देसी इक्विटी में नया अवरोध देखने को मिल सकता है क्योंकि बाजार रिलायंस इंडस्ट्रीज, आईसीआईसीआई बैंक और कोटक महिंद्रा बैंक जैसी ब्लू-चिप फर्मों के नतीजों के आधार पर अपनी चाल तय कर सकता है। स्वतंत्र बाजार विश्लेषक अंबरीश बालिगा ने कहा, आरआईएल के नतीजे उम्मीद के मुताबिक नहीं रहे, लेकिन यह बहुत ज्यादा परेशान करने वाला भी नहीं है।
सोमवार को गिरावट के एक और दौर से इनकार नहीं किया जा सकता। बाजार महंगा हो चुका है और फिसलने का कारण खोज रहा है। नैशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी पिछले हफ्ते 1.2 फीसदी गिरकर 19,745 पर बंद हुआ, जो चार महीने की सबसे बड़ी गिरावट है। तकनीकी विश्लेषकों ने कहा कि निफ्टी के लिए समर्थन का अहम स्तर करीब 19,700 है और इस स्तर से फिसलने पर बड़ी गिरावट आ सकती है।
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मॉर्गन स्टैनली कैपिटल इंटरनैशनल (एमएससीआई) इंडिया इंडेक्स शुक्रवार को 9 फीसदी से ज्यादा टूट गया, जिससे एक्सचेंज ट्रेडेड फंडों व अन्य इंडेक्स ट्रैकरों को झटका लगा। एसऐंडपी बीएसई सेंसेक्स और निफ्टी में महज 1.5 फीसदी की गिरावट के बावजूद एमएससीआई में ज्यादा नरमी देखने को मिली।
एमएससीआई इंडिया की वैल्यू हालांकि जल्द सुधरी, लेकिन बाजार के प्रतिभागियों को यह अनुमान लगाने में व्यस्त कर दिया कि क्या यह गिरावट फ्रीक ट्रेड के चलते हुई या फिर इसके पीछे तकनीकी समस्या थी। कुछ विश्लेषकों ने कहा कि यह गिरावट रिलायंस इंडस्ट्रीज की कीमतों के समायोजन के कारण हो सकती है, जिसने एक दिन पहले अपनी वित्तीय सेवा कारोबार वाली कंपनी को अलग किया था।
तकनीकी क्षेत्र के शेयरों में गिरावट के बीच कुछ अन्य को फ्रीक ट्रेड का संदेह है। इस बारे में जानकारी के लिए एमएससीआई को आधिकारिक संदेश भेजा गया है।
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यथार्थ हॉस्पिटल का ग्रे मार्केट प्रीमियम सार्वजनिक निर्गम से पहले करीब 25 फीसदी है। नोएडा की मल्टी-केयर हॉस्पिटल श्रृंखला का 687 करोड़ रुपये का आरंभिक सार्वजनिक निर्गम बुधवार को खुलकर शुक्रवार को बंद होगा। आईपीओ का कीमत दायरा 285 से 300 रुपये प्रति शेयर तय किया गया है।
नए शेयर के जरिए कंपनी 490 करोड़ रुपये जुटा रही है, जिसका इस्तेमाल कर्ज चुकाने और विस्तार पर किया जाएगा। कीमत दायरे के ऊपरी स्तर पर उसका मूल्यांकन 2,576 करोड़ रुपये होगा। मार्च 2023 में समाप्त वित्त वर्ष में कंपनी का शुद्ध लाभ 66 करोड़ रुपये रहा जबकि राजस्व 520 करोड़ रुपये।