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Budget 2025: मिडिल क्लास को टैक्स में राहत, क्या SIP को मिलेगा बूस्ट? जानें एक्सपर्ट्स की राय

दिसंबर 2024 में SIP इनफ्लो पहली बार 26,000 करोड़ रुपये के पार पहुंच गया, जहां निवेशकों ने कुल 26,459.5 करोड़ रुपये का निवेश किया।

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अंशु   
Last Updated- February 02, 2025 | 2:27 PM IST

Budget 2025: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने शनिवार, 1 फरवरी को वित्त वर्ष 2025-26 का बजट पेश किया, जिसका मुख्य फोकस 4C – कैपेक्स (Capex), उपभोग (Consumption), राजकोषीय संतुलन (Fiscal Consolidation) और रोजगार सृजन (Employment Creation) पर है। टैक्स स्लैब में बदलाव कर मिडिल क्लास को लगभग 1 लाख करोड़ रुपये की राहत देने के लिए बड़े कदम उठाए गए हैं, जिससे उपभोग में तेजी आने की उम्मीद है। पर्सनल टैक्स में कटौती से आम लोगों की जेब में अधिक पैसा आएगा, जिससे निवेश और खर्च दोनों बढ़ सकते हैं। एक्सपर्ट्स का मानना है कि बजट के इन ऐलानों से SIP इनफ्लो में तेज वृद्धि देखने को मिल सकती है। बता दें कि दिसंबर 2024 में SIP इनफ्लो पहली बार 26,000 करोड़ रुपये के आंकड़े को पार कर गया।

पर्सनल इनकम टैक्स में कटौती से बढ़ सकता है SIP फ्लो

श्रीराम एएमसी के सीनियर फंड मैनेजर दीपक रामराजू का कहना है कि वित्त वर्ष 2025-26 के लिए यूनियन बजट ने इक्विटी बाजार की उम्मीदों के अनुरूप उपभोग आधारित आर्थिक विकास पर अधिक जोर दिया है। व्यक्तिगत आयकर (personal income tax) में कटौती से विवेकाधीन खर्च (discretionary spending) में वृद्धि हो सकती है, जिससे ऑटो, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स, रिटेल, ट्रैवल और टूरिज्म तथा चुनिंदा FMCG कंपनियों का प्रदर्शन व्यापक बाजारों की तुलना में बेहतर रहने की संभावना है।

इसके अलावा, टैक्स में छूट से उच्च बचत हो सकती है, जिससे SIP फ्लो में वृद्धि हो सकती है और यह बाजार को और अधिक समर्थन प्रदान कर सकता है। कैपिटल मार्केट से जुड़े सेक्टर जैसे AMC और ब्रोकरेज हाउस अधिक खुदरा भागीदारी की उम्मीद कर सकते हैं। बजट में पूंजीगत लाभ (Capital Gains) पर कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं डाला गया है, जिससे मध्यम अवधि के लिए बाजार में सकारात्मक रुझान बना रह सकता है।

मिडिल क्लास पर कम होगा वित्तीय बोझ

कोटक सिक्योरिटीज के एमडी और सीईओ श्रीपाल शाह का कहना है कि पर्सनल इनकम टैक्‍स में एक बड़ी राहत पेश की गई है, जिससे 12 लाख रुपये तक की इनकम वाले इंडिविजुअल का टैक्‍स जीरो हो जाएगा। इस कदम से मिडिल क्लास पर वित्तीय बोझ कम होने, बढ़ती कीमतों के प्रभाव को कम करने और हायर कंज्‍यूमर एक्‍सपेंडिंग के साथ-साथ निवेश को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है। इसके अलावा, टीडीएस और टीसीएस व्यवस्था में कई सुधारों को अच्छी प्रतिक्रिया मिली है।

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SIP में रिकॉर्ड तोड़ निवेश, दिसंबर में इनफ्लो 26,000 करोड़ के पार

म्युचुअल फंड में सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) के जरिए निवेश का चलन तेजी से बढ़ता जा रहा है। दिसंबर 2024 में SIP इनफ्लो पहली बार 26,000 करोड़ रुपये के पार पहुंच गया, जहां निवेशकों ने कुल 26,459.5 करोड़ रुपये का निवेश किया। नवंबर 2024 में यह आंकड़ा 25,320 करोड़ रुपये था। यह इस बात का संकेत है कि निवेशक नियमित और व्यवस्थित निवेश को प्राथमिकता दे रहे हैं।

SIP में क्यों तेजी से बढ़ रहा है निवेश?

बीपीएन फिनकैप के डायरेक्टर एके निगम ने बताया कि इन दिनों SIP में निवेश का क्रेज तेजी से बढ़ रहा है और इसके कई कारण हैं। पहला, लोगों में निवेश को लेकर जागरूकता बढ़ी है। दूसरा, बाजार की मजबूती और स्थिरता ने निवेशकों का भरोसा मजबूत किया है। तीसरा, तकनीकी सुविधाओं ने निवेश को पहले से कहीं ज्यादा आसान बना दिया है। चौथा, SIP के जरिए टैक्स बेनेफिट (ELSS में) लेने का विकल्प भी मिलता है। इसके अलावा, युवाओं की नई पीढ़ी निवेश को लेकर अधिक जागरूक और एक्टिव है, जो SIP में तेजी लाने का मुख्य कारण बन रहा है।

First Published : February 2, 2025 | 2:19 PM IST