म्युचुअल फंड

Mirae Asset ने लॉन्च किए 2 नए फंड, ₹5,000 से करें मल्टी फैक्टर और Gold-Silver FoF में निवेश

Mirae Asset Multi Factor Passive FOF और Mirae Asset Gold Silver Passive FoF का लक्ष्य फैक्टर-बेस्ड डोमेस्टिक इक्विटी ईटीएफ और सोने-चांदी में निवेश का अवसर प्रदान करना है।

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अंशु   
Last Updated- August 09, 2025 | 4:02 PM IST

NFO Alert: एसेट मैनेजमेंट कंपनी मिरे असेट ने दो फंड ऑफ फंड्स (FoFs) के लिए न्यू फंड ऑफर (NFO) लॉन्च करने की घोषणा की है। पहले NFO का नाम मिरे असेट मल्टी फैक्टर पैसिव फंड ऑफ फंड (Mirae Asset Multi Factor Passive FOF) है। यह एक ओपन-एंडेड फंड ऑफ फंड स्कीम, जो मुख्य रूप से फैक्टर-बेस्ड डोमेस्टिक इक्विटी ईटीएफ में निवेश करेगी। वहीं, दूसरे NFO का नाम मिरे असेट गोल्ड सिल्वर पैसिव फंड ऑफ फंड (Mirae Asset Gold Silver Passive FoF) है। यह भी एक ओपन-एंडेड फंड ऑफ फंड स्कीम, जो मुख्य रूप से मिरे असेट गोल्ड ईटीएफ और मिरे असेट सिल्वर ईटीएफ में निवेश करेगी।

Mirae Asset NFO: ₹5,000 से निवेश शुरू

फंड हाउस के मुताबिक, दोनों NFO की सब्सक्रिप्शन 11 अगस्त 2025 से 25 अगस्त 2025 तक खुली रहेगी और स्कीम 1 सितंबर 2025 से दोबारा खुलेगी। इन दोनों न्यू फंड ऑफर (NFO) में निवेशक मिनिमम ₹5,000 से निवेश शुरू कर सकते हैं, और उसके बाद 1 रुपये के मल्टीपल में आगे निवेश कर सकते हैं। इस NFO में SIP भी की जा सकती है। सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) की शुरुआत ₹99 से होगी। रितेश पटेल इन दोनों स्कीम्स के लिए फंड मैनेजर हैं।

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Mirae Asset NFO: क्या है इन्वेस्टमेंट स्ट्रैटेजी?

Mirae Asset Multi Factor Passive FOF: यह फंड बेहतर रिस्क-एडजस्टेड रिटर्न हासिल करने के लिए कई स्मार्ट बीटा फैक्टर्स में निवेश आवंटित करने का लक्ष्य रखता है। इसका डायनेमिक आवंटन बदलते बाजार माहौल के अनुसार खुद को ढालने की कोशिश करता है, जिससे सिंगल-फैक्टर स्ट्रैटेजी की तुलना में वोलैटिलिटी और नुकसान को कम किया जा सकता है।

Mirae Asset Gold Silver Passive FoF: यह फंड सोने और चांदी दोनों में निवेश का अवसर देता है, साथ ही उनकी अलग-अलग खूबियों के बीच संतुलन बनाता है। इसका लक्ष्य गुणात्मक (qualitative) और मात्रात्मक (quantitative) कारकों पर आधारित डायनेमिक अप्रोच अपनाकर सोना और चांदी के बीच आवंटन करना है, ताकि अपेक्षाकृत बेहतर आउटलुक वाले कीमती धातुओं की ओर झुकाव रखा जा सके।

फंड हाउस के मुताबिक, दोनों स्कीमों में आवंटन में बदलाव फंड द्वारा ही किया जाएगा, इसलिए ऐसे बदलावों पर कोई टैक्स असर नहीं पड़ेगा। जबकि, अगर यही काम निवेशक खुद करते हैं, तो उस पर टैक्स लग सकता है। इस तरह, ऐसे फंड ऑफ फंड स्कीम्स के जरिए एसेट आवंटन को मैनेज और शिफ्ट करना निवेशकों के लिए फायदेमंद रहेगा।

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क्यों इन FoF में करना चाहिए निवेश?

मिरे असेट के हेड–ईटीएफ प्रोडक्ट एंड फंड मैनेजर सिद्धार्थ श्रीवास्तव ने बताया, “हर फैक्टर का अपना एक चक्र होता है। सिर्फ एक फैक्टर पर निर्भर रहने से रिटर्न कमजोर हो सकता है, जिससे निवेश बनाए रखना भावनात्मक रूप से मुश्किल हो जाता है। मल्टी-फैक्टर इन्वेस्टिंग एक संतुलित तरीका पेश करती है—जो रणनीति को जोखिम और रिटर्न दोनों के उद्देश्यों के साथ जोड़ती है। मिरे असेट मल्टी फैक्टर पैसिव फंड ऑफ फंड को इस तरह डिजाइन किया गया है कि यह मौजूदा बाजार परिस्थिति के अनुसार डिफेंसिव या आक्रामक फैक्टर्स की ओर डायनेमिक रूप से झुकाव रख सके।”

उन्होंने आगे कहा, “सोने और चांदी के मिश्रण में निवेश दोहरे फायदे देता है: सोना संपत्ति बनाने वाला और मुश्किल समय में एक डिफेंसिव एसेट के रूप में काम करता है, जबकि चांदी चक्रीय बढ़त और ग्रोथ की संभावना लाती है। मिरे असेट गोल्ड सिल्वर पैसिव फंड ऑफ फंड का लक्ष्य दोनों कीमतीं धातुओं की ताकत का फायदा उठाना है—और मौजूदा परिस्थितियों में जिस मेटल का आउटलुक अपेक्षाकृत मजबूत हो, उसकी ओर आवंटन को डायनेमिक तरीके से बढ़ाना है, ताकि स्थिरता और अवसर के बीच संतुलन बनाया जा सके।”


(डिस्क्लेमर: यहां NFO की डीटेल दी गई है। ये निवेश की सलाह नहीं है। म्युचुअल फंड में निवेश बाजार के जो​खिमों के अधीन है। निवेश संबंधी फैसला करने से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें।)

First Published : August 9, 2025 | 3:46 PM IST