बाजार

बाजार हलचल: मई में करें बिकवाली या गिरावट में खरीदारी?

Published by
खुशबू तिवारी, सुन्दर सेतुरामन
Last Updated- April 30, 2023 | 8:46 PM IST

मई में बिकवाली और दूर ​निकल जाने की लोकप्रिय कहावत क्या इस महीने लागू होगी, इस पर जूरी ने कोई फैसला नहीं लिया है। अप्रैल में मजबूत चाल के बाद निफ्टी अपने प्रतिरोध स्तर 18,100 के करीब है, ऐसे में कुछ का मानना है कि थोड़ी मुनाफावसूली कर लेना बुद्धि‍मानी होगी।

हालांकि एक अन्य वर्ग का मानना है कि निवेशकों को गिरावट में खरीदारी करने पर विचार करना चाहिए क्योंकि थोड़े बहुत अवरोध के साथ बाजार में तेजी का रुख बना रहेगा। ICICI डायरेक्ट ने एक नोट में कहा है, पिछले दो दशक में मई के महीने ने करीब-करीब 50 फीसदी अवधि में झंझावात का सामना किया है।

हालांकि मई में निवेश करने से कैलेंडर वर्ष के आखिर में दो अंकों का औसत रिटर्न 83 फीसदी अवधि में मिला है। ऐसे में निवेशकों को मई में उतार-चढ़ाव का लाभ अच्छी गुणवत्ता वाला पोर्टफोलियो बनाने में करना चाहिए। ICICI डायरेक्ट को उम्मीद है कि निफ्टी धीरे-धीरे 18,300-18,500 की ओर बढ़ेगा।

ब्रोकरों पर लागू होगा जुर्माने का नया ढांचा

इंट्राडे मार्जिन में कमी पर ब्रोकिंग समुदाया पर जुर्माने का नया ढांचा 2 मई से लागू होने जा रहा है। इसके तहत क्लियरिंग कॉरपोरेशन को इंट्राडे में सेगमेंट के आधार पर स्नैपशॉट लेने और ब्रोकरों पर जुर्माना लगाने को कहा गया है, अगर न्यूनतम मार्जिन में कमी पर वह अपने क्लाइंटों से इसका संग्रह न कर पाया हो। यह नियम पिछले साल से ही लागू है लेकिन अब तक किसी पर जुर्माना नहीं लगा है।

उद्योग के प्रतिभागियों ने कहा कि इंट्राडे में मार्जिन में कमी पर जुर्माना लगाने का फैसला उन पर काफी असर डालेगा क्योंकि रियल टाइम में मार्जिन का संग्रह खास तौर से छोटे ब्रोकरेज फर्मों के लिए चुनौतीपूर्ण बना हुआ है। यह जुर्माना फरवरी में प्रभावी हुआ, हालांकि ब्रोकरों की तरफ से अपना पक्ष रखे जाने के बाद इसे टाल दिया गया था। सेबी ने मार्जिन आवंटन पर विचार करने के दौरान पिछले दिन के अप्रत्यक्ष प्रभाव को इसमें शामिल न करके ब्रोकरों को राहत भी दी है।

Also Read: Market Cap: सेंसेक्स की टॉप 10 में से 9 कंपनियों का मार्केट कैपिटलाइजेशन 1.84 लाख करोड़ रुपये बढ़ा

लॉक इन अवधि हो रही खत्म, हरिओम पाइप व अन्य पर नजर

साल 2022 में सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाले IPO में से एक हरिओम पाइप इंडस्ट्रीज के शेयरों पर एक साल की लॉक इन अवधि मंगलवार को खत्म हो रही है। विश्लेषकों ने कहा, इसकी करीब आधी इक्विटी ट्रेडिंग के लिए उपलब्ध है, जो शेयर में गिरावट का दबाव बना सकता है।

कंपनी का शेयर अपनी IPO कीमत से 3.5 गुना चढ़ चुका है। हाल में यह शेयर तब दबाव में था जब एंकर निवेशकों या प्री-आईपीओ शेयरधारकों मसलन प्रवर्तकों के लिए लॉक इन अवधि खत्म हो गई। चार अन्य कंपनियों वेन्यू पाइप्स, रेनबो चिल्ड्रंस मेडिकेयर, प्रूडेंट कॉरपोरेट एडवाइजरी और लेटेंट व्यू के शेयरों के लिए भी लॉक इन अवधि इस महीने खत्म हो रही है।

First Published : April 30, 2023 | 8:46 PM IST