ज़रिए 2,600 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बना रही थी। अब इसे घटाकर 2,080 करोड़ रुपये कर दिया गया है। ओएफएस में शेयरों की संख्या 14.78 करोड़ शेयरों से घटाकर 8.23 करोड़ शेयर कर दी गई है।
फिनटेक कंपनी ने अपने आईपीओ की कीमत 210 रुपये से 221 रुपये प्रति शेयर के बीच रखी है। आईपीओ 7 नवंबर को आवेदन के लिए खुलेगा और 11 नवंबर को बंद होगा। एंकर निवेशकों के लिए बोली 6 नवंबर को खुलेगी।
कीमत दायरे के ऊपरी स्तर पर कंपनी का मूल्यांकन 25,377 करोड़ रुपये बैठता है। 3,900 करोड़ रुपये के आईपीओ में 2,080 करोड़ रुपये के नए शेयर और 1,819 करोड़ रुपये तक का ऑफर फॉर सेल शामिल है।
राव ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया, जहां तक प्राथमिक स्तर का सवाल है, हमने कर्ज कम करने से जुड़े कुछ घटकों को कम करने का फैसला किया है। हमारी वित्तीय स्थिति में नाटकीय रूप से सुधार हुआ है। हमें लगा कि हमें इक्विटी कम करने और फिर कर्ज चुकाने की जरूरत नहीं है। इसलिए हमने कर्ज चुकाने के लिए जुटाए जाने वाले हिस्से को कम कर दिया है।
कंपनी ने शुद्ध आय का उपयोग कुछ उधारों को चुकाने, अपनी कुछ सहायक कंपनियों में निवेश, आईटी परिसंपत्तियों में निवेश, क्लाउड बुनियादी ढांचे पर व्यय और प्रौद्योगिकी विकास पहलों आदि के लिए करने का प्रस्ताव किया है। कंपनी अब ऋण चुकौती के लिए 532 करोड़ रुपये आवंटित करेगी जो पहले 870 करोड़ रुपये थे।