करीब 2.5 अरब डॉलर का प्रबंधन करने वाली नॉरवेस्ट वेंचर पार्टनर (एनवीपी) ने इस साल के अंत तक भारतीय कंपनियों में छह निवेश सौदे करने का लक्ष्य निर्धारित किया है।
उसने 2009 के अंत तक अपने वैश्विक फंड के जरिए एक अरब डॉलर भी उगाहने की भी योजना बनाई है। इसके साथ ही कंपनी यहां पर अपनी कोर टीम का भी विस्तार कर रही है। अभी तक एनवीपी ने पांच भारतीय कंपनियों में निवेश किया है। इनमें निवेश की गई पूंजी में से कंपनी ने 65 करोड़ डॉलर साल 2006 में जुटाए थे।
इसके अलावा कंपनी ने अमेरिका स्थित 20 से ज्यादा हाइब्रिड और क्रासओवर कंपनियों में भी निवेश किया है जिनकी भारत में पर्याप्त उपस्थिति है। उदाहरण केलिए कंपनी ने अमेरिका की वानू में 140 करोड़ का निवेश किया है इसमें कई पुराने हिस्सेदार जैसे चार्ल्स रिवर वेंचर और टाटा कैपिटल भी शामिल हैं।
वानू मोबाइल का परिचालन करने वाली कंपनियों को सॉफ्टवेयर रेडियो इंफ्रास्ट्रक्चर उपलब्ध कराती है। इस कंपनी की स्थापना वानू बोस द्वारा की गई थी। कंपनी अधिकांश फंड का इस्तेमाल भारत में अपने परिचालन को बढ़ाने में करेगी। इसकेलिए कंपनी अपने कर्मचारियों की संख्या बढाएगी और कंपनियों के साथ रणनीतिक भागेदारी करेगी।
नॉरवेस्ट के मैनेजिंग पार्टनर प्रमोद हक ने कहा कि हम अपनी टीम में एक और सदस्य शामिल कर रहे हैं और इसके बाद हमारी टीम में मुझे मिलाकर चार लोग हैं। जिससे हमें भारत में विभिन्न कंपनियों में निवेश करने में मदद मिलेगी। एक अरब डॉलर के फंड का मुख्य फोकस भारत, इजरायल और चीन पर होगा।
हक ने कहा कि इस निवेश का इस्तेमाल भारत में परिचालन बढ़ाने के लिए किया जाएगा और इसके साथ ही अमेरिकी बाजार पर भी हमारी नजर है। हम वानू के लिए भारत में दो सालों में बड़े अवसर देख रहे हैं। वानू के सहयोग से भारतीय टेलीकॉम कंपनियों को बिना ज्यादा पूंजी के खर्च के ग्रामीण इलाकों में अपना प्रसार करने में मदद मिलेगी।
वानू की इसके लिए विभिन्न दूरसंचार कंपनियों से बात चल रही है। कंपनी ने जीटीएल के साथ समझौता किया है और दोनों मिलकर मोबाइल परिचालकों के सक्रिय संरचना का उपभोग करेंगी। वानू के सॉफ्टवेयर सॉल्यूशन एनीवे से दूरसंचार कंपनियों को अपना रेडियो प्रोटोकॉल बदलनें में आसानी होगी। जिसमें सीडीएमए और जीएसएम नेटवर्क भी शामिल हैं।
मौजूदा समय में दूरसंचार कंपनियां सीडीएमए और जीएसएम के लिए अलग-अलग आवश्यकताओं वाले टावर का इस्तेमाल कर रही हैं। वानू का एनीवे सिस्टम एक उद्देश्य के कंपोनेंट की वायरलेस स्टैंडर्ड प्रोसेसिंग के बजाय प्रत्येक टेक्नोलॉजी को अलग से सेवा उपलब्ध कराता है। इस तकनीक को फेडरल कम्युनिकेशन कमीशन द्वारा भी अनुमति दी जा रही है।
भारत में निवेश
एडवेंटिटी-नोलेज प्रोसेस और बिजनेस प्रोसेस आउटसोर्सिंग फर्म
मोबाइलटूविन-मोबाइल और डिजिटल मनोरंजन कंपनी
परसिस्टेंट सिस्टम-विदेशी उत्पाद विकास कंपनी
सुलेखा-ऑनलाइन कम्युनिटी और नेटवर्किंग साइट
यात्रा-ट्रेवल सेवा प्रदान करने वाली कंपनी