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सिर्फ एक ब्रेकडाउन और… सेंसेक्स सीधा 80,000 के नीचे! टेक्निकल चार्ट दे रहे हैं चेतावनी

TCS के कमजोर नतीजों और IT शेयरों में भारी बिकवाली के बाद सेंसेक्स दबाव में, टेक्निकल चार्ट्स दे रहे हैं 78,765 तक गिरावट का इशारा

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रेक्स कैनो   
Last Updated- July 14, 2025 | 10:19 AM IST

पिछले हफ्ते बाजार में जोरदार गिरावट देखी गई, और इसकी सबसे बड़ी वजह थी IT सेक्टर में बिकवाली, खासकर TCS के कमजोर तिमाही नतीजों के बाद यह गिरावट देखने को मिली। बीएसई सेंसेक्स हफ्ते की शुरुआत में 82,781 तक गया था, लेकिन वहीं से गिरते हुए 1,370 अंकों की फिसलन झेलनी पड़ी और हफ्ते के अंत में 574 अंकों की गिरावट के साथ 82,442 पर बंद हुआ। यानी इसने करीब 0.7% की साप्ताहिक गिरावट दर्ज की। इतना ही नहीं, पिछले दो हफ्तों में सेंसेक्स अपने 27 जून के रिकॉर्ड हाई से अब तक कुल 1,617 अंक यानी करीब 2% लुढ़क चुका है। एनएसई निफ्टी 50 इंडेक्स का हाल भी कुछ ऐसा ही रहा। ये 25,669 की ऊंचाई से फिसलते हुए 205 अंक गिरा और शुक्रवार को 25,150 पर बंद हुआ। अब सवाल यह है कि क्या सेंसेक्स की यह गिरावट आगे भी जारी रहेगी और यह 80,000 के नीचे जा सकता है? इसका जवाब टेक्निकल चार्ट्स के साप्ताहिक रुझानों से मिलता है…

BSE Sensex

पिछला बंद भाव: 82,500

डाउनसाइड टारगेट: 78,765

डाउनसाइड रिस्क: 4.5%

सपोर्ट: 81,975; 81,815; 81,650

रेजिस्टेंस: 83,025; 83,185; 83,350

पिछले हफ्ते की गिरावट के बाद अब निवेशकों की नजर इस बात पर है कि सेंसेक्स कहां तक फिसल सकता है। टेक्निकल चार्ट के मुताबिक आने वाले हफ्तों में बाजार का मूड थोड़ा कमजोर बना रह सकता है, जब तक कि सेंसेक्स 83,600 के ऊपर टिकता नहीं दिखता।

मासिक फिबोनाची चार्ट के मुताबिक सेंसेक्स ने अभी तक कोई ठोस दिशा नहीं पकड़ी है, लेकिन यह 82,700 के अहम सपोर्ट लेवल से नीचे फिसल चुका है। इसका मतलब है कि फिलहाल बाजार की चाल थोड़ी सुस्त और सतर्क रह सकती है।

जुलाई महीने में सेंसेक्स के लिए सबसे अहम सपोर्ट 81,300 पर है। अगर सेंसेक्स इस स्तर को भी तोड़ता है और वहां टिक नहीं पाता, तो फिर 78,765 तक की गिरावट का रास्ता खुल सकता है। हालांकि, रास्ते में 80,600 के करीब एक अस्थायी सहारा मिल सकता है।

आने वाले कुछ ट्रेडिंग सेशन्स में सेंसेक्स को 81,975, 81,815 और 81,650 के स्तरों पर सपोर्ट मिल सकता है। वहीं ऊपर की ओर बढ़ने की कोशिश में 83,025, 83,185 और 83,350 पर अड़चनें सामने आ सकती हैं।

अगर हालात खराब होते हैं तो सेंसेक्स 78,765 तक जा सकता है, जो कि मौजूदा स्तर से करीब 4.5% नीचे है। ऐसे में निवेशकों को सतर्क रहने की ज़रूरत है, खासकर जब तक इंडेक्स 83,600 के ऊपर मजबूत होकर टिकता नहीं है।

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NSE Nifty 50

पिछला बंद भाव: 25,150

डाउनसाइड टारगेट: 24,200

डाउनसाइड रिस्क: 3.8%

सपोर्ट: 24,994; 25,955; 24,720

रेजिस्टेंस: 25,550

लगातार दो दिनों की गिरावट के बाद NSE निफ्टी 50 इंडेक्स अब एक अहम टेक्निकल स्तर के नीचे फिसल गया है। 20 जून के बाद पहली बार निफ्टी ने 20-डे मूविंग एवरेज (20-DMA) से नीचे क्लोजिंग दी है, जो इस बात का संकेत है कि बाजार की चाल अब कमजोर पड़ सकती है।

टेक्निकल चार्ट्स के मुताबिक, अब निफ्टी का अगला अहम सपोर्ट स्तर 25,000 के नीचे एक ट्रेंडलाइन पर है, जो करीब 24,994 के आसपास है। अगर यह स्तर टूटता है, तो अगला सपोर्ट 24,955 पर आता है, जो कि निफ्टी का 50-DMA है।

अगर निफ्टी 24,955 के नीचे क्लोज करता है और वहां टिक नहीं पाता, तो यह शॉर्ट टर्म ट्रेंड के बदलने का साफ़ संकेत होगा। इसके बाद इंडेक्स में तेज गिरावट आ सकती है, और यह 24,200 तक लुढ़क सकता है। हालांकि, 24,720 के आस-पास एक अस्थायी सहारा मिल सकता है।

अगर बाजार में दोबारा मजबूती आनी है, तो निफ्टी को 25,500 के ऊपर निकलना और वहां टिकना जरूरी होगा। जब तक ऐसा नहीं होता, तब तक बाजार में अनिश्चितता बनी रह सकती है।

First Published : July 14, 2025 | 10:19 AM IST