निफ्टी 50 सूचकांक गुरुवार को तकनीकी चार्ट पर अपने महत्त्वपूर्ण समर्थन क्षेत्र से नीचे चला गया। तकनीकी विश्लेषकों का कहना इससे बाजार में और गिरावट आ सकती है।
निफ्टी सूचकांक के लिए 200 दिन के मूविंग एवरेज (डीएमए), जो कारोबारियों द्वारा बाजार का दीर्घकालीन रुझान निर्धारित करने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला एक प्रमुख संकेतक है, को एक प्रमुख समर्थन क्षेत्र के रूप में देखा गया था, क्योंकि पिछले कुछ अवसरों पर सूचकांक (जो लगभग 16,800-16,900 गिरा था) में इन स्तरों से तेजी से सुधार आया था।
हालांकि गुरुवार को 815 अंक या 4.8 फीसदी की गिरावट के साथ बेंचमार्क सूचकांक इस स्तर पर निश्चित रूप से हथियार डालते हुए दिखा। रेलिगेयर ब्रोकिंग के उपाध्यक्ष (अनुसंधान) अजीत मिश्रा ने कहा कि गिरावट के कारण निफ्टी सूचकांक में एकीकृत शृंखला टूट गई है और इसे 15,900-16,000 के आसपास के दायरे में समर्थन मिल सकता है।
कोटक सिक्योरिटीज के इक्विटी अनुसंधान (खुदरा) प्रमुख श्रीकांत चौहान ने कहा कि लंबे समय के बाद बेंचमार्क निफ्टी 200 दिनों के धीमे डीएमए से नीचे बंद हुआ तथा आगे और नरमी आ सकती है। आसपास चल रही अनिश्चितताओं के मद्देनजर निफ्टी 16,000 के स्तर तक नीचे जा सकता है। कारोबारियों के 16,400 और 16,500 का स्तर दिन के कारोबार के प्रतिरोध के रूप में कार्य कर सकता है, जबकि 16,000 का स्तर तत्काल समर्थन क्षेत्र हो सकता है।
पिछली दफा निफ्टी 16,248 के स्तर पर बंद हुआ। 16,000 के स्तर तक की गिरावट का मतलब है कि मौजूदा स्तर से 1.6 फीसदी की और गिरावट आना।
स्वास्तिक इन्वेस्टमेंट में शोध प्रमुख संतोष मीना ने कहा कि निफ्टी अपने 200-डीएमए पर बरकरार नहीं रह सका है, जिसे तेजडिय़े सुरक्षित बनाए रखने की कोशिश कर रहे थे। इसलिए संपूर्ण ढांचा मंदी में तब्दील हो गया है।