वाहन व सूचना प्रौद्योगिकी शेयरों में बढ़त के बीच बेंचमार्क निफ्टी-50 इंडेक्स एक महीने बाद फिर से 22,000 से ऊपर बंद हुआ। इस हफ्ते सेंसेक्स और निफ्टी में 1.2 फीसदी का इजाफा हुआ जबकि महंगाई के आंकड़े अनुमान से ऊंचे रहने के बाद अमेरिकी फेडरल रिजर्व की तरफ से ब्याज दरों में जल्द कटौती की उम्मीद धूमिल हो गई।
व्यापक बाजार में निफ्टी स्मॉलकैप 100 और निफ्टी स्मॉलकैप 100 सूचकांकों का प्रदर्शन इस हफ्ते कमजोर रहा और उनमें क्रमश: 0.5 फीसदी की गिरावट व 0.5 फीसदी की बढ़त दर्ज हुई। सेंसेक्स ने 376 अंकों की बढ़त के साथ 72,427 पर कारोबार की समाप्ति की जबकि दूसरी ओर निफ्टी 130 अंकों की उछाल के साथ 22,040 पर टिका।
16 जनवरी के बाद पहली बार निफ्टी 22,000 के ऊपर बंद हुआ है। सेंसेक्स की बढ़त में मोटे तौर पर लार्सन ऐंड टुब्रो (2.7 फीसदी बढ़त), इन्फोसिस (1.5 फीसदी), महिंद्रा ऐंड महिंद्रा (3.9 फीसदी) का योगदान रहा।
महिंद्रा ऐंड महिंद्रा में इस हफ्ते की बढ़त 11.5 फीसदी पर पहुंच गई जिसकी वजह फोक्सवैगन संग इलेक्ट्रिक वाहनों के कलपुर्जों की आपूर्ति का सौदा है। भारतीय स्टेट बैंक में इस हफ्ते 4 फीसदी का इजाफा हुआ। उसने मजबूत आय का परिदृश्य पेश किया।
एमऐंडएम के शेयर में इसलिए भी बढ़त हुई क्योंकि ब्रोकरेज ने मजबूत एसयूवी बिक्री के कारण तेजी का परिदृश्य सामने रखा है। हालांकि ब्रोकरेज ने ट्रैक्टर कारोबार में राजस्व नरम रहने की बात कही है। सेंसेक्स की बढ़त में एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक और मारुति का भी योगदान रहा।
मोतीलाल ओसवाल फाइनैंशियल सर्विसेज के खुदरा शोध प्रमुख सिद्धार्थ खेमका ने कहा कि उतारचढ़ाव के बावजूद भारतीय बाजारों ने सुदृढ़ता का प्रदर्शन किया। तीसरी तिमाही के नतीजों का सीजन उत्साहजनक माहौल में समाप्त हुआ और निफ्टी ने सालाना आधार पर शुद्ध लाभ में 17 फीसदी की मजबूती दिखाई जबकि अनुमान 11 फीसदी का था।
हमें उम्मीद है कि बाजार का मनोबल आगे भी मजबूत रहेगा क्योंकि चुनाव पूर्व तेजी की काफी ज्यादा संभावना है। दो अहम चुनाव पूर्व सर्वे में भाजपा की अगुआई वाले राजग को बहुमत से ज्यादा सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है। निफ्टी अगले हफ्ते नई ऊंचाई पर पहुंच सकता है।
विश्लेषकों ने कहा कि निवेशक अब लार्जकैप में अपनी रकम लगा रहे हैं क्योंकि मिड व स्मॉलकैप अपने फंडामेंटल से आगे निकल गए हैं और कुछ लार्जकैप में अभी भी मूल्यांकन को लेकर थोड़ी सहजता है।
वैश्विक बाजारों में बढ़त दर्ज हुई। इससे पहले अमेरिकी खुदरा बिक्री ने जरूरत से ज्यादा उपभोक्ता मांग को लेकर निवेशकों की चिंता में थोड़ी कमी की। 10 वर्षीय अमेरिकी बॉन्ड प्रतिफल लगातार दो सत्रों में गिरने के बाद चढ़ा और 4.3 फीसदी पर कारोबार कर रहा था। प्रतिफल में तब बढ़ोतरी हुई जब फेडरल रिजर्व बैंक ऑफ अटलांटा के प्रेजिडेंट राफेल बॉस्टिक ने चिंता जताई कि क्या महंगाई फेड के लक्ष्य के पास स्थिर हो रही है?
बॉस्टिक ने कहा कि ब्याज दरों में कटौती की हड़बड़ी नहीं है क्योंकि अमेरिकी श्रम बाजार और अर्थव्यवस्था अभी भी मजबूत है। फेड के अधिकारी ने कहा कि महंगाई की दरों में गिरावट जारी है, लेकिन इसकी रफ्तार बाजारों के अनुमान से कम है। अब बाजार की दिशा 10 वर्षीय अमेरिकी बॉन्ड पर प्रतिफल और इस पर निर्भर करेगी कि देसी निवेशक खरीदारी जारी रखेंगे या नहीं।