भारत के इक्विटी म्युचुअल फंडों में शानदार निवेश ने फरवरी महीने में करीब 2 सालों के रिकॉर्ड को तोड़ दिया है। एसोशिएसन ऑफ म्युचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) ने आज यानी शुक्रवार को डेटा रिलीज कर बताया कि फरवरी में 26,866 करोड़ रुपये का निवेश म्युचुअल फंडों में किया गया, जो कि जनवरी के मुकाबले 23.34 फीसदी की बढ़ोतरी है।
AMFI के डेटा से पता चलता है कि फरवरी महीने में निवेश की रकम मार्च 2022 के बाद से सबसे ज्यादा है।
गौरतलब है कि म्युचुअल फंडों में कई के फंड होते हैं, जिसमें स्मॉल कैप, मिड कैप, लॉर्ज कैप जैसे फंड शामिल हैं। ये मार्केट कैप के अनुसार बांटे जाते है। फरवरी महीने की बात की जाए तो स्मॉल कैप फंडों का सबसे ज्यादा बोलबाला रहा।
भारतीय इक्विटी म्युचुअल फंड में लगातार मार्च 2021 के बाद से लगातार 36 महीनों तक यानी फरवरी 2024 तक कुल 4.82 लाख करोड़ रुपये का नेट इनफ्लो देखा गया है, जो कि 17,778 करोड़ रुपये के नेट फॉरेन इनफ्लो से काफी ज्यादा है।
रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, म्युचुअल फंडों में बढ़ रहे लगातार निवेश की वजह से NSE Nifty 50 इन 36 महीनों में 54.68 फीसदी तक चढ़ गया है।
अगर सभी कैटेगरी के म्युचुअल फंडों की बात की जाए तो सबसे ज्यादा निवेश स्मॉलकैप म्युचुअल फंड में देखने को मिला। फरवरी में स्मॉल कैप म्युचुअल फंड में 2,922 करोड़ रुपये का निवेश किया गया। हालांकि, यह आंकड़ा जनवरी महीने से कम है। जनवरी में इस फंड में 3,257 करोड़ रुपये का निवेश किया गया था। इस लिहाज से जनवरी के मुकाबले फरवरी में 10 फीसदी की गिरावट देखी गई।
मिड-कैप म्युचुअल फंडों में 1,808 करोड़ रुपये का निवेश किया गया, जो कि जनवरी के मुकाबले 12.28 फीसदी की गिरावट है।
वहीं अगर लॉर्जकैप म्युचुअल फंडों की बात की जाए तो इसमें फरवरी में करीब 921.14 करोड़ रुपये का निवेश हुआ, जबकि जनवरी में यह 1,287.05 करोड़ था। बता दें कि लार्ज-कैप इक्विटी म्युचुअल फंड में लगातार दूसरे महीने नेट इनफ्लो देखने को मिला।
Sectoral/Thematic फंडों में निवेश फरवरी 2024 में सबसे ज्यादा 11,262.72 करोड़ रुपये का हुआ, जबकि जनवरी में यह 4,804.69 करोड़ रुपये था। इस लिहाज से यह करीब व134 फीसदी का इजाफा है। बता दें कि इस फंड में स्मॉल, लॉर्ज औऱ मिड कैप की सारी कंपनियां अपने सेक्टर और थीम के मुताबिक इन्वेस्ट करती हैं।
इसी तरह फरवरी में लिक्विड फंडों (Liquid Funds) में सबसे ज्यादा 83,642.33 करोड़ रुपये का इनफ्लो दर्ज किया गया। जनवरी में यह 49,467.67 करोड़ रुपये था।
कॉरपोरेट बॉन्ड फंड की बात करें तो इसमें अब तक का दूसरा सबसे बड़ा निवेश किया गया। फरवरी में इसमें 3,028.86 करोड़ रुपये का निवेश हुआ। फरवरी तक के आंकड़ों को देखा जाए तो इस फंड में अब तक 146,747.48 करोड़ रुपये का निवेश किया जा चुका है।
बैंकिंग और पीएसयू फंड (Banking and PSU Fund) में फरवरी 2024 में 480.08 करोड़ रुपये के निवेश की गिरावट आई।
फरवरी में, एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड्स (ETF) में भी नेट इनफ्लो में जबरदस्त उछाल दिखा और यह जनवरी में 571 करोड़ रुपये के मुकाबले फरवरी में 6,461.67 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।
सिस्टमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लाम यानी SIP के जरिये म्युचुअल फंड में निवेश फरवरी महीने में इतना ज्यादा हुआ कि अबतक का सारा रिकॉर्ड टूट गया। फरवरी में SIP के जरिये कुल निवेश 19,000 करोड़ के मार्क को पार करते हुए 19,186 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। जबकि, जनवरी में यह 18,838 करोड़ रुपये था। यानी एक महीने में यह करीब 348 करोड़ रुपये का इजाफा है।
इस दौरान नए SIP रजिस्ट्रेशन की संख्या भी बढ़कर 49.79 लाख हो गई है। जनवरी 2024 में SIP अकाउंट की कुल संख्या 7.91 करोड़ थी, जो फरवरी में बढ़कर 8.20 करोड़ हो गई।
AMFI के डेटा के मुताबिक, फरवरी 2024 तक प्रबंधन के तहत परिसंपत्तियां (Asset Under Management-AUM) बढ़कर 54.5 लाख करोड़ रुपये हो गई। जनवरी, 2024 में यह 52.89 लाख करोड़ रुपये थी।