Groww MF ने Railway PSU थीम पर उतारे नए फंड
Mutual Fund NFO: रेलवे PSU से जुड़े न्यू फंड ऑफर (NFO)में निवेश करने का मौका है। एसेट मेनेजमेंट कंपनी Groww Mutual Fund ने ग्रो निफ्टी इंडिया रेलवेज पीएसयू इंडेक्स फंड और ग्रो निफ्टी इंडिया रेलवेज पीएसयू ईटीएफ पेश किए हैं। यह ओपन-एंडेड स्कीम्स लॉन्ग टर्म में बेहतर और सुरक्षित रिटर्न की चाह रखने वाले निवेशकों के लिए एक अच्छा ऑप्शन हो सकती है।
इन दोनों फंड्स का NFO में निवेश 16 जनवरी 2025 से 30 जनवरी 2025 तक खुला रहेगा। ये फंड निफ्टी इंडिया रेलवेज पीएसयू इंडेक्स को ट्रैक करेंगे, जिसमें रेलवे सेक्टर से जुड़े पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग (PSUs) शामिल हैं। ये कंपनियां रेलवे के इंफ्रास्ट्रक्चर, लॉजिस्टिक्स, फाइनेंशियल सर्विसेज और टेक्नोलॉजी जैसे सेक्टर्स में काम करती हैं। इन फंड्स के जरिए निवेशक रेलवे सेक्टर में हो रहे विकास का हिस्सा बन सकते हैं और देश के इस महत्वपूर्ण इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर से जुड़े मुनाफे का फायदा उठा सकते हैं।
ग्रो म्यूचुअल फंड ने ग्रो निफ्टी इंडिया रेलवेज पीएसयू ईटीएफ (Groww Nifty India Railways PSU ETF) लॉन्च किया है। इस योजना का उद्देश्य निफ्टी इंडिया रेलवेज पीएसयू इंडेक्स में शामिल कंपनियों में निवेश कर लॉन्ग टर्म कैपिटल ग्रोथ प्रोवाइड करना है। स्कीम इंडेक्स के कुल रिटर्न को ट्रैक करेगी, हालांकि इसके रिटर्न की गारंटी नहीं दी जा सकती। यह एक ओपन-एंडेड स्कीम है, जो निफ्टी इंडिया रेलवे पीएसयू इंडेक्स – TRI को ट्रैक करती है। इस स्कीम को “अन्य ईटीएफ” कैटेगरी में रखा गया है।
कब से कब तक कर सकेंगे निवेश?
NFO शुरुआत की तारीख: 16 जनवरी 2025
NFO बंद होने की तारीख: 30 जनवरी 2025
कितने रुपये से करें निवेश की शुरुआत?
NFO के दौरान: मिनिमम निवेश ₹500 से किया जा सकता है और उसके बाद ₹1 के मल्टीपल में निवेश किया जा सकता है। यूनिट्स पूरे अंकों में आवंटित की जाएंगी और बची हुई राशि वापस कर दी जाएगी, भले ही वह मिनिमम अमाउंट से कम हो।
नियमित आधार पर: म्यूचुअल फंड से सीधे खरीद या रिडेम्प्शन केवल मार्केट मेकर्स और बड़े निवेशकों के लिए उपलब्ध होगी। यह सुविधा उन्हीं लेनदेन के लिए होगी, जिनकी राशि ₹25 करोड़ से अधिक है या SEBI द्वारा समय-समय पर तय की गई सीमा के अनुसार होगी। खरीद या रिडेम्प्शन सिर्फ क्रिएशन यूनिट साइज या उसके गुणकों में ही होगी। मार्केट मेकर्स के लिए ₹25 करोड़ की सीमा लागू नहीं होगी।
Exit Load: नहीं
म्युचुअल फंड हाउस के मुताबिक, इस स्कीम का मकसद लॉन्ग टर्म कैपिटल ग्रोथ जेनरेट करना है। इसके लिए, यह स्कीम निफ्टी इंडिया रेलवे पीएसयू इंडेक्स में शामिल सिक्योरिटीज़ में उसी अनुपात/वजन के अनुसार निवेश करेगी। इसका लक्ष्य है कि खर्चों से पहले इंडेक्स के कुल रिटर्न को ट्रैक करने वाले रिटर्न प्रदान किए जा सकें। हालांकि, यह सुनिश्चित नहीं किया जा सकता कि स्कीम का निवेश उद्देश्य पूरी तरह से हासिल होगा।
ग्रो म्यूचुअल फंड के ग्रो निफ्टी इंडिया रेलवे पीएसयू इंडेक्स फंड (Groww Nifty India Railways PSU Index Fund) का भी सब्सक्रिप्शन खुल गया है। यह ओपन-एंडेड स्कीम निफ्टी इंडिया रेलवे पीएसयू इंडेक्स में शामिल सरकारी कंपनियों के शेयरों में निवेश करेगा और लॉन्ग टर्म कैपिटल ग्रोथ का लक्ष्य रखता है। यह इंडेक्स की परफॉर्मेंस को ट्रैक करेगा और उसके अनुसार रिटर्न देने की कोशिश करेगा। हालांकि, निवेश के उद्देश्य के पूरा होने की कोई गारंटी नहीं है। यह फंड 16 जनवरी 2025 को लॉन्च होगा और इसमें निवेश की आखिरी तारीख 30 जनवरी 2025 है।
Groww Nifty India Railways PSU Index Fund: 500 रुपये से निवेश शुरू
निवेश या स्विच-इन के लिए न्यूनतम राशि ₹500 है, और इसके बाद ₹1 के मल्टीपल में निवेश किया जा सकता है।
एसआईपी (सिस्टेमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान) के लिए न्यूनतम राशि ₹100 तय की गई है, और यह ₹1 के मल्टीपल में हो सकती है।
न्यूनतम निवेश: 500 रुपये और इसके बाद 1 रुपये के मल्टीपल में अतिरिक्त निवेश किया जा सकता है। यह फंड उन निवेशकों के लिए खास तौर पर उपयुक्त है, जो रेलवे सेक्टर की सरकारी कंपनियों में निवेश करना चाहते हैं और इंडेक्स की परफॉर्मेंस के आधार पर रिटर्न पाना चाहते हैं।
Groww Nifty India Railways PSU Index Fund: स्कीम की लिक्विडिटी और लिस्टिंग डीटेल
यह योजना ओपन-एंडेड है, यानी निवेशक अपनी यूनिट्स को किसी भी कारोबारी दिन खरीद या बेच सकते हैं। यह सुविधा यूनिट्स के आवंटन की तारीख से 5 कारोबारी दिनों के भीतर शुरू हो जाएगी। खरीद और बिक्री की कीमत योजना के NAV (नेट एसेट वैल्यू) पर आधारित होगी।
योजना की यूनिट्स को स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्ट नहीं किया जाएगा, क्योंकि निवेशकों को हर कारोबारी दिन NAV के आधार पर खरीद और बिक्री की सुविधा मिलती रहेगी। हालांकि, भविष्य में ट्रस्टी चाहें तो योजना की यूनिट्स को स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्ट कर सकते हैं।
एग्जिट लोड: अगर निवेशक 30 दिनों के भीतर अपनी यूनिट्स रिडीम करते हैं, तो 1% का एग्जिट लोड लगेगा। 30 दिनों के बाद रिडेम्पशन पर कोई लोड नहीं लगेगा।
(*डिस्कलेमर: यहां NFO की डीटेल दी गई है। ये निवेश की सलाह नहीं है। म्युचुअल फंड में निवेश बाजार के जोखिमों के अधीन है। निवेश संबंधी फैसला करने से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें।)