म्युचुअल फंड

सितंबर 2025 में इक्विटी म्युचुअल फंड्स की कैश होल्डिंग घटी, ₹1.76 लाख करोड़ पर आई

कुल एसेट्स के अनुपात में कैश होल्डिंग्स अगस्त के 5.23% से घटकर सितंबर में 5.13% रह गईं

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अभिषेक कुमार   
Last Updated- October 16, 2025 | 9:27 PM IST

सितंबर 2025 में इक्विटी म्युचुअल फंड (Equity Mutual Funds) की कैश होल्डिंग्स में गिरावट दर्ज की गई है, क्योंकि नए इनफ्लो की रफ्तार धीमी रही। नुवामा अल्टरनेटिव एंड क्वांटिटेटिव रिसर्च की रिपोर्ट के अनुसार, सितंबर के अंत तक इक्विटी म्युचुअल फंड स्कीम्स के पास 1.76 लाख करोड़ रुपये की नकद राशि थी, जो पिछले महीने से लगभग 400 करोड़ रुपये कम है।

5% से ज्यादा नकदी रखने से परहेज

कुल एसेट्स के अनुपात में कैश होल्डिंग्स अगस्त के 5.23% से घटकर सितंबर में 5.13% रह गईं। रिपोर्ट में कहा गया है कि सितंबर 2025 में लगातार दूसरे महीने इक्विटी म्युचुअल फंड्स के नेट इनफ्लो में गिरावट आई। इनफ्लो 9% घटकर 30,422 करोड़ रुपये रह गया।

इक्विटी स्कीम्स द्वारा रखी जाने वाली नकदी आम तौर पर नेट इनफ्लो के स्तर और फंड मैनेजरों के बाजार के आउटलुक पर निर्भर करती है। हालांकि, अधिकांश योजनाएं 5 फीसदी से ज्यादा नकदी रखने से बचती हैं।

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Kotak MF ने घटाई सबसे ज्यादा कैश होल्डिंग्स

रिपोर्ट के अनुसार, कोटक म्युचुअल फंड ने सितंबर में सबसे ज्यादा निवेश किया और अपनी नकदी 1,300 करोड़ रुपये घटाकर 5,800 करोड़ रुपये (2.6 फीसदी) कर ली। इसके बाद निप्पॉन इंडिया म्युचुअल फंड और क्वांट म्युचुअल फंड ने क्रमशः 800 करोड़ रुपये और 700 करोड़ रुपये की नकदी कम की। यह रुझान चुनिंदा फंड्स के बीच इक्विटी एलोकेशन की ओर बढ़ते रुझान को दर्शाता है।”

कुछ फंड हाउसेज की कैश होल्डिंग्स बढ़ी

वहीं, कुछ फंड हाउसेज के कैश होल्डिंग्स में बढ़ोतरी देखने को मिली। मोतीलाल ओसवाल म्युचुअल फंड ने अपनी कैश होल्डिंग 3,600 करोड़ रुपये बढ़ाई, जिससे इसका अनुपात 2.2 फीसदी से बढ़कर 6.2 फीसदी हो गया। पराग पारिख म्युचुअल फंड की कैश होल्डिंग्स भी ऊंचे स्तर पर बनी रहीं — सितंबर में इसमें 1,100 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी हुई, जिसके साथ इसका अनुपात 21.8 फीसदी पर पहुंच गया।

बेहतर वैल्यू दे रही है घरेलू इक्विटीज

फंड मैनेजर्स के अनुसार, घरेलू इक्विटीज अब पिछले साल की तुलना में बेहतर वैल्यू दे रही हैं, क्योंकि टाइम करेक्शन के बाद वैल्यूएशन में नरमी आई है।

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एसबीआई म्युचुअल फंड ने अपनी मासिक रिपोर्ट में कहा, “पिछले एक साल में इक्विटी में हुए टाइम करेक्शन और बॉन्ड यील्ड में गिरावट ने हमारे पसंदीदा पैरामीटर — अर्निंग यील्ड टू बॉन्ड यील्ड स्प्रेड (Earnings Yield to Bond Yield Spread) — को उसके ऐतिहासिक औसत (Historical Median) के करीब ला दिया है। इसी तरह, हमारे प्रोप्राइटरी इंडिकेटर के अनुसार, इक्विटी मार्केट सेंटीमेंट अब न्यूट्रल स्तर पर पहुंच गया है, जबकि एक साल पहले यह काफी उत्साही (Euphoric) था।”

कोटक महिंद्रा बैंक और आईसीआईसीआई बैंक पिछले महीने म्युचुअल फंड की खरीदारी लिस्ट में सबसे ऊपर रहे, क्योंकि इक्विटी योजनाओं ने इन दोनों शेयरों में कुल मिलाकर 7,600 करोड़ रुपये का निवेश किया। इटरनल, इंटरग्लोब एविएशन और टाइटन टॉप 5 में शामिल अन्य शेयर थे। एक्सिस बैंक, मारुति सुजुकी और बजाज फाइनेंस सबसे ज्यादा बिकने वाले शेयरों में शामिल थे।

First Published : October 16, 2025 | 9:21 PM IST