Ola Electric IPO Date: भावीश अग्रवाल के नेतृत्व वाली ओला इलेक्ट्रिक 1 अगस्त को अपने बहुप्रतीक्षित आईपीओ के लिए एंकर बुक शुरू करने की तैयारी कर रही है। उद्योग के सूत्रों के अनुसार यह निर्गम 2 से 6 अगस्त के बीच आम लोगों के लिए खुलने की संभावना है। इसे 9 अगस्त को स्टॉक एक्सचेंज पर सूचीबद्ध कराया जा सकता है। इसके साथ ही आईपीओ लाने वाली यह पहली भारतीय इलेक्ट्रिक दोपहिया फर्म बन जाएगी। हालांकि कंपनी ने इस पर टिप्पणी से इनकार किया।
ओला इलेक्ट्रिक ने ताजा निर्गम और ओएफएस के जरिये करीब 74 करोड़ डॉलर जुटाने का लक्ष्य रखा है। सूत्रों का कहना है कि सॉफ्टबैंक समर्थित ईवी निर्माता को आईपीओ से करीब 4.5 अरब डॉलर का मूल्यांकन की संभावना है जो इसके पिछले फंडिंग राउंड के लगभग 5.5 अरब डॉलर के मूल्यांकन से लगभग 18 प्रतिशत कम है। कंपनी एथर एनर्जी, बजाज और टीवीएस मोटर कंपनी के साथ प्रतिस्पर्धा करती है।
ओला इलेक्ट्रिक ने 22 दिसंबर, 2023 को सेबी के पास अपना डीआरएचपी जमा कराया था। 20 जून को ओला इलेक्ट्रिक को आईपीओ के लिए बाजार नियामक से मंजूरी मिल गई। इस मंजूरी के साथ ही ओला इलेक्ट्रिक के लिए सूचीबद्ध होने वाली पहली भारतीय इलेक्ट्रिक वाहन कंपनी बनने की राह आसान हो गई है।
अग्रवाल ने इस आईपीओ में 4.74 करोड़ शेयर (3.48 प्रतिशत हिस्सेदारी) बेचने की योजना बनाई है। हिस्सेदारी बेच रहे अन्य शेयरधारकों में इंडस ट्रस्ट, अल्पाइन अपॉर्च्युनिटी फंड, डीआईजी इन्वेस्टमेंट, इंटरनेट फंड-3 (टाइगर ग्लोबल), मैकरिची इन्वेस्टमेंट्स, मैट्रिक्स पार्टनर्स, सॉफ्टबैंक विजन फंड, अल्फा वेव वेंचर्स और टेकने प्राइवेट वेंचर्स शामिल हैं।
डीआरएचपी में ताजा निर्गम से प्राप्त रकम के इस्तेमाल की जानकारी दी गई है, जो इस प्रकार है- पूंजीगत खर्च के लिए 1,226 करोड़ रुपये, कर्ज की अदायगी के लिए 800 करोड़ रुपये, शोध एवं विकास (आरऐंडडी) के लिए 1,600 करोड़ रुपये और विकास संबंधित पहलों के लिए 350 करोड़ रुपये।
पिछले साल अक्टूबर में, ओला इलेक्ट्रिक ने घोषणा की थी कि उसने इक्विटी और डेट राउंड में करीब 3,200 करोड़ रुपये जुटाए हैं। सूत्रों का कहना है कि यह पूंजी टेमासेक के नेतृत्व में प्रमुख निवेशकों से जुटाई गई थी और कंपनी का मूल्यांकन 5 अरब डॉलर से बढ़कर 5.5 अरब डॉलर हो गया था।
हालांकि, वैश्विक टेक शेयरों के मूल्यांकन में बदलाव के कारण इस मूल्यांकन में गिरावट आने की उम्मीद है। पिछले वर्ष अक्टूबर में जुटाई गई धनराशि का उद्देश्य आईपीओ की पूर्व तैयारी करना था। अग्रवाल ने इस पेशकश के लिए 6 अरब डॉलर का मूल्यांकन लक्ष्य रखा था।
ओला इलेक्ट्रिक तमिलनाडु में अपनी फ्यूचरफैक्टरी में बैटरी पैक, मोटर और व्हीकल फ्रेम जैसे ईवी एवं प्रमुख कलपुर्जों का निर्माण करती है। इस फैक्टरी का 1 करोड़ यूनिट की सालाना उत्पादन क्षमता के साथ दुनिया के सबसे बड़ी दोपहिया संयंत्र के तौर पर विस्तार किया जा रहा है। सूत्रों के अनुसार कंपनी ने तमिलनाडु में लीथियम-आयन सेल निर्माण के लिए गीगाफैक्टरी स्थापित की है जिसकी शुरुआती क्षमता 5 गीगावॉट प्रति घंटा है। इस क्षमता को बाद में चरणबद्ध तरीके से बढ़ाकर 100 गीगावॉट प्रति घंटा किए जाने की योजना है।
ओला इलेक्ट्रिक ने बैटरी बनाने की तकनीक पर काम करने के लिए बेंगलुरु में एक विशेष केंद्र बनाया है। इस केंद्र में बहुत ही आधुनिक मशीनें हैं जिनकी मदद से बैटरी से जुड़ी कई तरह की रिसर्च की जाती है। खबरों के मुताबिक, ओला इलेक्ट्रिक ने अभी के लिए इलेक्ट्रिक कार बनाने की अपनी योजना को रोक दिया है और अब वो सिर्फ इलेक्ट्रिक स्कूटर बनाने पर ध्यान दे रही है।