DSP Nifty 500 FlexiCap Quality 30 ETF: डीएसपी म्युचुअल फंड ने गुरुवार को भारत के पहले फ्लेक्सी कैप एक्सचेंज ट्रेडेड फंड – डीएसपी निफ्टी 500 फ्लेक्सीकैप क्वालिटी 30 ईटीएफ के लॉन्चिंग की घोषणा की। यह ईटीएफ Nifty 500 FlexiCap Quality 30 TRI इंडेक्स को ट्रैक करने के लिए डिजाइन किया गया है। यह लार्ज, मिड और स्मॉल कैप कंपनियों में डायनेमिकली इन्वेस्ट करेगा और केवल हाई क्वालिटी वाले बिजनेस पर फोकस करेगा। इस फंड में 25 सितंबर 2025 यानी आज से ही सब्सक्रिप्शन शुरू हो गया है। निवेशक 6 अक्टूबर, 2025 तक इसमें निवेश कर सकते हैं।
फंड का नाम – डीएसपी निफ्टी 500 फ्लेक्सीकैप क्वालिटी 30 ईटीएफ
फंड टाइप – ओपन-एंडेड इक्विटी फ्लेक्सी कैप फंड
NFO ओपन डेट – 25 सितंबर, 2025
NFO क्लोजिंग डेट – 6 अक्टूबर, 2025
मिनिमम लंपसम निवेश – 5,000 रुपये और उसके बाद 1 रुपये के मल्टीपल में।
एग्जिट लोड: कुछ नहीं यानी आप जब चाहें तब पैसा निकाल सकते हैं।
एक्सपेंश रेश्यो- 0.30% तक
बेंचमार्क: Nifty 500 FlexiCap Quality 30 TRI
रिस्क लेवल: बहुत अधिक
फंड मैनेजर- अनिल घेलानी और दीपेश शाह
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फ्लेक्सी कैप फंड पारंपरिक रूप से एक्टिव म्युचुअल फंड होते हैं, जहां फंड मैनेजर Nifty 500 TRI यूनिवर्स से स्टॉक्स का चयन कर निवेश करते हैं। हाल ही में, कुछ फंड हाउस ने पैसिव फ्लेक्सी फंड लॉन्च करना भी शुरू किया है। ऐसे फंड एक इंडेक्स को ट्रैक करते हैं और उसके प्रदर्शन की नकल करने की कोशिश करते हैं। वहीं, इसके विपरीत डीएसपी निफ्टी 500 फ्लेक्सीकैप क्वालिटी 30 ईटीएफ एक पैसिव फ्लेक्सी कैप फंड है, जिसे स्टॉक एक्सचेंज पर ट्रेड किया जा सकता है।
डीएसपी म्युचुअल फंड में पैसिव इन्वेस्टमेंट्स एंड प्रोडक्ट्स के हेड – CFA अनिल घेलानी ने कहा, “लंबी अवधि के निवेश के लिए फ्लेक्सिबिलिटी और क्वालिटी दो मजबूत विचार हैं। इस ईटीएफ के जरिए हम निवेशकों को ऐसा प्रोडक्ट दे रहे हैं, जो बिना लगातार मॉनिटरिंग या बार-बार बदलाव किए, खुद-ब-खुद बाजार के अलग-अलग चरणों के हिसाब से एडजस्ट हो जाता है। साथ ही, केवल क्वालिटी बिजनेस पर फोकस करके यह ईटीएफ निवेशकों को यह भरोसा देने की कोशिश करता है कि उनका पैसा ऐसी कंपनियों में लगा है, जो लंबे समय तक टिकने के लिए बनी हैं।”
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भारतीय इक्विटी बाजार अक्सर चक्रों में चलते हैं, जहां कभी लार्ज कैप, तो कभी मिड और स्मॉल कैप बेहतर प्रदर्शन करते हैं। ज्यादातर निवेशकों के लिए यह तय करना मुश्किल और महंगा होता है कि कहां निवेश करें, कितना अलोकेट करें और कब बदलाव करें।
फंड हाउस ने कहा, यह ईटीएफ इस मुश्किल को दूर करता है। एक पारदर्शी और नियम-आधारित फ्रेमवर्क का इस्तेमाल करते हुए यह मिड और स्मॉल कैप में तब एक्सपोजर बढ़ाता है जब वे गति में होते हैं और लार्ज कैप की ओर शिफ्ट हो जाता है जब वे आगे रहते हैं। सभी स्टॉक्स को सख्त क्वालिटी फिल्टर्स के आधार पर चुना जाता है, जिससे निवेशक हमेशा मजबूत और मूलभूत रूप से बेहतर कंपनियों में निवेशित रहते हैं।
अक्टूबर 2009 में लॉन्च होने के बाद से, Nifty 500 Flexi Cap Quality 30 TRI इंडेक्स ने 17.6% का सालाना रिटर्न दिया है, जो पूरे बाजार चक्रों में Nifty 500 TRI से बेहतर प्रदर्शन रहा है।
डीएसपी म्युचुअल फंड ने कहा, “इसकी ताकत डायनेमिक एलोकेशन के साथ क्वालिटी पर फोकस है। इंडेक्स में सिर्फ 30 चुने हुए स्टॉक्स शामिल किए जाते हैं। महत्वपूर्ण यह है कि इसने बाजार में गिरावट के समय निवेशकों को सुरक्षा भी दी है। उदाहरण के लिए, 2011 और 2018 में व्यापक बाजार की तुलना में कम गिरा, और 2020 में कोरोना महामारी के दौरान नुकसान को सीमित किया। साथ ही, उसके बाद की रिकवरी का लाभ भी उठाया।
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फंड हाउस के मुताबिक, यह स्कीम उन निवेशकों के लिए बेहतर साबित हो सकती है जो लॉन्ग टर्म में कैपिटल ग्रोथ हासिल करना चाहते हैं और लार्ज-कैप, मिड-कैप और स्मॉल-कैप शेयरों से जुड़े इक्विटी और उससे जुड़ी इंस्ट्रूमेंट में निवेश करना चाहते हैं। यह एक ही आसान प्रोडक्ट है जो बाजार के विभिन्न चक्रों में अवसरों का फायदा उठाता है। यह केवल क्वालिटी वाली कंपनियों पर फोकस करेगा और कम लागत वाले पैसिव फंड की तरह करेगा। रिस्कोमीटर पर इस स्कीम को बहुत अधिक जोखिम (Very High Risk) की कैटेगरी में रखा गया है।
डिस्क्लेमर: यहां NFO की डीटेल दी गई है। ये निवेश की सलाह नहीं है। म्युचुअल फंड में निवेश बाजार के जोखिमों के अधीन है। निवेश संबंधी फैसला करने से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें।