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अदाणी शेयरों का वेटेज घटाएगा MSCI, कार्रवाई से पहले ग्रुप के शेयरों में फिर शुरू हुई बिकवाली

Published by
समी मोडक
Last Updated- February 10, 2023 | 1:10 PM IST

एमएससीआई सूचकांक में अदाणी समूह के शेयरों का भारांश घटाए जाने की आशंका से समूह की कंपनियों के शेयरों में फिर से गिरावट शुरू हो गई है।

वैश्विक सूचकांक प्रदाता एमएससीआई ने आज कहा कि बाजार के भागीदारों द्वारा शिकायत किए जाने के बाद अब वह अदाणी समूह की कंपनियों की संपूर्ण सार्वजनिक शेयरधारिता को फ्री फ्लोट नहीं मानेगा।

फ्री फ्लोट में कमी की मात्रा के आधार पर एमएससीआई सूचकांकों को ट्रैक करने वाले पैसिव फंड को अदाणी के शेयरों में अपना निवेश घटाना होगा ताकि सूचकांक की नई संरचना के साथ तालमेल बिठाया जा सके। इसकी घोषणा शुक्रवार को की जाएगी।

एमएससीआई ने बयान में कहा, ‘एमएससीआई ने निर्धारित किया है कि कुछ निवेशकों की स्थिति में पर्याप्त अनिश्चितता है, ऐसे में हमारी कार्यप्रणाली के अनुसार वे फ्री फ्लोट नहीं रहेंगे।’

27 जनवरी को सूचकांक प्रदाता ने अपने सूचकांक में अदाणी समूह के शेयरों की चाल के आधार पर बाजार की प्रतिक्रिया लेनी शुरू की थी। 24 जनवरी को अमेरिकी शॉर्ट सेलिंग फर्म हिंडनबर्ग द्वारा समूह पर लगाए गए गंभीर आरोपों के बाद सूचकांक प्रदाता ने यह कदम उठाया था।

हालांकि अदाणी समूह ने हिंडनबर्ग द्वारा लगाए गए आरोपों से इनकार किया है। एमएससीआई के बयान के बाद हिंडनबर्ग के संस्थापक नैथन एंडरसन ने ट्वीट किया, ‘हम इसे अपने निष्कर्षों के सत्यापन के रूप में देखते हैं।’

अदाणी समूह की प्रमुख कंपनी अदाणी एंटरप्राइजेज का शेयर सुबह के कारोबार के दौरान 20 फीसदी तक टूट गया था लेकिन बाद में इसने कुछ नुकसान की भरपाई की और कारोबार समाप्ति पर 10.7 फीसदी गिरकर 1,927.3 रुपये पर बंद हुआ।

अदाणी विल्मर (जो किसी भी एमएससीआई सूचकांक में शामिल नहीं है) को छोड़कर अदाणी समूह की सभी कंपनियों के शेयर गिरावट पर बंद हुए। इससे समूह का बाजार पूंजीकरण 59,000 करोड़ रुपये घट गया और पिछले दो दिनों में इसमें जो बढ़त देखी गई थी, वह लगभग खत्म हो गई।

अदाणी समूह का कुल बाजार पूंजीकरण 9.83 लाख करोड़ रुपये रहा, जो 24 जनवरी के बाजार पूंजीकरण से 9.36 लाख करोड़ रुपये कम है।

वर्तमान में अदाणी समूह के 10 शेयरों में से 8 एमएससीआई सूचकांक का हिस्सा हैं और इनमें करीब 2 अरब डॉलर का पैसिव निवेश है।

स्मार्टकर्मा की प्रकाशक पेरिस्कोप एनालिटिक्स के विश्लेषक ब्रायन फ्रीटास ने कहा, ‘दिसंबर 2022 की शेयरधारिता प्रारूप और ‘दोस्ताना’ निवेशकों को फ्लोट से नॉन-फ्लोट में वर्गीकृत करने के हमारे विश्लेषण के आधार पर फरवरी सूचकांक समीक्षा में अदाणी एंटरप्राइजेज, अदाणी टोटाल गैस और अदाणी ट्रांसमिशन में बिकवाली हो सकती है।’

प्रतिभूतियों के फ्री फ्लोट होने का सीधा मतलब है कि शेयर मुक्त रूप से सार्वजनिक तौर पर (एमएससीआई वैश्विक निवेशकों के मामले में) खरीद और बिक्री के लिए उपलब्ध हैं।

नुवामा इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज़ में अल्टरनेटिव ऐंड क्वांटेटिव रिसर्च प्रमुख अभिलाष पगारिया ने कहा, ‘मान लीजिए कि यदि एमएससीआई फ्री फ्लोट को 25 फीसदी कम करता है तो अदाणी एंटरप्राइजेज के मामले में निवेश 43 करोड़ डॉलर का एक चौथाई यानी 11 करोड़ डॉलर बाहर निकल सकता है।’

हालांकि विश्लेषकों का कहना है कि एमएससीआई अदाणी के किसी भी शेयर को अपने सूचकांक से फिलहाल पूरी तरह नहीं हटाएगा।

फ्रीटास ने कहा, ‘हम उम्मीद करते हैं कि फरवरी की समीक्षा में अदाणी समूह की किसी भी कंपनी को सूचकांक से हटाने से बचा जाएगा लेकिन मई में अदाणी पावर, अदाणी टोटाल गैस और अदाणी ट्रांसमिशन सूचकांक से हट सकती है।’

विशेषज्ञों ने कहा कि किसी भी शेयर के भारांश में कमी या उसे सूचकांक से हटाना एमएससीआई द्वारा निर्धारित वास्तविक फ्री फ्लोट पर निर्भर करेगा।

उन्होंने कहा कि सूचकांक प्रदाता मॉरीशस स्थित फंडों के शेयरों को इससे हटा सकता है क्योंकि अदाणी समूह की सभी फर्मों में ये शेयरधारक हैं।

First Published : February 9, 2023 | 10:41 PM IST