फरवरी 2022 के लिए निजी इक्विटी और उद्यम पूंजी निवेश 5.8 अरब डॉलर पर रहा, जो फरवरी 2021 में दर्ज वैल्यू के 2.3 गुना और जनवरी 2022 में हुए निवेश से 24 प्रतिशत ज्यादा है। आईवीसीए-ईवाई की मासिक पीई/वीसी रिपोर्ट के अनुसार, वहीं फरवरी 2022 में निवेश से निकासी 10 प्रमुख सौदों में 1.4 अरब डॉलर रही, जिनमें 1.2 अरब डॉलर के तीन सेकंडरी बिक्री शामिल थीं।
पूंजी निकासी मुख्य तौर पर सेकंडरी सौदों पर केंद्रित रही, जिनमें एऑन द्वारा आईजीटी सॉल्युशंस से 80 करोड़ डॉलर की बिक्री शामिल थी। चूंकि मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में उतार-चढ़ाव फरवरी में भी बना रहा, जिससे सिर्फ एक पीई-समर्थित आईपीओ आया और अध्ययन में कहा गया कि पीई-आधारित आईपीओ की संख्या पूंजी बाजारों में अनिश्चितता की वजह से 2022 में कम रहेगी।
ईवाई में प्राइवेट इक्विटी सर्विसेज के पार्टनर एवं नैशनल लीडर विवेक सोनी ने कहा, ‘फरवरी, 2022 में 5.8 अरब डॉलर का पीई/वीसी निवेश दर्ज किया गया, जो फरवरी 2021 के मुकाबले दोगुने से भी ज्यादा है और पूर्ववर्ती महीने की तुलना में 24 प्रतिशत अधिक है। पूरी तरह से पीई/वीसी निवेश (इन्फ्रास्ट्रक्चर और रियल एस्टेट क्षेत्रों को छोड़कर) और स्टार्टअप निवेश का फरवरी 2022 के निवेश परिदृश्य में दबदबा बना रहा और कुल पीई/वीसी निवेश वैल्यू में इनका 88 प्रतिशत और 44 प्रतिशत का योगदान रहा।’
जहां प्रौद्योगिकी क्षेत्र ने 2022 में लगातार अधिकतम पीई-वीसी निवेश प्राप्त किया, वहीं वित्तीय सेवा क्षेत्र के फिनटेक सेगमेंट में निवेश तेजी से बढ़ा और इसमें उभरते विकेंद्रीकृत वित्त क्षेत्र में कई बड़े सौदे दर्ज किए गए। फिनटेक निवेश पिछले पांच साल के दौरान 125 प्रतिशत सालाना चक्रवृद्घि दर से बढ़ा है, मुख्य तौर पर विकेंद्रीकृत वित्त और नियो-बैंकिंग जैसे नए सेगमेंट में भुगतान प्रणालियों में निवेश से इसे मदद मिली है।
फरवरी 2022 में 118 सौदे दर्ज किए गए, जो फरवरी 2021 (88 सौदों) के मुकाबले 33 प्रतिशत की वृद्घि और जनवरी 2022 (122 सौदों) के मुकाबले 4 प्रतिशत की कमी है। फरवरी 2022 में कुल पीई-वीसी निवेश का 88 प्रतिशत हिस्सा प्योर-प्ले निवेश (रियल एस्टेट और इन्फ्रा क्षेत्रों को छोड़कर) था, जबकि फरवरी 2021 के लिए यह आंकड़ा 79 प्रतिशत था।
बीएसई निवेशकों की संख्या 10 करोड़ के पार
बीएसई के निवेशकों की संख्या बुधवार को 10 करोड़ के पार निकल गई। एक्सचेंज के साथ पंजीकृत निवेशकों की संख्या पिछले एक साल में 58 फीसदी बढ़ी है। ये निवेशक बीएसई के विभिन्न सेगमेंट मसलन इक्विटी नकदी, करेंसी डेरिवेटिव और जिंस डेरिवेटिव आदि से जुड़े हुए हैं। बीएसई ने 1 करोड़ निवेशकों का आंकड़ा फरवरी 2008 में पार किया था और मई 2020 में 5 करोड़ का आंकड़ा छुआ था। बीएस